खातेगांव: हरणगांव में मस्जिदों के लाउडस्पीकर को लेकर खड़ा हुआ विवाद, पंचायत ने जारी किया नोटिस, मुस्लिम समाज ने बताया असंवैधानिक, सरपंच-सचिव पर फूट डालने का आरोप
By Ashish Meena
September 19, 2025
Harangaon News : देवास जिले की खातेगांव तहसील के ग्राम हरणगांव में मस्जिदों के लाउडस्पीकर को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। ग्राम पंचायत ने 16 सितंबर को मस्जिद का लाउडस्पीकर बंद करने का नोटिस जारी किया गया, जिसे मुस्लिम समाज ने असंवैधानिक बताया है। गुरुवार को मुस्लिम समाज के लोगों ने खातेगांव तहसीलदार अवधेश यादव को एसडीएम के नाम ज्ञापन सौंपा।
सरपंच-सचिव पर हिंदू-मुस्लिम भाईचारे में फूट डालने का आरोप
ज्ञापन में मुस्लिम समाज ने आरोप लगाया कि सरपंच और सचिव को धार्मिक स्थल से लाउडस्पीकर बंद कराने का कोई अधिकार नहीं है। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट के आदेशों का हवाला देते हुए पंचायत के इस कदम को न्यायालयीन आदेशों का उल्लंघन बताया।
समाजजनों ने यह भी आरोप लगाया कि सरपंच-सचिव कुछ लोगों के साथ मिलकर गांव की शांति व्यवस्था भंग करने और हिंदू-मुस्लिम भाईचारे में फूट डालने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने सरपंच और सचिव पर प्रकरण दर्ज करने की मांग की।
जानबूझकर विवाद की स्थिति पैदा करने का भी लगाया आरोप
समाज ने ज्ञापन में आशंका जताई कि अगर ऐसे नोटिसों और धमकियों पर रोक नहीं लगी तो गांव में धार्मिक विवाद भड़क सकता है। उन्होंने कहा कि हिंदू-मुस्लिम समुदाय लंबे समय से सौहार्दपूर्वक रहते आए हैं और एक-दूसरे के त्योहारों में शामिल होते हैं, लेकिन कुछ लोग जानबूझकर विवाद की स्थिति पैदा कर रहे हैं।
ज्ञापन सौंपते समय पूर्व जनपद सदस्य नूर भाई, पिंडारा कमेटी जिला अध्यक्ष हाजी रजाक खां, लुकमान खान, इशाक कुरैशी, फाजल खान, भूरू पठान, आसिफ पठान, हाजी जाफर खान, आरिफ खान, साजिद खान, रियाज खान सहित बड़ी संख्या में मुस्लिम समाज के लोग मौजूद थे।
सरपंच बोले- लोगों को होती है परेशानी
इस मामले पर सरपंच रावी रवि अग्रवाल ने मीडिया को बताया कि मस्जिद कमेटी के लोगों को पहले भी कई बार मौखिक रूप से तेज आवाज में लाउडस्पीकर न बजाने के लिए कहा गया था। पंचायत भवन में हुई बैठक में भी इस विषय पर चर्चा की गई थी। इसके बावजूद ग्रामीणों से तेज आवाज में लाउडस्पीकर बजाने की लगातार शिकायतें मिल रही थीं। उन्होंने स्पष्ट किया कि नवरात्रि पर्व को देखते हुए ही यह नोटिस जारी किया गया है और इसमें किसी भी तरह की द्वेष भावना नहीं है।
