MP के सीहोर जिले के किसानों के निकले आंसू, सरकार से लगाई गुहार

By Ashish Meena
December 8, 2025

Sehore News : मध्य प्रदेश के सीहोर जिले में प्याज उत्पादक किसान इस समय गंभीर संकट का सामना कर रहे हैं। प्याज का सही दाम न मिलने से परेशान किसानों ने एक अनोखा और रचनात्मक विरोध प्रदर्शन किया, जिसने पूरे प्रदेश का ध्यान आकर्षित किया है। चंदेरी गांव के किसानों ने अपनी मेहनत की उपज को सड़कों पर फेंकने के बजाय, उसे राहगीरों को मुफ्त में बाँट दिया।

मंडी में मिला सिर्फ 40 पैसे प्रति किलो का दाम
किसान एम.एस. मेवाड़ा ने अपनी पीड़ा व्यक्त करते हुए बताया कि मंडी में प्याज का भाव इतना गिर गया कि 10 कट्टी प्याज भी मात्र 40 पैसे प्रति किलो के हिसाब से बिक रही थी। इतनी कम कीमत पर अपनी उपज बेचना घाटे का सौदा था।

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मेवाड़ा ने कहा, “मजबूरी में कई किसानों को अपनी प्याज सड़क के किनारे या गांव के बाहर फेंकनी पड़ी, जिससे उनकी लागत और मेहनत दोनों बर्बाद हो गईं।” हालांकि, चंदेरी के किसानों ने बर्बादी का रास्ता न चुनकर, बिलकिसगंज रोड हाईवे पर आने-जाने वाले लोगों को 5-5 किलो प्याज की कट्टी बनाकर नि:शुल्क वितरित की।

किसानों ने सरकार से लगाई बड़ी गुहार
किसानों के इस सराहनीय कदम की शहरवासियों ने जमकर तारीफ की। उनका कहना था कि जब उचित मूल्य नहीं मिला, तो किसानों ने उसे मुफ्त में बांटकर एक अच्छा संदेश दिया।

इस विरोध के माध्यम से, किसानों ने सीधे मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान से बड़ी गुहार लगाई है। प्याज को भावांतर योजना में शामिल किया जाए ताकि किसानों को उनकी लागत के अनुसार उचित दाम मिल सके। जिन किसानों ने मजबूरी में अपनी प्याज फेंक दी है, उन्हें सरकार द्वारा आर्थिक सहायता प्रदान की जाए।

किसानों की यह पहल न केवल उनकी बदहाली को दर्शाती है, बल्कि यह भी मांग करती है कि सरकार जल्द से जल्द प्याज को भी भावांतर योजना के तहत खरीदकर किसानों को राहत प्रदान करे, ताकि उनकी मेहनत यूं ही बर्बाद न हो।

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आशीष मीणा को पत्रकारिता में 5 साल हो चुके है। इंदौर के श्री अटल बिहारी वाजपेयी शासकीय कला एवं वाणिज्य महाविद्यालय (DAVV) से आशीष मीणा ने पत्रकारिता की डिग्री हासिल की है। इंदौर के अग्निबाण जैसे कई प्रतिष्ठित अखबारों में काम करने के बाद आशीष मीणा ने यहां तक का सफर तय किया है।