इंदौर से भाजपा सांसद शंकर लालवानी के बेटे ने बैंक को लगाया लाखों का चूना! क्रेडिट कार्ड से कर्ज लेकर ऑनलाइन गेमिंग ऐप्स पर हारा, बैंक ने भेजा नोटिस
By Ashish Meena
November 28, 2025
Indore News : मध्य प्रदेश के इंदौर से एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसने राजनीतिक और वित्तीय गलियारों में हड़कंप मचा दिया है। बीजेपी सांसद शंकर लालवानी के बेटे मीत लालवानी को देश की प्रमुख निजी बैंक HDFC बैंक ने वसूली का कानूनी नोटिस भेजा है। यह मामला सिर्फ बकाया बिल तक सीमित नहीं है, बल्कि बैंक ने इसे ‘धोखाधड़ी की मंशा’ से जोड़ते हुए गंभीर कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी है।
क्या है HDFC बैंक का दावा?
बैंक के वकील द्वारा भेजे गए नोटिस में आरोप लगाया गया है कि मीत लालवानी पर क्रेडिट कार्ड का 14 लाख 91 हजार रुपये से अधिक का बकाया है, जिसे उन्होंने जानबूझकर नहीं चुकाया।
बकाया और लेट फीस
बैंक का दावा है कि कार्ड जारी करते समय तय शर्तों के बावजूद मासिक किस्तें, ब्याज और अन्य शुल्क अदा नहीं किए गए, जिससे बकाया राशि लाखों में पहुँच गई।
Also Read – MP में दर्दनाक हादसा, खाद की लाइन में दो दिन से लगी महिला की मौत, एंबुलेंस न मिलने से बिगड़ी हालत
ऑनलाइन गेमिंग पर खर्च
नोटिस में सबसे गंभीर आरोप यह लगाया गया है कि क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल बड़े पैमाने पर ऑनलाइन गेमिंग प्लेटफॉर्म पर हुआ है। बैंक का दावा है कि ट्रांजैक्शन में पोकरबाजी (PokerBaazi) और बाजी नेटवर्क जैसे ऐप्स का नाम सामने आया है, जहाँ बड़ी रकम खर्च की गई, लेकिन भुगतान के समय बैंक को नजरअंदाज किया गया। बैंक का कहना है कि लगातार कॉल, पत्राचार और व्यक्तिगत संपर्क के बावजूद मीत लालवानी ने राशि जमा नहीं की।
‘धोखाधड़ी की मंशा’ का सीधा आरोप
बैंक ने इस मामले को केवल ऋण डिफ़ॉल्ट (Loan Default) न मानकर, इसे एक आपराधिक कृत्य माना है। नोटिस में सीधा आरोप है कि क्रेडिट कार्ड लेते समय भुगतान की नीयत ठीक नहीं थी और बैंक को गुमराह किया गया।
भारतीय न्याय संहिता (BNS) का उपयोग
बैंक ने भारतीय न्याय संहिता 2023 की धारा 316(2) और 318(4) का स्पष्ट उल्लेख किया है, जो इस कृत्य को दंडनीय अपराध बताते हैं।
वसूली अधिनियम का हवाला
इसके अलावा, बैंक ने मध्यप्रदेश लोकधन शोध्य राशियों की वसूली अधिनियम, 1987 के तहत भी वसूली की कार्रवाई का संकेत दिया है।
सांसद पुत्र पर कानूनी शिकंजा!
बैंक ने मीत लालवानी को 7 दिनों का स्पष्ट अल्टीमेटम दिया है। नोटिस में चेतावनी दी गई है कि यदि इस अवधि के भीतर पूरी बकाया राशि जमा नहीं की गई, तो सिविल (Civil) और क्रिमिनल (Criminal) दोनों तरह की कड़ी कानूनी कार्रवाई शुरू की जाएगी। बैंक ने यह भी साफ किया है कि इस कार्रवाई में होने वाले सभी खर्चों और कोर्ट फीस की जिम्मेदारी कार्डधारक की होगी।
मीत लालवानी की सफाई और बड़े सवाल
इस पूरे सनसनीखेज मामले में सांसद शंकर लालवानी के बेटे मीत लालवानी ने क्रेडिट कार्ड इस्तेमाल करने से इनकार किया है। उनका कहना है कि पहले उनके पास एक क्रेडिट कार्ड था, जिसे उन्होंने बंद करवा दिया था।
ऐसे में कई बड़े सवाल खड़े होते हैं कि यदि क्रेडिट कार्ड बंद करवा दिया गया था, तो यह लाखों का बकाया किस खाते से संबंधित है? क्या सांसद पुत्र होने के नाते मीत लालवानी ने HDFC बैंक को चूना लगाने की फिराक में थे, जैसा कि नोटिस की गंभीरता दर्शाती है? क्या ऑनलाइन गेमिंग प्लेटफॉर्म पर इतनी बड़ी रकम खर्च करने का आरोप सही है?
