Khategaon News : एक तरफ सरकार किसानों की आय दोगुनी करने का दावा कर रही है, वहीं दूसरी तरफ कुछ लालची व्यापारी नकली खाद बेचकर अन्नदाताओं की मेहनत और कमाई पर डाका डाल रहे हैं। देवास जिले के खातेगांव से एक ऐसा ही चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहाँ कृषि विभाग की टीम ने हंडिया तहसील के ग्राम जुगारिया में बड़ी कार्रवाई करते हुए अमानक डीएपी खाद की 60 बोरियां जब्त की हैं। यह कार्रवाई किसानों की शिकायत के बाद की गई, जिससे एक बड़े फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ है।
कैसे हुआ फर्जीवाड़ा का खुलासा?
मामला हरदा जिले के ग्राम जुगारिया (तहसील हंडिया) का है। यहाँ के किसानों ने कृषि विभाग को फ़ोन पर शिकायत दी थी कि उन्हें नर्मदेश्वर ट्रेडर्स, खातेगांव (प्रो. रामानंद गुर्जर) से मिली डीएपी खाद की गुणवत्ता पर शक है। किसानों ने बताया कि उन्होंने फ़ोन-पे के माध्यम से 60 बोरी डीएपी का अग्रिम भुगतान किया था। इसकी डिलीवरी 11 सितंबर को ग्राम जुगारिया में की गई। डिलीवरी के बाद, जब किसानों ने खाद को देखा, तो उन्हें उसकी गुणवत्ता पर संदेह हुआ।
कृषि विभाग की टीम ने की जांच, मिला अमानक खाद
किसानों की शिकायत को गंभीरता से लेते हुए, कृषि विभाग का एक दल तुरंत मौके पर पहुंचा। टीम ने जब खाद की जांच की, तो पाया कि वह प्रथम दृष्टया अमानक और संदिग्ध लग रही थी। टीम ने तुरंत खाद का नमूना लिया और उसे उर्वरक परीक्षण प्रयोगशाला में भेजा है ताकि उसकी पूरी जांच की जा सके।
यह संदिग्ध खाद फिलहाल किसान भागवत सिंह के निवास पर पाई गई, जिसे विभाग ने कानूनी रूप से जब्त कर उनके सुपुर्द कर दिया है। मौके पर ही पंचनामा तैयार किया गया, जिसे किसानों को पढ़कर सुनाया गया और उनके हस्ताक्षर भी लिए गए।
नर्मदेश्वर ट्रेडर्स के खिलाफ होगी कार्रवाई?
यह घटना किसानों के साथ धोखाधड़ी का एक गंभीर उदाहरण है। जांच के लिए सैम्पल भेजे गए है और यदि यह साबित हो जाता है कि खातेगांव के नर्मदेश्वर ट्रेडर्स से बेची गई खाद नकली थी, तो दुकानदार के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।