भारत-नेपाल बॉर्डर पर मिली अर्चना तिवारी, 12 दिन से थी लापता, इंदौर से जा रही थी कटनी, एक पुलिसकर्मी भी सवालों के घेरे में

By Ashish Meena
August 20, 2025

कटनी। इंदौर से कटनी के रास्ते भोपाल में नर्मदा एक्सप्रेस से सात अगस्त को रहस्यमय तरीके से लापता अधिवक्ता अर्चना तिवारी को 12 दिन बाद उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले में पलियाकलां स्थित नेपाल बॉर्डर के पास बरामद कर लिया गया। इससे पहले मंगलवार सुबह उसके मुंहबोले भाई ने परिवार के सदस्यों को अर्चना से फोन पर बात होने की जानकारी दी तो उसके साथ होई अनहोनी की आशंका दूर होने से सबने राहत की सांस ली।

देर रात भोपाल रेल पुलिस अधीक्षक राहुल लोढ़ा ने बताया कि अर्चना तिवारी को सकुशल बरामद कर लिया गया है। हालांकि उन्होंने यह राजफाश अभी नहीं किया है कि वह वहां तक कैसे पहुंची। क्या उसके साथ किसी और को पाया गया है? इन सवालों के जवाब पुलिस अधिकारियों ने बुधवार को अर्चना से पूछताछ के बाद ही देने की बात कही है। जीआरपी पुलिस उसे भोपाल लेकर पहुंची है। पुलिस इस मामले में आज खुलासा करेगी।

बता दें कि इंदौर के एक हास्टल में रहकर जूडिशियल सर्विस की तैयारी कर रही 28 वर्षीय अधिवक्ता अर्चना मध्य प्रदेश के कटनी जिले की रहने वाली है। वह सात अगस्त को इंदौर से रक्षाबंधन पर भाई को राखी बांधने के लिए कटनी जाने को नर्मदा एक्सप्रेस से निकली थी, लेकिन रास्ते से वह लापता हो गई। पुलिस ने जांच की तो उसके मोबाइल की अंतिम लोकेशन भोपाल के कमलापति रेलवे स्टेशन पर पाई गई, उसके बाद से उसका मोबाइल स्विच आफ जा रहा था। किसी हादसे का शिकार होने की आशंका से पिछले 12 दिन से लगातार जीआरपी पुलिस उसकी तलाश कर रही थी।

जंगलों और रेलवे ट्रैक के आसपास सर्चिंग की जा रही थी। सीसीटीवी खंगाले जा रहे थे। साइबर पुलिस भी जुटी हुई थी। उधर, लखीमपुर खीरी से मिली जानकारी के अनुसार, भोपाल जीआरपी पिछले तीन दिन से युवती की तलाश में डेरा डाले हुए थी। दरअसल, पुलिस को सूचना मिल गई थी कि वह नेपाल भागने की फिराक में है। इसकी वजह अभी सामने नहीं आई है, हालांकि बुधवार को तस्वीर साफ होने की उम्मीद है।

मंगलवार सुबह अर्चना की उसके मुंहबोले भाई और युवक कांग्रेस के जिलाध्यक्ष दिव्यांशु अंशु मिश्रा से पहले बात हुई। उसने स्वजन को अर्चना के सकुशल होने की जानकारी दी। वहीं, जीआरपी ने ग्वालियर में तैनात सिपाही राम तोमर को हिरासत में लेकर पूछताछ की। दरअसल, सिपाही के बारे में कहा जा रहा है कि उसने ही अर्चना का ट्रेन यात्रा का टिकट बुक कराया था। ऐसे में अर्चना के लापता होने में सिपाही की भूमिका मानकर उससे पूछताछ की गई।

अर्चना तिवारी को उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले में नेपाल बार्डर से बरामद किया गया है। उसके लापता होने के बारे में पूछताछ की जाएगी। उसका कहना है कि वह भोपाल आकर ही बताएगी। उसके स्वजनों को भी भोपाल बुलाया गया है। – राहुल लोढ़ा, पुलिस अधीक्षक, रेलवे, भोपाल

खबर है कि ग्वालियर के भंवरपुरा थाने में पदस्थ जिस आरक्षक राम तोमर को पुलिस ने कॉल डिटेल के आधार पर उठाया था उससे भी पूछताछ जारी है… राम तोमर का कहना है कि ”मैं अर्चना तिवारी से मिला ही नहीं और मुझे कुछ नहीं मालूम…. मेरी कोर्ट के संबंध में अर्चना तिवारी से सिर्फ एक मिनट की बात हुई थी…” वहीं दूसरी तरफ एडिशनल एसपी कृष्णलाल चंदानी मीडिया को बताते हैं कि ”आरक्षक तोमर अर्चना तिवारी से पिछले डेढ़ साल से जानता था और उसकी फोन पर भी बातचीत हुई… तोमर ने ही अर्चना के लिए बस का टिकट भी बुक किया था… फिलहाल तोमर से पूछताछ जारी है..!”

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