फिर जांच एजेंसियों की रडार पर आया इंदौर, दिल्ली ब्लास्ट का निकला महू कनेक्शन
By Ashish Meena
November 19, 2025
Indore News : दिल्ली के लाल किला परिसर के पास धमाके की जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, वैसे-वैसे अल फलाह ग्रुप की काली परतें भी तेज़ी से उधड़ रही हैं। इसी बीच ईडी ने ताबड़तोड़ एक्शन दिखाते हुए मनी लॉन्ड्रिंग केस में अल फलाह ग्रुप के चेयरमैन जवाद अहमद सिद्दीकी को दबोच लिया है।
गिरफ्तारी PMLA की धारा 19 के तहत हुई, यानी एजेंसी के पास उसके खिलाफ ठोस और सीधे सबूत हाथ लगे हैं। सूत्रों का दावा है कि अल फलाह ग्रुप पर चल रही लगातार छापेमारी में जो दस्तावेज और डिवाइस मिले, उन्होंने जवाद की भूमिका को बेहद संदिग्ध और गंभीर बना दिया।
कहने को ट्रस्ट… हकीकत में जवाद की बादशाहत
यूजीसी ने भी अल फलाह यूनिवर्सिटी की परतें उधेड़ते हुए साफ कहा था—संस्थान महज सेक्शन 2(f) के दायरे में आता है और 12(B) के लिए उसने कभी अप्लाई भी नहीं किया।
जांच में खुलासा हुआ कि 1995 से चल रहा अल फलाह चैरिटेबल ट्रस्ट दरअसल “चैरिटी” से ज्यादा जवाद सिद्दीकी का निजी साम्राज्य था। फंडिंग, फैसले, संचालन—हर धागा जवाद की मुट्ठी में था। ट्रस्ट के तहत चल रहे सभी संस्थानों का आर्थिक नियंत्रण उसी के इशारों पर चलता रहा।
48 लाख कैश और शेल कंपनियों का जाल
दिल्ली ब्लास्ट के बाद ईडी ने मंगलवार को बिना चेतावनी के दमदार दबिश दी और दिल्ली में 19 लोकेशनों पर साथ-साथ रेड मारी। इस कार्रवाई में 48 लाख रुपये कैश, भारी मात्रा में डिजिटल डिवाइस, संदिग्ध दस्तावेज और शेल कंपनियों का पूरा नेटवर्क पकड़ा गया। सूत्र कहते हैं कि अल फलाह ग्रुप की तेज़ रफ्तार तरक्की के पीछे वित्तीय अनियमितताओं का मोटा खेल छिपा था—और अब ईडी की इस कार्रवाई के बाद पूरी कहानी सामने आने की कगार पर है।
खतरनाक आतंकी इंदौर में फरारी काट चुके हैं
आतंकियों ने शांत शहर इंदौर को शरण स्थली के रूप में भी माना है। प्रमुख आतंकी हमलों का आरोपित अब्दुल सुभान कुरैशी,कयामुद्दीन कपाड़िया और बब्बर खालसा का आतंकी आकाशदीप जैसे खतरनाक आतंकी शहर में फरारी काट चुके हैं।
इन आतंकी घटनाओं का रहा है संबंध
18 फरवरी 2007 में समझौता एक्सप्रेस में बम ब्लास्ट करने की इंदौर में साजिश हुई। इंदौर में ही बम बनाए और ट्रेन में रखे गए।
8 सितंबर 2006 में मालेगांव(महाराष्ट्र) में धमाका किया गया। इसके मास्टरमाइंड इंदौर में भी थे। बम और बाइक की व्यवस्था की गई।
26 जुलाई 2008 में अहमदाबाद(गुजरात) में सीरियल बम धमाके हुए। मास्टरमाइंड सफदर नागौरी ने साजिश की।
देशभर में सिमी आतंकियों का माड्यूल तैयार करने वाले सफदर नागौरी ने चौरल में ट्रेनिंग कैंप आयोजित कर लड़ाके तैयार किए।
नेपाल से गिरफ्तार अब्दुल सुभान कुरैशी ने आजाद नगर और खजराना में फरारी काटी।
24 जुलाई 2025 को दिल्ली की स्पेशल सेल ने बब्बर खालसा के आतंकी आकाशदीप उर्फ बाज को गिरफ्तार किया।