MP News : मध्यप्रदेश कांग्रेस में हाल ही में जिला अध्यक्षों की नई सूची जारी होने के बाद पार्टी के भीतर असंतोष और नाराजगी खुलकर सामने आने लगी है. सूची में कई पुराने और जमीनी कार्यकर्ताओं की अनदेखी से न केवल असंतोष पनपा है, बल्कि अब त्यागपत्रों का दौर भी शुरू हो गया है.
देवास ग्रामीण से जिला अध्यक्ष पद के प्रबल दावेदार रहे कांग्रेस नेता गौतम बंटू गुर्जर ने पार्टी के संगठनात्मक फैसलों से नाराज होकर कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है.
बंटू गुर्जर ने प्रदेश प्रभारी हरीश चौधरी पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि वे कांग्रेस को मज़बूत करने नहीं, बल्कि इसका “विसर्जन” करने मध्यप्रदेश आए हैं. उन्होंने कहा, “हरीश चौधरी पंजाब में कांग्रेस को डुबोने के बाद अब यहां वही दोहरा रहे हैं.”
बंटू गुर्जर का इस्तीफा क्यों है कांग्रेस के लिए नुकसानदायक?
बंटू गुर्जर को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी का करीबी माना जाता है और वे लंबे समय से कांग्रेस में सक्रिय भूमिका निभाते रहे हैं। 2023 विधानसभा चुनाव में भी वे टिकट के दावेदार थे, लेकिन आखिरी समय में कांग्रेस ने पूर्व मंत्री दीपक जोशी पर दांव खेला था। तब भी बंटू गुर्जर खाली हाथ रह गए थे।
इस बार जिला अध्यक्ष पद की रेस से बाहर होने के बाद उन्होंने पार्टी पर गंभीर आरोप लगाते हुए अपनी प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया।
बंटू गुर्जर ने फेसबुक पर लिखा – राहुल गांधी के संगठन सर्जन अभियान को प्रदेश प्रभारी हरीश चौधरी कांग्रेस विसर्जन अभियान बनाने आयें हैं यह पंजाब में कांग्रेस का विसर्जन कर के आये हैं।
मे गौतम बन्टु गुर्जर कांग्रेस पार्टी के सक्रिय सदस्य से अपना इस्तीफ़ा देता हु।
देवास जिले सभी परिवार के साथियों का जिन्होने प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष रूप से सहयोग किया सभी का दिल से धन्यवाद ….🙏
कांग्रेस में बढ़ी अंदरूनी कलह?
बंटू गुर्जर के इस्तीफे से साफ है कि मध्य प्रदेश कांग्रेस में अंदरूनी कलह गहराती जा रही है। ताजा घटनाक्रम ने पार्टी हाईकमान की मुश्किलें और बढ़ा दी हैं।
देवास से कौन बना जिलाध्यक्ष?
बता दें कि कांग्रेस ने देवास से मनीष चौधरी को जिलाध्यक्ष बनाया है।