3 घंटे के अंदर चार देशों में आया भूकंप, नेपाल-तिब्बत, भारत और पाकिस्तान में कांपी धरती, घरों से बाहर निकले लोग

By Ashish Meena
February 28, 2025

Earthquake : भारत समेत चार देशों में एक बार फिर भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं. तीन घंटे के अंदर भारत, नेपाल, तिब्बत और पाकिस्तान के कई इलाकों में भूकंप के जोरदार झटके महसूस किए गए.

भारत में पटना के लोगों को सुबह 2.35 बजे तेज झटके महसूस किए जिसके बाद लोग घरों से बाहर निकल आए. रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 5.5 दर्ज की गई.

नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के मुताबिक, भूकंप के झटके नेपाल के बागमती प्रांत में भी तड़के करीब 2.35 बजे महसूस किए गए. नेपाल का बागमती प्रांत बिहार के मुजफ्फरपुर से 189 किलोमीटर उत्तर में पड़ता है. इस भूकंप में अभी तक किसी भी तरह की जानमाल के नुकसान की जानकारी नहीं है. नेपाल ही नहीं बल्कि पड़ोसी देश तिब्बत में भी यह झटके महसूस किए गए.

Also Read – छात्रों की शर्मनाक हरकत! महिला टीचर की अश्लील तस्वीरें की वायरल, व्हाट्सएप ग्रुप के एडमिन समेत 6 पर FIR

वहीं, पाकिस्तान में भी सुबह 5 बजकर 14 मिनट पर भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए. झटके महसूस होते ही लोग घरों से बाहर निकल आए. भूकंप की तीव्रता 4.5 रही. इससे पहले 16 फरवरी को भी पाकिस्तान में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे. तब भूकंप का केंद्र रावलपिंडी से आठ किलोमीटर दक्षिण पूर्व में था. भूकंप के झटकों की वजह से किसी भी तरह के नुकसान की खबरें सामने नहीं आई है.

इससे पहले शुक्रवार सुबह 2.48 बजे तिब्बत में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए थे और रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 4.1 रही थी. यहां भी इस दौरान किसी तरह के जानमाल का नुकसान नहीं हुआ. इस भूकंप का केंद्र धरती से 70 किलोमीटर की गहराई में था.

वैज्ञानिक रूप से समझने के लिए हमें पृथ्‍वी की संरचना को समझना होगा. पृथ्‍वी टैक्टोनिक प्लेटों पर स्थित है. इसके नीचे तरल पदार्थ लावा है और इस पर टैक्टोनिक प्लेट्स तैरती रहती हैं. कई बार ये प्लेट्स आपस में टकरा जाती हैं. बार-बार टकराने से कई बार प्लेट्स के कोने मुड़ जाते हैं और ज्‍यादा दबाव पड़ने पर ये प्‍लेट्स टूटने लगती हैं. ऐसे में नीचे से निकली ऊर्जा बाहर की ओर निकलने का रास्‍ता खोजती है. जब इससे डिस्‍टर्बेंस बनता है तो इसके बाद भूकंप आता है.

रिक्टर मैग्नीट्यूड स्केल 1 से 9 तक होती है. भूकंप की तीव्रता को उसके केंद्र यानी एपीसेंटर से नापा जाता है. यानी उस केंद्र से निकलने वाली ऊर्जा को इसी स्केल पर मापा जाता है. 1 यानी कम तीव्रता की ऊर्जा निकल रही है. 9 यानी सबसे ज्यादा. बेहद भयावह और तबाही वाली लहर. ये दूर जाते-जाते कमजोर होती जाती हैं. अगर रिक्टर पैमाने पर तीव्रता 7 दिखती है तो उसके आसपास के 40 किलोमीटर के दायरे में तेज झटका होता है.

आगे ये भी पढ़ें : »
Ashish Meena
Ashish Meena

ashish-meena

आशीष मीणा को पत्रकारिता में 5 साल हो चुके है। इंदौर के श्री अटल बिहारी वाजपेयी शासकीय कला एवं वाणिज्य महाविद्यालय (DAVV) से आशीष मीणा ने पत्रकारिता की डिग्री हासिल की है। इंदौर के अग्निबाण जैसे कई प्रतिष्ठित अखबारों में काम करने के बाद आशीष मीणा ने यहां तक का सफर तय किया है।