Gyanesh Kumar : भारत के नए मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार होंगे. पीएम मोदी की अगुवाई वाली चयन समिति ने इन्हें अगला मुख्य चुनाव आयुक्त नियुक्त किया है. ज्ञानेश कुमार, राजीव कुमार की जगह लेंगे. राजीव कुमार का कार्यकाल पूरा हो जाने के बाद वो 65 साल की आयु में अपने पद से रिटायर हो रहे हैं.
इन्होंने मई 2022 में सीईसी के रूप में कार्यभार संभाला था. इनके निर्देशन में 2024 में लोकसभा चुनाव, राज्य विधानसभा चुनावों सहित कई प्रमुख चुनाव संपन्न कराए गए. इनके बाद देश के चुनावी प्रक्रिया की बड़ी जिम्मेदारी ज्ञानेश कुमार संभालेंगे. जानते हैं इनसे जुड़ी अहम जानकारी के बारे में.
किन अहम फैसलों में शामिल रहे ज्ञानेश?
ज्ञानेश कुमार 1988 केरल कैडर के सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी हैं. इनकी पहली पोस्टिंग पथानामथिट्टा जिले में उप-जिलाधिकारी के पद पर हुई थी. इन्होंने पहले संसदीय मामलों के मंत्रालय और सहकारिता मंत्रालय में सचिव के रूप में काम किया है.
उन्होंने गृह मंत्रालय में अपने कार्यकाल के दौरान श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. ज्ञानेश कुमार ने 2019 में अनुच्छेद 370 को हटाए जाने पर जम्मू-कश्मीर मामलों को संभालने में अहम भूमिका निभाई थी. ज्ञानेश कुमार ने लैंड रेवेन्यू, टूरिज्म, ट्रांसपोर्ट, एग्रीकल्चर जैसे कई विभाग अपनी जिम्मेदारी निभाई है.
उन्होंने केरल में अलग-अलग पदों पर भी काम किया है. एर्नाकुलम के जिला कलेक्टर और केरल राज्य सहकारी बैंक के एमडी के पद पर रहे. इन्होंने ने अडूर के उप-कलेक्टर, अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के लिए केरल राज्य विकास निगम के प्रबंध निदेशक, कोचीन निगम के नगर आयुक्त के पद पर रहे. इनकी उम्र 61 साल है.
क्या है शैक्षिक योग्यता?
ज्ञानेश कुमार का जन्म 27 जनवरी 1964 को हुआ था. इन्होंने आईआईटी कानपुर से सिविल इंजीनियरिंग में बीटेक किया है. आईसीएफएआई हैदराबाद से बिजनेस फाइनेंस और हार्वर्ड विश्वविद्यालय में पर्यावरण अर्थशास्त्र का में पढ़ाई पूरी की है. उन्होंने 15 मार्च 2024 को चुनाव आयुक्त के रूप में कार्यभार संभाला था. उत्तराखंड कैडर के सुखबीर संधू के साथ चयन पैनल की ओर से दो चुनाव आयुक्त में से ज्ञानेश कुमार एक थे. नए मुख्य चुनाव आयुक्त को तीन भाषाओं का ज्ञान है, जिनमें हिंदी, अंग्रेजी और उर्दू शामिल है.
बचपन से ही पढ़ाई में अच्छा था बेटा
ज्ञानेश कुमार, उत्तर प्रदेश के आगरा जिले के रहने वाले हैं. उनके माता-पिता की जड़ें मिधाकुर कस्बे से जुड़ी हुई हैं. इनके पिता डॉ. सुबोध गुप्ता, अलीगढ़ संभाग के एटा से मुख्य चिकित्सा अधीक्षक (सीएमएस) के पद से रिटायर हुए हैं. मीडिया से बातचीत के दौरान उनके पिता ने कहा था कि ज्ञानेश बचपन में ही पढ़ाई में अच्छा था. उन्होंने बताया कि वो लखनऊ के कॉल्विन तालुकदार कॉलेज में हाई स्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षा में टॉपर थे.
उन्होंने आईआईटी कानपुर से सिविल इंजीनियर बनने के बाद 1988 में आईएएस की परीक्षा पास करने से पहले एक साल के लिए दिल्ली में हुडको में नौकरी की थी. उन्होंने उत्तर प्रदेश में कई जगहों पर काम किया, जिसमें वाराणसी में मुख्य चिकित्सा अधिकारी के पद पर भी काम करना शामिल है.
किन आगामी चुनावों की है जिम्मेदारी?
देश के 26वें मुख्य चुनाव आयुक्त के रूप में ज्ञानेश कुमार अपने कार्यकाल के दौरान इस साल के अंत में बिहार विधानसभा चुनावों और 2026 में केरल और पुडुचेरी विधानसभा चुनावों की देखरेख करेंगे. इसके बाद 2026 में ही हहोने वाले तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव आदि के देखरेख की जिम्मेदारी भी इन पर रहेगी.