राष्ट्रीय एकता, खातेगांव।
देवास जिले की कन्नोद-खातेगांव विधानसभा क्षेत्र में गो-तस्करी का धंधा धड़ल्ले से जारी है, जिसका एक और जीता-जागता सबूत शनिवार सुबह सामने आया।
श्री बजरंग सेना के कार्यकर्ताओं ने रात के अंधेरे में एक पिकअप वाहन को रंगेहाथ पकड़ा, जिसमें गायों की तस्करी की जा रही थी। यह घटना कालीबाई इलाके की है, जिसने एक बार फिर इस संवेदनशील मुद्दे पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
रात 3 बजे बजरंग सेना का सफल ऑपरेशन!
श्री बजरंग सेना के जांबाज कार्यकर्ताओं ने शनिवार सुबह करीब 3 बजे गोतस्करी में लिप्त इस पिकअप गाड़ी को पकड़ा। गोतस्करों को कोई मौका नहीं मिला और बजरंग सेना ने तुरंत वाहन को अपने कब्जे में लेकर हरणगांव पुलिस के हवाले कर दिया।
यह कार्रवाई देवास जिले के गौ रक्षा प्रमुख और बजरंग सेना के जिलाध्यक्ष अर्जुन मीणा के नेतृत्व में की गई। इस टीम में दीपक मीणा, जिला संयोजक ऋषि गोस्वामी, जिला महामंत्री नीरज परमार, जिला मंत्री गब्बर गुर्जर, जिला मीडिया प्रभारी अमित मीणा, नगर अध्यक्ष लक्की जाट और अंकित गोस्वामी जैसे कार्यकर्ता शामिल थे, जिन्होंने बहादुरी से इस ऑपरेशन को अंजाम दिया।
खातेगांव विधानसभा- गोतस्करी का नया गढ़?
खातेगांव विधानसभा क्षेत्र में गोतस्करी के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। आए दिन ऐसी घटनाएं उजागर हो रही हैं, जो दर्शाती हैं कि यहां बेखौफ होकर यह अवैध धंधा चल रहा है।
तीन दिन पहले ही ‘राष्ट्रीय एकता न्यूज़’ ने खातेगांव विधानसभा में बढ़ती गोतस्करी का खुलासा किया था, जिसके बाद क्षेत्र के हिंदू संगठनों ने नेशनल हाईवे भी जाम कर दिया था। इसके बावजूद, आज एक बार फिर गोतस्करी का मामला सामने आना, प्रशासन और संबंधित अधिकारियों की कार्रवाई पर गंभीर सवाल उठाता है।
कब लगेगी बेजुबानों की तस्करी पर लगाम?
आज की इस घटना ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि आखिर इन बेजुबान पशुओं की तस्करी पर कब लगाम लगेगी? गौ रक्षा और अवैध पशु व्यापार पर नियंत्रण एक बड़ी चुनौती बनी हुई है, खासकर सीमावर्ती क्षेत्रों में।
हिंदू संगठनों और गौ रक्षकों के प्रयासों के बावजूद, तस्करों के हौसले बुलंद दिख रहे हैं। अब देखना यह होगा कि इस ताजा खुलासे के बाद पुलिस और प्रशासन क्या ठोस कदम उठाता है ताकि इस अवैध और अमानवीय व्यापार पर पूरी तरह से रोक लगाई जा सके।