जम्मू-कश्मीर में बारिश और भूस्खलन ने तबाही मचाई हुई है. रामबन के राजगढ़ क्षेत्र में भारी बारिश के चलते बादल फटने से जहां तीन लोगों की मौत हो गई. वहीं रियासी के महौरा में भूस्खलन से हाहाकार मच गया. पहाड़ का मलबा एक घर पर आ गिरा और 7 लोगों की मौत हो गई. राजगढ़ में बादल फटने से अचानक आई बाढ़ में कई मकान जमीदोंज हो गए. कुछ मकान पूरी तरह से बाढ़ के पानी में बह गए. घटना के बाद लोगों में हड़कंप मचा हुआ है.
रियासी के महौरा इलाके में भूस्खलन की घटना घटी. हालांकि, स्थानीय प्रशासन ने घटनास्थल पर राहत बचाव कार्य शुरू कर दिए हैं. रेस्क्यू टीम भी मौके पर पहुंच गई हैं और लापता लोगों की तलाश शुरू कर गई है. घटनास्थल पर लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है. लोगों के लिए रिलीफ कैंप बनाए गए हैं. इसके साथ ही अधिकारियों ने बताया कि वह हालात पर नजर बनाए हुए हैं.
प्रशासन ने की सावधान रहने की अपील
स्थानीय प्रशासन की ओर से कहा गया कि राज्य में हो रही भारी बारिश और बादल फटने की वजह से नदी-नालों में उफान है और उनका जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है. ऐसे में लोगों से अपील की गई है कि वह सावधान रहें. जम्मू के अलग-अलग इलाकों में इस बार भारी बारिश से अचानक आई बाढ़, भूस्खलन और बादल फटने की घटनाओं में कई लोगों की जान चली गई और साथ ही कई लोग लापता हो गए.
हिमाचल प्रदेश में मंडी के गोहर में शुक्रवार देर रात बादल फटा था। नांडी पंचायत में नसेंणी नाला में कई गाड़ियां बह गईं। शिमला के जतोग कैंट में लैंडस्लाइड हुआ। सेना की रेसीडेंशियल बिल्डिंगों को खाली कराया गया।
पंजाब के अमृतसर, पठानकोट समेत 8 जिलों में बाढ़ के हालात बने हैं। 250 से ज्यादा गांवों में 5 से 15 फीट तक पानी भरा हुआ है। बाढ़ में अब तक 8 लोगों की मौत हो गई है। 3 लोग लापता हैं।
उत्तराखंड के चमोली, रुद्रप्रयाग, टिहरी और बागेश्वर में शुक्रवार को बादल फटने की घटनाएं हुईं। हादसे में 5 लोगों की मौत हो गई और 11 लापता हैं। बागेश्वर के कपकोट में कई घरों को भी नुकसान हुआ है। बद्रीनाथ नेशनल हाईवे भी बंद हो गया है।
यूपी के 18 जिले बाढ़ की चपेट में है। राज्य में अब तक 774 मकान बारिश-बाढ़ में ढह चुके हैं। वाराणसी में सभी 84 घाटों का आपसी संपर्क टूटा है।
जम्मू-कश्मीर के कटरा में बारिश के कारण वैष्णो देवी यात्रा 5 दिन से रुकी है। 26 अगस्त को यात्रा रूट पर लैंडस्लाइड में 34 लोगों की मौत हुई थी। महाराष्ट्र के लातूर और नांदेड़ में 50 सड़कें-पुल डूब गए हैं।