हरदा में 21 सूत्रीय मांगों को लेकर आंदोलन, बड़ी संख्या में पहुंचे लोग, 3 जिलों से बुलाया गया पुलिस फोर्स

By Ashish Meena
दिसम्बर 21, 2025

Harda News : हरदा में करणी सेना के कार्यकर्ता फिर बड़ी संख्या में जमा हो गए हैं. बीते 12 और 13 जुलाई को राजपूत समाज के लोगों पर हुए लाठीचार्ज के विरोध मे रविवार को 21 सूत्रीय मांगों को लेकर स्थानीय नेहरू स्टेडियम खेल मैदान पर करणी सेना द्वारा जन क्रांति न्याय आंदोलन किया जा रहा है. वहीं, शहर मे शांति व्यवस्था बनाए रखने के उद्देश्य से पुलिस प्रशासन द्वारा फ्लैग मार्च भी किया.

जुलाई में हुए लाठीचार्ज के जख्म हरे
मामले के अनुसार राजपूत समाज के एक युवक ने हीरा खरीदा था. आरोप है कि एक व्यापारी द्वारा असली हीरा बदल कर नकली हीरा थमा दिया गया. थाने मे शिकायत भी की गई लेकिन करणी सेना के लोगों ने कार्रवाई नहीं होने का आरोप लगाया और 12 और 13 जुलाई को थाने का घेराव किया. इस दौरान पुलिस ने लाठीचार्ज किया था. करणी सेना के प्रमुख जीवन सिंह शेरपुर भी लाठीचार्ज किया गया था.

Also Read – विदिशा में प्रेमी के साथ भागी बेटी तो घरवालों ने निकाली अर्थी, जीते-जी किया अंतिम संस्कार, भाई बोला- उसे बहुत लाड़-प्यार से पाला

करणी सेना ने उठाई 21 सूत्रीय मांगें
जीवन सिंह शेरपुर को एक दिन के लिए जेल मे बंद कर दिया गया था. इसके बाद से ही 21 दिसंबर को हरदा मे बड़े आंदोलन की तैयारी चल रही थी और हजारों की संख्या मे लोगों के एकत्रित होने की उम्मीद है. जीवन सिंह शेरपुर ने कहा “हमारी 21 सूत्रीय मांगें हैं. हरदा में किए गए लाठीचार्ज में हमारे लोगों को जाति पूछ-पूछकर पुलिस ने पीटा था. हरदा में ये आंदोलन इतना बड़ा होगा कि इतिहास बनेगा.

जीवन सिंह शेरपुर हरदा में भूख हड़ताल पर हैं. हरदा पहुंचने से पहले डॉक्टर की टीम ने उनका चेकअप किया. उसके बाद उन्हें आंदोलन मे शामिल होने की अनुमति मिली. पुलिस ने आंदोलन से निपटने की तैयारी की है. शहर में शांति एवं कानून व्यवस्था बनाए रखने के उद्देश्य से पुलिस ने फ्लैग मार्च प्रमुख मार्गों से निकाला. फ्लैग मार्च में तीन जिलों की पुलिस फोर्स के साथ-साथ 10 कंपनियों के पुलिस बल ने मोर्चा संभाला.

करणी सेना प्रमुख जीवन सिंह शेरपुर देर रात हरदा पहुंच गए थे। 10 कंपनी सुरक्षा बल और 3 जिलों का फोर्स बुलाया गया है। 5 लेयर में निगरानी के लिए करीब 1500 पुलिस जवान तैनात रहेंगे। राष्ट्रीय अध्यक्ष जीवन सिंह शेरपुर ने कहा कि जब तक हमारी मांगें पूरी नहीं होगी, आंदोलन चलता रहेगा।

आगे ये भी पढ़ें :
»
Ashish Meena
Ashish Meena

ashish-meena

आशीष मीणा हिंदी पत्रकार हैं और राष्ट्रीय तथा सामाजिक मुद्दों पर लिखते हैं। उन्होंने पत्रकारिता की पढ़ाई की है और वह तथ्यात्मक व निष्पक्ष रिपोर्टिंग पर ध्यान केंद्रित करते हैं।