दिल्ली पुलिस ने श्री शारदा इंस्टीट्यूट ऑफ इंडियन मैनेजमेंट में पढ़ रही छात्राओं के साथ यौन उत्पीड़न और धोखाधड़ी के आरोपों पर जांच शुरू हो गई है. शिकायत में आरोप है कि स्वामी चैतन्यानंद सरस्वती पार्थ सारथी ने ईडब्ल्यूएस छात्रवृत्ति के तहत पीजीडीएम कोर्स कर रही महिला छात्रों के साथ अपशब्दों का प्रयोग किया और अश्लील WhatsApp/SMS संदेश भेजे. इतना ही नहीं शारीरिक संपर्क बनाने की भी कोशिश की गई. शिकायत श्री पी.ए. मुरली, प्रशासक, श्री शृंगेरी मठ एवं उसकी संपत्तियों की ओर से 04 अगस्त 2025 को दर्ज कराई गई.
शिकायत की शुरुआत
04 अगस्त 2025 को पीए मुरली, प्रशासक, श्री शृंगेरी मठ ने थाने में आरोपी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई. शिकायत में यह भी लिखा गया कि संस्थान की कुछ महिला फैकल्टी और प्रशासनिक अधिकारी आरोपी की मांगों को पूरा करने के लिए छात्राओं पर दबाव डालते रहते हैं. इससे छात्राओं को मानसिक और शारीरिक रूप से उत्पीड़न झेलना पड़ता है.
छात्राओं के बयान दर्ज
जांच के दौरान कुल 32 महिला छात्रों के बयान दर्ज किए गए. इनमें से 17 ने आरोपी पर अपशब्द, अश्लील संदेश और शारीरिक संपर्क का आरोप लगाया. छात्राओं ने बताया कि जब उन्होंने विरोध किया, तो कुछ फैकल्टी और प्रशासनिक अधिकारी उनके ऊपर दबाव डालते रहे. पुलिस अधिकारियों ने कहा कि आरोपी ने लंबे समय तक अपनी पहुंच बनाकर छात्रों को डराने और दबाव में डालने का प्रयास किया. इससे पता चलता है कि मामला केवल एक घटना तक सीमित नहीं था, बल्कि लंबे समय से जारी था.
कानूनी कार्रवाई तेज
थाना वसंत कुंज नॉर्थ में कई धाराओं में दर्ज किया गया और जांच शुरू हुई. घटनास्थल और आरोपी के घर पर कई छापेमारी की गई. साथ ही, संस्थान के सीसीटीवी फुटेज देखे गए. जांच के दौरान आरोपी अब तक फरार है. पुलिस ने SRISIIM संस्थान से एनवीआर और हार्ड डिस्क बरामद कर फॉरेंसिक लैब (FSL) में भेजे. धारा 183 बीएनएसएस के तहत 16 पीड़ित छात्राओं के बयान माननीय JMFC, पटियाला हाउस कोर्ट में दर्ज किए गए.
धोखाधड़ी और फर्जी डिप्लोमैटिक नंबर की पुष्टि
जांच के दौरान यह भी सामने आया कि संस्थान के बेसमेंट में एक वोल्वो कार खड़ी थी. इस कार पर 39 UN 1 फर्जी डिप्लोमैटिक नंबर प्लेट लगी हुई थी और इसे कथित आरोपी इस्तेमाल कर रहे थे. कार जब्त कर ली गई. पुलिस ने बताया कि मामला बेहद संवेदनशील है और छात्राओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए जांच जारी है. आरोपी अब तक फरार है, पुलिस का कहना है कि गिरफ्तार के प्रयास जारी है, जल्द ही वह गिरफ्तर में होगा.
पुलिस ने बताया कि आरोपी के खिलाफ दर्ज सबूतों में छात्राओं के बयान, सीसीटीवी फुटेज, एनवीआर और हार्ड डिस्क से जुटाए गए फॉरेंसिक सबूत शामिल हैं. ये सभी साक्ष्य जांच और कानूनी कार्रवाई में अहम भूमिका निभाएंगे. जांच अधिकारी ने कहा, हम यह सुनिश्चित करेंगे कि आरोपी को न्यायिक प्रक्रिया के तहत पकड़कर सबूतों के आधार पर कानूनी कार्रवाई पूरी हो. इस मामले में कोई भी कानूनी ढील नहीं दी जाएगी.