IND vs PAK: एशिया कप 2025 का फाइनल भारत और पाकिस्तान के बीच 28 सितंबर को दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम में खेला गया। सांसें रोक देने वाले इस मुकाबले में भारतीय टीम ने पाकिस्तान को 5 विकेट से हराकर एक बार फिर एशिया कप पर कब्जा जमाया। यह जीत भारत के लिए खास इसलिए भी रही क्योंकि कप्तान सूर्यकुमार यादव ने न सिर्फ मैदान पर अपनी कप्तानी से टीम को जीत दिलाई बल्कि अपने एक फैसले से पूरे देश का दिल भी जीत लिया।
सूर्या का बड़ा एलान
फाइनल जीत के बाद सूर्यकुमार यादव ने एलान किया कि वह एशिया कप 2025 में मिली अपनी पूरी मैच फीस भारतीय सेना और पहलगाम आतंकी हमले के पीड़ितों को दान करेंगे। टी20 फॉर्मेट में खिलाड़ियों को प्रति मैच 4 लाख रुपये मिलते हैं। इस टूर्नामेंट में सात मैच खेलने के कारण सूर्यकुमार को कुल 28 लाख रुपये मिले। सूर्या ने ये पूरी राशि दान कर दी। उन्होंने एक्स पर लिखा- “मैंने इस टूर्नामेंट की अपनी मैच फीस हमारी सशस्त्र सेनाओं और पहलगाम आतंकी हमले के पीड़ित परिवारों को देने का निर्णय लिया है। आप हमेशा मेरी सोच में रहते हैं। जय हिंद।”
पाकिस्तान को लगातार तीसरी बार हराया
भारत ने इस टूर्नामेंट में पाकिस्तान पर पूरी तरह दबदबा बनाए रखा। ग्रुप स्टेज से लेकर सुपर फोर और फिर फाइनल- तीनों मुकाबलों में टीम इंडिया ने पाकिस्तान को मात दी। इस जीत के साथ भारत ने रिकॉर्ड 9वीं बार एशिया कप जीता है (7 बार वनडे और 2 बार टी20 फॉर्मेट में)। पाकिस्तान के खिलाफ यह लगातार तीसरी जीत रही।
‘ऑपरेशन तिलक’ से हिला पाकिस्तान
पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारतीय सेना ने “ऑपरेशन सिंदूर” चलाकर पाकिस्तान को सबक सिखाया। इसी बीच मैदान पर भारतीय टीम का प्रदर्शन भी किसी ऑपरेशन से कम नहीं रहा। फाइनल में भारत के 11 खिलाड़ियों ने ऐसा प्रदर्शन किया कि दुनियाभर के भारतवंशियों का सीना गर्व से चौड़ा हो गया। पाकिस्तान की टीम पूरी तरह दबाव में दिखाई दी और जीत भारत के नाम रही।
ट्रॉफी लेने से इनकार
फाइनल के बाद एक ऐसा नजारा देखने को मिला जो क्रिकेट इतिहास में पहली बार हुआ। भारत की जीत के बाद जब एशियाई क्रिकेट परिषद (ACC) के अध्यक्ष और पाकिस्तान के गृहमंत्री मोहसिन नकवी ट्रॉफी देने स्टेज पर पहुंचे, तो भारतीय टीम ने ट्रॉफी लेने से साफ इनकार कर दिया। करीब आधे घंटे तक मोहसिन नकवी स्टेज पर खड़े रहे लेकिन भारतीय खिलाड़ी वहां नहीं पहुंचे। आखिरकार आयोजकों ने घोषणा कर दी कि भारत ने ट्रॉफी लेने से मना कर दिया है।
भारतीय टीम ने बिना ट्रॉफी के ही जश्न मनाया और फोटो खिंचवाई। यह घटना क्रिकेट जगत में पहली बार हुई जब विजेता टीम ने ट्रॉफी लिए बिना ही अपनी जीत का जश्न मनाया।