Nepal Update : नेपाल में हिंसक घटनाओं के बीच प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने पद से इस्तीफा दे दिया। सेना का एक हेलिकॉप्टर उन्हें सुरक्षित स्थान पर ले गया है। राष्ट्रपति राम चंद्र पौडेल ने प्रदर्शनकारियों को बातचीत के लिए बुलाया है।
राजधानी काठमांडू में हालात बेहद तनावपूर्ण बने हुए हैं और सुरक्षा बल हालात को काबू में लाने में नाकाम दिख रहे हैं। देश में हिंसक प्रदर्शनों ने हालात को और बिगाड़ दिया है।
प्रदर्शनकारियों ने पूर्व पीएम झलनाथ खनाल के घर में आग लगा दी। घर में उनकी पत्नी राज्यलक्ष्मी चित्रकार थीं। वह गंभीर रूप से जल गईं। उन्हें तुरंत कीर्तिपुर बर्न अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी मौत हो गई।
राजधानी काठमांडू और आसपास के इलाकों में हुई झड़पों और आगजनी में अब तक 22 लोग मारे जा चुके हैं, जबकि 400 से ज्यादा लोग घायल हैं। प्रदर्शनकारियों ने संसद भवन में आग लगा दी और प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली, राष्ट्रपति राम चंद्र पौडेल और गृहमंत्री के निजी आवासों पर भी हमला कर तोड़फोड़ और आगजनी की।
गुस्साए युवाओं ने पूर्व प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा को उनके घर में घुसकर पीटा, जबकि वित्त मंत्री विष्णु पौडेल को काठमांडू में उनके घर के पास दौड़ा-दौड़ाकर मारा गया। सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में एक प्रदर्शनकारी उनके सीने पर लात मारते हुए दिख रहा है।
इन सबके बीच भारत ने मंगलवार (9 सितंबर, 2025) को नेपाल में अपने नागरिकों के लिए एक एडवाइजरी जारी की है। नेपाल में हो रहे Gen Z विरोध प्रदर्शन के मद्देनजर भारत को अपने नागरिकों की चिंता सता रही है, क्योंकि इस हिंसक विरोध प्रदर्शन में कम से कम 19 लोगों की मौत हो गई है और 300 से ज़्यादा लोग घायल हुए हैं। एडवाइजरी में नई दिल्ली ने नेपाल में रहने वाले भारतीयों से सावधानी बरतने और अधिकारियों द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करने की अपील की है।
विदेश मंत्रालय (MEA) ने एक आधिकारिक बयान में कहा है कि वो कल से नेपाल के मामलों पर नजर बनाए हुए हैं और युवाओं के प्रदर्शन को लेकर भी चिंतित हैं. बयान में कहा गया, “हम कल से नेपाल में हो रहे घटनाक्रम पर बारीकी से नज़र रख रहे हैं और कई युवाओं की मौत से बेहद दुखी हैं. हमारी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं मृतकों के परिवारों के साथ हैं. हम घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हैं.”
विदेश मंत्रालय की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि हमने यह भी संज्ञान लिया है कि नेपाली अथॉरिटी ने काठमांडू और नेपाल के कई अन्य शहरों में कर्फ्यू लगा दिया है। नेपाल में भारतीय नागरिकों को सलाह दी जाती है कि वे सावधानी बरतें और नेपाली प्राधिकारियों द्वारा जारी कदमों और दिशा निर्देशों का पालन करें।” नेपाल के गृह मंत्री रमेश लेखक ने प्रधानमंत्री के आधिकारिक आवास पर आयोजित कैबिनेट बैठक के दौरान अपना इस्तीफा सौंप दिया। वहीं, प्रदर्शनकारी युवा प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के इस्तीफे की मांग पर अड़े हैं।
नेपाली मीडिया ऑफिस में आग लगाई
प्रदर्शनकारियों ने नेपाली समाचार पत्र कांतिपुर के ऑफिस में आग लगा दी।
पूर्व पीएम शेर सिंह देउबा की पिटाई
प्रदर्शनकारियों ने पूर्व पीएम और नेपाली कांग्रेस के अध्यक्ष शेर सिंह देउबा के घर में घुसकर पिटाई की।
नेपाली सेना बोली- देश की एकता बनाए रखें
नेपाल की सेना ने कहा कि देश की आजादी, एकता और लोगों की जान-माल की रक्षा हम हमेशा करते रहेंगे, चाहे हालात कितने भी मुश्किल हों। जेन जेड के आंदोलन की घटनाओं पर सेना नजर रख रही है। आंदोलन में लोगों और संपत्ति को हुए भारी नुकसान पर सेना को बहुत दुख है। मरने वालों की आत्मा को शांति मिले, इसके लिए प्रार्थना कर रहे हैं। उनके परिवारों को सेना की संवेदना है। घायलों के जल्द ठीक होने की भी कामना है।
सेना ने कहा कि नेपाल और लोगों की भलाई के लिए हम हमेशा तैयार हैं। हम जान-माल की पूरी हिफाजत करेंगे। इस मुश्किल समय में देश की पुरानी, सांस्कृतिक और राष्ट्रीय चीजों को बचाना सबका फर्ज है। इसलिए, सेना ने युवाओं और सारे देशवासियों से गुजारिश की है कि आपसी भाईचारा और एकता बनाए रखें।
नेपाली सेना ने लोगों से संयम बरतने को कहा
नेपाल की सेना ने हिंसक प्रदर्शनों के बीच लोगों की जान-माल की सुरक्षा का वादा दोहराया है। एक आधिकारिक बयान में आर्मी ने सभी नागरिकों से संयम बरतने की अपील की, ताकि हालात और बिगड़े नहीं।
सेना ने याद दिलाया कि राष्ट्र के ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और राष्ट्रीय संपत्तियों की सुरक्षा हर नागरिक की जिम्मेदारी है।
नक्खू जेल से फरार हुए 1500 कैदी
राष्ट्रीय स्वतंत्र पार्टी के चेयरमैन रबि लामिछाने की रिहाई के बाद ललितपुर के नक्खू जेल से सभी कैदी बाहर निकल गए। इस जेल में लगभग 1500 कैदी बंद थे।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, लामिछाने की रिहाई के बाद पुलिस ने यहां से अपनी सुरक्षा चौकियों से हटने का फैसला किया, जिससे कैदियों को निकलने का मौका मिला गया।
इससे इलाके में सुरक्षा खतरे की चिंता बढ़ गई है। अधिकारी हालात पर नजर रख रहे हैं। इतने सारे कैदियों के बाहर आने से जनता की सुरक्षा को बड़ा खतरा हो सकता है।
Gen-Z युवाओं ने लेटर जारी कर तोड़फोड़ न करने की अपील की
नेपाल में सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे Gen-Z युवाओं ने एक लेटर जारी किया है। इसमें उन्होंने कहा कि सरकार को घुटनों पर ला दिया गया है। हम अब प्रदर्शनकारियों से शांत रहने और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान न पहुंचाने की अपील करते हैं।
लेटर में कहा गया है कि यह देश अब हमारी लीडरशिप में आ गया है। सार्वजनिक संपत्ति को कोई नुकसान न पहुंचाएं। पीएम ओली ने इस्तीफा दे दिया है। हम अपना सुरक्षित भविष्य वाला नेपाल बना सकते हैं। हम सबकी एकता ही नए बदलाव की नींव रखेगी।