MP BJP : भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष एवं विधायक हेमंत खंडेलवाल ने गुरुवार को अपनी टीम के पदाधिकारियों की घोषणा की। इनमें कुल 29 नाम शामिल हैं। ये पदाधिकारी राष्ट्रीय नेतृत्व की सहमति और सर्वसम्मति से नियुक्त किए गए हैं। नई कार्यकारिणी को छोटा लेकिन प्रभावी बताया जा रहा है। प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल को केंद्रीय नेतृत्व से 10 उपाध्यक्ष और मंत्री पदों की स्वीकृति मिलने के बावजूद, उन्होंने 9 उपाध्यक्ष, 4 महामंत्री और 9 मंत्री ही घोषित किए हैं। बताया जा रहा है कि संगठनात्मक संतुलन बनाए रखने के लिए कुछ पद जानबूझकर रिक्त रखे हैं, ताकि भविष्य में आवश्यकतानुसार समायोजन किया जा सके।
पिछली कार्यकारिणी से छोटी है नई टीम
पिछली कार्यकारिणी में जहां 14 उपाध्यक्ष, 14 मंत्री और 5 महामंत्री थे, वहीं नई कार्यकारिणी का आकार सीमित रखते हुए इसे अधिक संगठित और क्रियाशील बनाया गया है। कुल 29 सदस्यीय कार्यकारिणी में 13 पुराने पदाधिकारी और 16 नए चेहरे शामिल किए गए हैं, जिससे संगठन में अनुभव और नई ऊर्जा का संतुलन सुनिश्चित हुआ है।
प्रदेश कार्यकारिणी में इंदौर का दबदबा
भाजपा की प्रदेश कार्यकारिणी में इस बार इंदौर को महत्व मिला है। पूर्व भाजपा नगर अध्यक्ष गौरव रणदिवे और पूर्व आईडीए अध्यक्ष जयपाल सिंह चावड़ा सहित इंदौर के चार नेता कार्यकारिणी में शामिल हुए है। सबसे चौकाने वाला नाम सांवेर के भगवान सिंह परमार का रहा। उन्हें एससी मोर्चा का अध्यक्ष बनाया गया है। इस पद के लिए प्रदेश के अन्य जिलों के नेता भी दौड़ में थे, लेकिन संगठन ने परमार पर भरोसा जताया।। पिछली प्रदेश भाजपा कार्यकारिणी में इंदौर से कविता पाटीदार और जीतू जिराती थे। इस बार दोनों को टीम हेमंत खंडेलवाल में जगह नहीं मिल पाई। जिराती का नाम आईडीए अध्यक्ष पद के लिए भी चल रहा है।
गौरव रणदिवे को प्रदेश का महामंत्री बनाया
भाजपा के पूर्व नगर अध्यक्ष गौरव रणदिवे को महामंत्री बनाया गया है। गौरव के अलावा इंदौर के कई नेता उपाध्यक्ष या महामंत्री पद के लिए प्रयास कर रहे थे। इसमें दो भाजपा नेत्रियां भी शामिल थी, लेकिन संगठन और संघ की पसंद रहे गौरव को महामंत्री बनाया गया है। इसके अलावा पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के खास समर्थक डाॅ. निशांत खरे को उपाध्यक्ष बनाया गया है। निमाड़ से इस बार कम नेता कार्यकारिणी में शामिल हो पाए है। सुमेर सिंह सोलंकी को उपाध्यक्ष बनाया गया है।
पुराना अनुभव काम आया
सांवेर के भगवान सिंह परमार को अनुसूचित जाति मोर्चा का अध्यक्ष बनाया गया है। परमार विधासनाभ चुनाव में सांवेर से दावेदारी भी जता चुके है और जिला पंचायत सदस्य भी रहे है। पिछली कार्यकारिणी में वे मोर्चा महामंत्री थे। संगठन का पुराना अनुभव होने के कारण इस बार उन्हें अध्यक्ष बनाया गया है।
किसानों को साधने का जिम्मा जयपाल को
संघ में वर्षों तक अलग-अलग जिम्मेदारी निभा चुके जयपाल सिंह चावड़ा को किसान मोर्चा का प्रदेशाध्यक्ष बनाया गया है। वे इंदौर के संगठन मंत्री व आईडीए अध्यक्ष रह चुके है, हालांकि उनका कार्यक्षेत्र देवास भी रहा है। चावड़ा को किसानों को साधने की जिम्मेदारी दी गई है। सिंहस्थ के लिए ली जा रही किसानों की जमीन, इंदौर के नए बायपास सहित निर्माण सहित कई मुद्दों पर किसान नाराज है। जयपाल को उन्हें साधना बड़ी चुनौती रहेगी।
सात महिलाओं को जगह
नई कार्यकारिणी में 7 महिलाओं को स्थान देकर प्रदेश नेतृत्व ने महिला सशक्तिकरण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई है। साथ ही सभी वर्गों, क्षेत्रों और आयु समूहों का समुचित प्रतिनिधित्व भी सुनिश्चित किया गया है, जिससे संगठनात्मक विविधता को बढ़ावा दिया गया है।
करीब चार माह लगे, फिर भी खंडेलवाल आगे
हेमंत खंडेलवाल ने प्रदेश अध्यक्ष बनने के मात्र 3 माह 21 दिन में कार्यकारिणी का गठन किया है। इससे पहले पूर्व प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा को कार्यकारिणी गठन में 10 माह 28 दिन लगे थे। वहीं, स्व. नंदकुमार सिंह चौहान को 7 माह 5 दिन का समय लगा। स्व. प्रभात झा ने 4 माह 6 दिन में कार्यकारिणी बनाई थी। वहीं, राकेश सिंह ने पूर्व कार्यकारिणी के साथ ही कार्य किया था। इस तरह देखें तो भले ही करीब चार माह बाद टीम खंडेलवाल की घोषणा की गई है, लेकिन उन्होंने अपने पूर्ववर्तियों की तुलना में जल्दी ही पदाधिकारी चुने हैं।
उपाध्यक्ष
– रणवीर सिंह रावत- शिवपुरी के रहने वाले हैं। पूर्व विधायक हैं। वर्तमान में प्रदेश महामंत्री थे।
– कांतदेव सिंह- सिंगरौली के रहने वाले, प्रदेश उपाध्यक्ष थे।
– डॉ. प्रभुराम चौधरी- रायसेन के सांची के रहने वाले हैं। पूर्व मंत्री और वर्तमान विधायक है। सिंधिया गुट से आते हैं।
– शैलेंद्र बरुआ- ग्वालियर के रहने वाले हैं। पूर्व में संभागीय संगठन मंत्री रहे हैं।
– मनीषा सिंह – शहडोल जयसिंह नगर से विधायक हैं। पहले भी प्रदेश मत्री रह चुकी हैं।
– डॉ. नंदिता पाठक- सतना की रहने वाली हैं। नानाजी देशमुख शोध संस्थान से जुड़ी हैं।
– सुरेंद्र शर्मा-शिवपुरी के रहने वाले हैं। प्रदेश कार्यसमिति सदस्य रहे हैं। विद्यार्थी परिषद से आए थे।
– निशांत खरे- इंदौर से आते हैं। अनुसूचित जनजाति वर्ग से है। युवा आयोग के अध्यक्ष रहे हैं।
– डॉ. प्रभु दयाल जाटव- ग्वालियर के रहने वाले हैं। उपाध्यक्ष बनाया है।
महामंत्री
– लता वानखेड़े- सागर से आती हैं। लोकसभा सांसद हैं।
– सुमेर सिंह साेलंकी- बड़वानी के रहने वाले हैं। राज्यसभा सदस्य हैं। अनुसूचित जनजाति वर्ग से आते हैं। प्रदेश प्रवक्ता भी रहे।
– राहुल कोठारी- भोपाल के रहने वाले हैं। प्रदेश प्रवक्ता थे।
– गौरव रणदिवे- इंदौर के रहने वाले है। इंदौर जिला भाजपा अध्यक्ष रहे हैं।
मंत्री
– रजनीश अग्रवाल- सागर के रहने वाले हैं। प्रदेश मंत्री थे।
– लोकेंद्र परासर- ग्वालियर के रहने वाले है। भाजपा प्रदेश मीडिया प्रभारी रह चुके हैं।
– जयदीप पटेल-धार के रहने वाले है। पहले भी प्रदेश मंत्री थे।
– क्षितिज भट्ट- शाजापुर के रहने वाले हैं। पहले भी प्रदेश मंत्री थे।
– संगीता सोनी- झाबुआ की रहने वाली है। प्रदेश मंत्री रही हैं।
– राजेंद्र सिंह – हरदा के रहने वाले हैं। पूर्व प्रदेश सह कार्य मंत्री रहे हें।
– अर्चना सिंह- छतरपुर की रहने वाली है। नगर पालिका की पूर्व अध्यक्ष हैं। भजपा महिला मोर्च की प्रदेश कार्यसमिति में अध्यक्ष हैं।
– राजो मालवीय- नर्मदापुरम के सोहागपुर की रहने वाली हैं। भाजपा की प्रदेश प्रवक्ता रही हैं।
– बबीता परमार- शुजालपुर की रहने वाली हैं। वर्तमान में शुजालपुर नगर पालिका अध्यक्ष हैं।
कोषाध्यक्ष- अखिलेश जैन- जबलपुर के रहने वाले है। पिछले कार्यकाल में कोषाध्यक्ष थे और अब फिर से कोषाध्यक्ष बन गए।
कार्यालय मंत्री- श्याम महाजन- खरगोन के रहने वाले हैं। ये संभागीय संगठन मंत्री थे और बाद में उपाध्यक्ष बनाया।
मीडिया प्रभारी- आशीष अग्रवाल- ग्वालियर के रहने वाले हैं। दूसरी बार मीडिया प्रभारी की जिम्मेदारी सौंपी है।