भारत और रूस मिलकर बनाएंगे यूरिया, मेडिकल एजुकेशन…PM मोदी और रूसी राष्ट्रपति पुतिन के बीच हुई 7 बड़ी डील

By Ashish Meena
December 5, 2025

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच हैदराबाद हाउस में द्विपक्षीय वार्ता संपन्न हो चुकी है. इस वार्ता के बाद दोनों देशों के बीच हुए समझौतों का आदान-प्रदान किया गया. पीएम मोदी और राष्ट्रपति पुतिन के बीच बातचीत में जिन समझौतों पर सहमति बनी उनमें प्रवासन, हेल्थकेयर, मेडिकल एजुकेशन खाद्य सुरक्षा, शिप बिल्डिंग, केमिकल्स और फर्टिलाइजर्स जैसे मुद्दें शामिल हैं.

राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में पीएम मोदी ने रूस के लोगों के लिए एक अहम घोषणा की. पीएम मोदी ने बताया कि भारत ने रूस के लोगों के लिए फ्री ई-टूरिस्ट वीजा की शुरुआत की है. यह ई वीजा 30 दिनों के लिए वैध होगा.

दोनों देशों के बीच जिन समझौतों का आदान प्रदान हुआ उनमें शामिल हैं-
1. सहयोग और प्रवासन पर समझौता (Agreement on Cooperation and Migration)
2.अस्थायी श्रम गतिविधियों पर समझौता (⁠Temporary labour activities)
3.स्वास्थ्य सेवा और मेडिकल शिक्षा पर समझौता (Agreement on Healthcare, Medical Education)
4. खाद्य सुरक्षा और मानकों पर समझौता (Agreement on Food Safety and Standards)
5. ध्रुवीय जहाजों पर समझौते (Agreements on Polar Ships)
6. समुद्री सहयोग पर समझौते (Agreements on Meritime Cooperation)
7. उर्वरकों पर समझौता (Agreement on Fertilizers)

भारत-रूस मिलकर बनाएंगे यूरिया
उर्वरकों पर समझौते के तहत तय हुआ है कि भारत और रूस संयुक्त रूप से यूरिया का उत्पादन करेंगे. भारत रूस से बड़े पैमाने पर यूरिया आयात करता है. इस समझौते से भारत अब रूस के साथ मिलकर यूरिया का उत्पादन भी करेगा.

भारतीय कामगारों के लिए खुशखबरी है प्रवासन पर समझौता
भारत-रूस के बीच कामगारों की आवाजाही को लेकर समझौता विदेश जाकर काम करने की चाह रखने वाले वर्कर्स के लिए खुशखबरी है. इस समझौते के तहत भारत के कामगार व्यवस्थित तरीके से रूस आ-जा सकेंगे और एक बेहतर सैलरी पर काम कर सकेंगे. कनाडा, ब्रिटेन जैसे यूरोपीय देशों में सख्त होते प्रवासन नियमों के बीच यह समझौता राहत देने वाला है.

FTA जल्द पूरा करने का संकल्प
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि राष्ट्रपति पुतिन की यात्रा ऐसे समय में हो रही है, जब हमारे संबंध ऐतिहासिक माइलस्टोन से गुजर रहे हैं. हर परिस्थिति में राष्ट्रपति पुतिन के नेतृत्व में आपसी संबंधों को ऊंचाई मिली है. उतार-चढ़ाव के बावजूद भारत और रूस की मित्रता ध्रुव तारे की तरह बरकरार रही. दोनों देश FTA को शीघ्र फाइनल करने के लिए प्रयास कर रहे हैं. दोनों पक्ष यूरिया उत्पादन के लिए प्रयास कर रहे हैं. चेन्नई-व्लादिविस्तोक कॉरिडोर के लिए नई ऊर्जा के साथ आगे बढ़ेंगे.

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि ऊर्जा सहयोग भारत और रूस के संबंधों का आधार रहा है. सिविल न्यूक्लियर डील को हम आगे बढ़ाएंगे. रूसी पर्यटकों के लिए 30 दिनों का टूरिस्ट वीजा शुरू करने जा रहे हैं. मोबिलिटी पैक्ट को बढ़ावा देने के लिए 2 समझौते किए गए हैं. स्कोलर्स, स्टूडेंट्स और खिलाड़ियों का आदान-प्रदान भी बढ़ाएंगे. भारत-रूस की मित्रता वैश्विक चुनौतियों से लड़ने में मददगार होगी. रूस यूक्रेन युद्ध का समाधान निकालने के लिए प्रयासरत है और भारत इसमें पूरा सहयोग करेगा.

मेहमाननवाज़ी भरे स्वागत के लिए पीएम मोदी का धन्यवाद- पुतिन
रूस के प्रेसिडेंट व्लादिमीर पुतिन ने कहा, “मैं भारत की प्रेसिडेंट द्रौपदी मुर्मू, भारत के प्राइम मिनिस्टर और हमारे सभी भारतीय साथियों को रूसी डेलीगेशन के गर्मजोशी और मेहमाननवाज़ी भरे स्वागत के लिए धन्यवाद देता हूं. कल पीएम मोदी ने अपने घर पर डिनर दिया, इसके लिए उन्हें धन्यवाद देता हूं”

न रुकेंगे, न झुकेंगे, भारत को फ्यूल सप्लाई जारी रहेगी- पुतिन
राष्ट्रपति पुतिन ने अमेरिका को सीधा मैसेज दे दिया है कि न तो रूस झुकेगा और न ही रुकेगा. वह भारत को फ्यूल सप्लाई जारी रखेगा. पुतिन ने कहा कि हमने सुरक्षा , अर्थव्यवस्था को लेकर किए कई समझौते किए हैं. सौ बिलियन डॉलर का आकड़ा व्यापार में 2030 तक जरूर पूरा होगा. पीएम मोदी ने आपसी व्यापार के लिए क्या दिक्कतें आ रही हैं इसको लेकर बहुत बड़ी एक सूची दी है. हम इस पर अपना ध्यान देंगे. रूस भारत को स्मॉल पोर्टेबल न्यूक्लियर टेक्नोलॉजी देगा.

पीएम मोदी से होती है नियमित बात- पुतिन
उन्होंने कहा कि वह नियमित रूप से मोदी से फोन पर बात करते हैं और प्रमुख मुद्दों पर लगातार संवाद बनाए रखते हैं. रूस और भारत के दोनों नेताओं ने वार्ता के दौरान अपने बहुमुखी सहयोग के संपूर्ण स्पेक्ट्रम की विस्तार से जांच की. पुतिन ने परिणाम को समझौतों का एक ठोस पैकेज बताया, जो रूस-भारत सहयोग की व्यापकता को दर्शाता है.मॉस्को और नई दिल्ली के बीच हस्ताक्षरित समझौतों का उद्देश्य आर्थिक सहयोग का विस्तार करना है. रूस और भारत ने संयुक्त विकास के लिए दीर्घकालिक लक्ष्य निर्धारित करते हुए 2030 तक एक आर्थिक सहयोग रोडमैप का समन्वय किया है.

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आशीष मीणा को पत्रकारिता में 5 साल हो चुके है। इंदौर के श्री अटल बिहारी वाजपेयी शासकीय कला एवं वाणिज्य महाविद्यालय (DAVV) से आशीष मीणा ने पत्रकारिता की डिग्री हासिल की है। इंदौर के अग्निबाण जैसे कई प्रतिष्ठित अखबारों में काम करने के बाद आशीष मीणा ने यहां तक का सफर तय किया है।