सिंगापुर। सिंगापूर के लोगों ने एक दशक से भी अधिक समय बाद देश के नौवें राष्ट्रपति चुनाव के लिए शुक्रवार को मतदान किया। भारतीय मूल के पूर्व मंत्री शनमुगरत्नम सिंगापुर के नए राष्ट्रपति चुने गए हैं। राष्ट्रपति चुनाव में उन्हें 70.4% से ज्यादा वोट मिले हैं। भारतीय मूल के थर्मन शनमुगरत्नम ने 70.4 फीसदी वोट के साथ सिंगापुर के राष्ट्रपति पद का चुनाव जीत लिया है।
सिंगापुर में 27 लाख से ज्यादा लोग मतदान के पात्र थे और मतदान केंद्र रात्रि आठ बजे तक खुले। इसके बाद मतगणना शुरू हुई थी। 66 वर्षीय थर्मन शनमुगरत्नम के अलावा राष्ट्रपति पद की दौड़ में दो अन्य उम्मीदवार- सरकारी स्वामित्व वाली कंपनी के पूर्व निवेश प्रमुख एनजी कोक सॉन्ग और सरकारी बीमा कंपनी के पूर्व प्रमुख टैन किन लियान भी शामिल थे।
जानकारी के लिए आपको बता दें कि, थर्मन शनमुगरत्नम सिंगापुर के उप-प्रधानमंत्री रह चुके हैं। उन्होंने शिक्षा और वित्त मंत्री के पद भी संभाले हैं। निवर्तमान राष्ट्रपति हलीमा याकूब (Halimah Yacob) का छह साल का कार्यकाल 13 सितंबर को समाप्त होगा। वह देश की आठवीं और पहली महिला राष्ट्रपति हैं। 2017 का राष्ट्रपति चुनाव एक आरक्षित चुनाव था, जिसमें केवल मलय समुदाय के सदस्यों को चुनाव लड़ने की अनुमति थी। तब हलीमा को राष्ट्रपति नामित किया गया था क्योंकि कोई अन्य उम्मीदवार नहीं था।
साल 2011 के बाद सिंगापुर में ये पहला राष्ट्रपति चुनाव है। सिंगापुर में राष्ट्रपति पद के लिए पहला चुनाव 28 अगस्त 1993 को हुआ था। बता दें, सिंगापुर के अतीत में दो भारतीय मूल के राष्ट्रपति रह चुके हैं। सेलप्पन रामनाथन, जिन्हें एसआर नाथन के नाम से जाना जाता है, सिंगापुर के राजनेता और तमिल मूल के सिविल सेवक थे, जिन्होंने सिंगापुर में राष्ट्रपति के रूप में कार्य किया था।
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