Kannod News : कन्नौद विकासखंड क्षेत्र में किसानों की सोयाबीन की फसल सूखने का मामला सामने आया है। किसानों ने नई दिल्ली कंपनी बायोकलोर HPM केमिकल एंड फर्टिलाइजर की खरपतवारनाशक का प्रयोग किया था। इसके बाद यह समस्या उत्पन्न हुई।
ग्राम पीपल्दा, मथनी, काटकूट, गुड़बेल गांव में किसानों की फसलें प्रभावित हुईं हैं। दवा के इस्तेमाल के कुछ ही दिनों बाद बड़ी संख्या में खेतों में सोयाबीन की फसल पीली पड़कर सूखने लगी। इसकी शिकायत किसानों ने कृषि विभाग कन्नौद में दर्ज कराई।
कंपनी के मालिक पर केस दर्ज
कलेक्टर ऋतुराज सिंह के निर्देश पर कृषि विभाग ने कार्रवाई की है। जांच में प्रथम दृष्टया यह पाया गया कि खरपतवारनाशक बायोकलोर के बारे में किसानों को सही जानकारी नहीं दी गई थी। इसके बाद HPM केमिकल कंपनी के मालिक और अन्य लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है।
यह कार्रवाई कीटनाशक अधिनियम 1968 और भारतीय दंड संहिता की धारा 318(2) और अन्य संबंधित धाराओं के तहत की गई है। कृषि विभाग ने सभी किसानों से अपील की है कि वे प्रमाणित और पंजीकृत दुकानदारों से ही कीटनाशक खरीदें।
साथ ही किसानों को कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिकों ने अनुशंसित कीटनाशकों का ही उपयोग करने की सलाह दी गई है। किसी भी अनियमितता की सूचना तुरंत प्रशासन को देने का भी आग्रह किया गया है। इस मुद्दे को लेकर किसान संगठन और कांग्रेस पहले से ही मुखर थे। खातेगांव विधायक आशीष शर्मा ने भी इस मामले में विधानसभा में अपनी बात रखी थी।