नई दिल्ली: गोल्ड और सिल्वर की कीमतों में लगातार दूसरे दिन गिरावट देखने को मिली. जिसका कारण गोल्ड पर टैरिफ ना लगने की खबर है. वास्तव में पहले रविवार को और उसके बाद डोनाल्ड ट्रंप ने स्विस गोल्ड पर टैरिफ ना लगने की बात बात कही है. जिसके बाद से लगातार सोने और चांदी की कीमतों में गिरावट देखने को मिल रही है. खास बात तो ये है कि इन दो दिनों में देश की राजधानी दिल्ली में सोने की कीमत में 1900 रुपए और चांदी के दाम 3000 रुपए कम हो गए हैं. जानकारों की मानें तो जियो पॉलिटिकल टेंशन कम होने और टैरिफ टॉल्क जारी रहने की वजह से भी गोल्ड की कीमतों में गिरावट देखने को मिली है. वहीं दूसरी ओर फेड अगली पॉलिसी मीटिंग में ब्याज दरों में कटौती कर सकता है. इस संभावना की वजह से भी गोल्ड की कीमतों में असर देखने को मिल रहा है. आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर मंगलवार को गोल्ड और सिल्वर की कीमतों में कितनी कटौती देखने को मिली है और मौजूदा समय में कितने दाम हो गए हैं.
अखिल भारतीय सर्राफा संघ के अनुसार, मंगलवार को देश की राजधानी दिल्ली में सोने की कीमतें 1,000 रुपए गिरकर 1,01,520 रुपए प्रति 10 ग्राम पर आ गईं. सोमवार को 99.9 फीसदी प्योरिटी वाला गोल्ड 900 रुपए सस्ता होकर 1,02,520 रुपए प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था. स्थानीय बाजारों में, 99.5 फीसदी प्योरिटी वाला सोना मंगलवार को 1,000 रुपए गिरकर 1,01,100 रुपए प्रति 10 ग्राम (सभी करों सहित) पर आ गया. इस बीच, मंगलवार को चांदी की कीमत 2,000 रुपए गिरकर 1,12,000 रुपए प्रति किलोग्राम (सभी करों सहित) रह गई. सोमवार को यह 1,14,000 रुपए प्रति किलोग्राम पर बंद हुई थी. इसका मतलब है कि दो दिनों में चांदी की कीमतों में 3000 रुपए की गिरावट देखने को मिल चुकी है.
अबंस फाइनेंशियल सर्विसेज के सीईओ चिंतन मेहता ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा सोशल मीडिया पर यह स्पष्ट करने के बाद कि सोने के आयात पर कोई शुल्क नहीं लगाया जाएगा, सोने की कीमतों में गिरावट आई. हालांकि व्हाइट हाउस की ओर से आधिकारिक पुष्टि अभी बाकी है, लेकिन इस घोषणा से व्यापार संबंधी कुछ चिंताएं कम हो गई हैं. इसके अलावा, व्हाइट हाउस ने सोमवार को घोषणा की कि चीन पर उच्च-स्तरीय टैरिफ का निलंबन 11 नवंबर तक बढ़ा दिया जाएगा. मेहता ने कहा कि इस फैसले से फिलहाल चल रहे व्यापक आर्थिक तनाव को कम करने में मदद मिली है, जिससे सोने की कीमतों में गिरावट आई है. मंगलवार को शुरुआती कारोबार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 10 पैसे बढ़कर 87.65 पर पहुंच गया.
वैश्विक स्तर पर, न्यूयॉर्क में हाजिर सोना 0.13 फीसदी की बढ़त के साथ 3,347.18 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार कर रहा था. ऑग्मोंट की रिसर्च हेड रेनिशा चैनानी ने कहा कि सोमवार को ट्रम्प द्वारा सोने पर शुल्क न लगाने की घोषणा से धातु के आयात मूल्य में भारी वृद्धि की चिंताएं कम हो गईं, जिससे कीमतें 3,400 डॉलर प्रति औंस से नीचे आ गईं. विदेशी बाजारों में हाजिर चांदी लगभग 1 प्रतिशत बढ़कर 37.90 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गई. चैनानी ने कहा कि निवेशक आगामी अमेरिकी मैक्रो इकोनॉमिक डाटा, जैसे सीपीआई, उत्पादक मूल्य सूचकांक और खुदरा बिक्री, पर कड़ी नज़र रखेंगे, जो फ़ेडरल रिज़र्व की ब्याज दर की दिशा के बारे में नए संकेत प्रदान करेंगे.
कमोडिटी बाज़ार के विशेषज्ञों के अनुसार, कुछ अमेरिकी फेड अधिकारियों के भाषण निकट भविष्य में अमेरिकी डॉलर की कीमतों की गतिशीलता को प्रभावित करने और सर्राफा कीमतों की दिशा को कुछ सार्थक प्रोत्साहन प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे. उन्होंने कहा कि इस सुरक्षित निवेश असेट की मांग में इस अटकल के कारण गिरावट आई है कि शुक्रवार को ट्रम्प और उनके रूसी समकक्ष व्लादिमीर पुतिन के बीच होने वाली बैठक में चल रहे रूस-यूक्रेन संघर्ष के लिए एक युद्धविराम योजना का अनावरण हो सकता है.