भारत के पड़ोसी देश ने खोजी 1,000 टन सोने की खदान, साल में तीसरी बार ऐसा हुआ
By Ashish Meena
November 16, 2025
चीन ने अपने शिनजियांग के कुनलून पहाड़ों में विशाल सोने का भंडार खोजा है. शुरुआती अनुमान के मुताबिक, इस क्षेत्र में सोने का कुल भंडार 1,000 टन से ज्यादा हो सकता है. पिछले एक साल में चीन में यह तीसरी बड़ी सोने की खोज है. पहले लियाओनिंग और हुनान प्रांतों में भी 1,000 टन से अधिक सोने की खानें मिली थीं. भूवैज्ञानिकों ने कुनलून 87 सोने वाले इलाकों की पहचान की है, जिनमें से 6 अहम हैं. ऊपरी 300 मीटर में सोने की परतें खनन के लायक हैं.
इस खोज से पहले दुनिया की सबसे बड़ी ज्ञात सोने की खानें आमतौर पर सिर्फ कुछ सौ टन सोने तक ही सीमित थीं. एक्सपर्ट्स का अनुमान था कि चीन में सिर्फ 3,000 टन सोना अनमाइन्ड है, जो रूस और ऑस्ट्रेलिया का सिर्फ एक चौथाई है. लेकिन हाल ही में हुई खोजें बताती हैं कि चीन के सोने का भंडार पहले से कहीं अधिक हो सकता है.
चीन के पास भारत से 3 गुना गोल्ड
चीन के पास भारत की तुलना में अधिक गोल्ड रिजर्व है. 8 अक्टूबर 2025 तक चीन का कुल गोल्ड रिजर्व 2,279.56 टन है, जबकि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के पास मार्च 2025 तक 876.18 टन गोल्ड है. चीन के कुल विदेशी मुद्रा भंडार में सोना केवल 5% है, जबकि भारत में यह 9.3% है. चीन इस मामले में दुनिया में 5वें स्थान पर है, जबकि भारत 7वें स्थान पर है.
भारत में भी राजस्थान, झारखंड और मध्य प्रदेश में सोने की खानें हैं, लेकिन चीन जैसी विशाल और आधुनिक तकनीक से खोजी गई खानें अभी नहीं मिली हैं.
सोने के भंडार मिलने की वजह क्या है?
चीन में सोने के भंडार मिलने का कारण खोज खर्च में इजाफा और हाईटेक टेक्नीक का इस्तेमाल है. चीनी भूवैज्ञानिक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, शक्तिशाली ग्राउंड-पेनेट्रेटिंग रडार और सेंसिटिव सैटेलाइट्स का इस्तेमाल कर रहे हैं. इन तकनीकों का असर चीन के बाहर भी देखने को मिला है. कई अफ्रीकी क्षेत्रों में नई सोने की खानें खोजी गई हैं.
चीन ने 2018 में विशाल क्रॉस-आकार का एंटेना सिस्टम बनाया. इससे धरती की गहरी परतों में सोने और अन्य खनिजों की पहचान संभव हुई. इस तकनीक से लिथियम, यूरेनियम, दुर्लभ धातु, तेल और प्राकृतिक गैस की खोज में भी सफलता मिली है. इस खोज ने चीन की ग्लोबल मिनरल सप्लाई को मजबूत किया है.
शिनजियांग प्रांत में खनिजों का भंडार
कुनलून माउंटेन प्राचीन चीन में पवित्र माने जाते थे. पुराने ग्रंथ द क्लासिक ऑफ माउंटेंस एंड सीज के मुताबिक, कुनलून दुनिया का केंद्र और सभी खजानों का भंडार माना जाता था. शिनजियांग में सोने और अन्य खनिजों की भरमार है.