मध्यप्रदेश में लाडली बहना योजना से बाहर हुई साढ़े तीन लाख महिलाएं, कलेक्टर ने सरकार को लिखा पत्र

By Ashish Meena
फ़रवरी 19, 2025

भोपाल। मध्य प्रदेश में लाडली बहना कम हो रही है। दो साल में साढ़े तीन लाख महिलाएं योजना से बाहर हुई है। इसे लेकर दो जिलों के कलेक्टर ने सरकार को पत्र लिखा है। जिसमें कहा गया कि समग्र पोर्टल से ऑटोमेटिक महिलाओं के नाम डिलीट हो रहे है।

वहीं इस पर कांग्रेस ने बीजेपी सरकार पर हमला बोला है। कांग्रेस ने महिलाओं को ठगने का आरोप लगाया है। तो भारतीय जनता पार्टी ने भी कांग्रेस के आरोपों पर पलटवार किया है।

प्रदेश में बीते दो साल में साढ़े तीन लाख महिलाएं लाडली बहना योजना से बाहर हुई है। बैतूल और आगर मालवा के कलेक्टर ने मध्य प्रदेश इलेक्ट्रॉनिक कारपोरेशन के एमडी को एक पत्र भेजा है। जिसमें कहा कि समग्र पोर्टल से महिलाओं के नाम ऑटोमेटिक डिलीट हो रहे है। 300 से अधिक महिलाओं के नाम आधार से डी लिंक होने के बाद हट गए।

कांग्रेस बोली- लाडली बहनों को ठगने का…
लाडली बहना योजना को लेकर कांग्रेस ने भाजपा सरकार पर बड़ा आरोप है। कांग्रेस प्रवक्ता अभिनव बरौलिया ने कहा कि समग्र पोर्टल से साढ़े तीन लाख लाडली बहनों के नाम काट दिए गए। भाजपा ने लाडली बहनों के साथ सिर्फ छलावा किया।

1 हजार से सिर्फ 250 रुपये ही राशि अब तक बढ़ी है, लगातार लाडली बहनों की संख्या कम हो रही है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा- मध्यप्रदेश में लाखों लाड़ली बहनों के नाम कटने की बात सामने आ रही है। यह बताता है की शिवराज जी और मोहन यादव जी ने प्रदेश की जनता और लाड़ली बहनों को ठगने का काम किया है।

कमलनाथ ने कही ये बात
वहीं पूर्व सीएम कमलनाथ ने भी सरकार को घेरा है। उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर पोस्ट कर लिखा- ऐसा लगता है कि मध्य प्रदेश की सरकार पिछले दरवाजे से लाडली बहना योजना बंद करना चाहती है।

चुनावी फायदे के लिए भाजपा ने महिलाओं को सम्मान राशि दी और चुनाव जीतने के बाद ‘मतलब निकल गया तो पहचानते नहीं’ वाली बात हो गई है। पिछले 2 साल में लाडली बहना योजना से 3 लाख महिलाओं को बाहर किया जा चुका है। अब रिपोर्ट आ रही है कि समग्र पोर्टल से महिलाओं के नाम डिलीट हो रहे हैं।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक आगर मालवा और बैतूल के कलेक्टरों ने इस संबंध में पत्र भी लिखा है। पत्र में कहा गया है कि लाडली बहना योजना पोर्टल के तहत हितग्राहियों के नाम समग्र से डिलीट होने और आधार के समग्र से डी लिंक हो जाने के कारण बहुत सी महिलाओं को आर्थिक सहायता नहीं मिल पा रही है। अगर गौर से देखें तो सितंबर 2023 के बाद से फरवरी 2025 तक लाडली बहना योजना की हितग्राहियों की संख्या लगातार घट रही है। और अब उनके नाम डिलीट होना शुरू हो गए हैं।

ये एक खुला षड्यंत्र- पूर्व सीएम
कमलनाथ ने आगे लिखा कि ‘असल में चुनावी फायदे के लिए भाजपा ने मध्य प्रदेश की महिलाओं से ₹3000 प्रति महीने लाडली बहना योजना में देने का वादा किया था।

यह वादा पूरा करना तो दूर अब जानबूझकर षड्यंत्र रचकर महिलाओं को अपात्र बनाया जा रहा है ताकि उन्हें सम्मान राशि ना देना पड़े। यह एक खुला षड्यंत्र है जिसे कांग्रेस पार्टी हर स्तर पर बेनकाब करेगी।’

BJP ने किया पलटवार
कांग्रेस के आरोपों पर भारतीय जनता पार्टी ने पलटवार किया है। बीजेपी मीडिया अध्यक्ष आशीष अग्रवाल ने कहा कि कांग्रेस को कभी भी लाडली बहनों से सरकार का प्यार स्वीकार नहीं हुआ। कांग्रेस सिर्फ भ्रम फैलाने का काम करती है। यह योजना चल रही है हर महीने पैसे डाले जा रहे हैं। 60 साल से ऊपर वाली महिलाओं के नाम हट रहे हैं, वह अन्य पेंशन योजनाओं में चले जाते हैं।

लाड़ली बहना योजना को दो साल
तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने लाड़ली बहना योजना को राजधानी भोपाल के जंबूरी मैदान से 4 मार्च 2023 को लॉन्च किया था। जिसमें पहली किस्त 10 जून को एक हजार रुपए ट्रांसफर किए गए थे। इसके बाद रक्षाबंधन में राशि को 250 रुपए बढ़ाकर 1250 रुपए कर दी गई है।

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आशीष मीणा पत्रकारिता में पाँच वर्षों का अनुभव रखते हैं। DAVV इंदौर से पत्रकारिता की पढ़ाई के बाद उन्होंने अग्निबाण सहित कई प्रतिष्ठित मीडिया संस्थानों में कार्य किया। उन्होंने जमीनी मुद्दों से लेकर बड़े घटनाक्रमों तक कई महत्वपूर्ण खबरें कवर की हैं।