MP Weather Update : अरब सागर एवं बंगाल की खाड़ी में प्रभावी मौसम प्रणालियों के मौजूद रहने के कारण हवाओं के साथ नमी आने का सिलसिला बना हुआ है। इस वजह से मध्य प्रदेश के अधिकतर शहरों में बादल छाए हुए हैं। साथ ही कहीं-कहीं बारिश भी हो रही है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक तीन-चार दिनों तक मौसम का मिजाज इसी तरह बना रह सकता है। उसके बाद हवाओं का रुख उत्तरी होने पर रात के तापमान में गिरावट होने की संभावना है।
बादल छंटने के बाद ठंड महसूस हो सकती है। गुरुवार को रात का सबसे कम 17.6 डिग्री सेल्सियस तापमान नौगांव में दर्ज किया गया। सात शहरों में रात का पारा 20 डिग्री सेल्सियस से कम पर रहा। दिन का सबसे अधिक 34.5 डिग्री सेल्सियस तापमान मंडला एवं नर्मदापुरम में दर्ज किया गया। सुबह साढ़े आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक सतना में 0.8 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई।
मध्य प्रदेश में 19 जिलों हरदा, नर्मदापुरम, बैतूल, जबलपुर, कटनी, नरसिंहपुर, सिवनी, छिंदवाड़ा, बालाघाट, मंडला, डिंडौरी, इंदौर, धार, झाबुआ, अलीराजपुर, बड़वानी, खरगोन, बुरहानपुर और खंडवा में बारिश के आसार हैं।
बंगाल की खाड़ी पर बना है चक्रवात
मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ मौसम विज्ञानी पीके रायकवार के मुताबिक दक्षिण-पूर्व अरब सागर में एक अवदाब का क्षेत्र बना हुआ है। शुक्रवार को इसके पूर्व-मध्य अरब सागर में पहुंचने की संभावना है। दक्षिणी कर्नाटक के आसपास एक कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। शुक्रवार को इसके दक्षिण-पूर्व अरब सागर में पहुंचने की संभावना है।
दक्षिण अंडमान सागर और दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी पर हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। शुक्रवार को इसके पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी में पहुंचकर कम दबाव के क्षेत्र में बदलने की संभावना है। उत्तर-पश्चिमी उत्तर प्रदेश और उससे लगे हरियाणा पर भी हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात बना हुआ है। जम्मू के आसपास एक पश्चिमी विक्षोभ द्रोणिका के रूप में है। 27 अक्टूबर को एक नए पश्चिमी विक्षोभ के हिमालय क्षेत्र में सक्रिय होने के आसार हैं।
हल्की बारिश हो रही है
वर्तमान में हवाओं के साथ नमी आने के कारण बादल छाए हुए हैं। कहीं-कहीं हल्की बारिश भी हो रही है। शुक्रवार को भी जबलपुर, नर्मदापुरम, इंदौर संभाग के जिलों में कहीं-कहीं वर्षा हो सकती है। मौसम विशेषज्ञ अजय शुक्ला ने बताया कि 27 अक्टूबर को पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से हवाओं का रुख बदलने के कारण 28 अक्टूबर से बादल छंटने से रात में एक बार फिर ठंड का अहसास बढ़ने की संभावना है।