इंदौर। इंदौर-बैतूल हाईवे स्थित ग्राम खेड़ाखाल के जंगल में शनिवार को एक दंपति के शव एक ही पेड़ पर फंदे से लटके मिले। मृतकों की पहचान रामविलास विश्वकर्मा (52) और उनकी पत्नी लांछा बाई (48) के रूप में हुई है, जो इंदौर के तेजाजी चौक, पालदा नाका क्षेत्र के निवासी थे।
सूचना मिलने पर कमलापुर थाना प्रभारी उपेंद्र नाहर पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे। जांच में सामने आया कि दंपति ने खेड़ाखाल-छायन के जंगल में सागवान के पेड़ पर एक ही रस्सी से फांसी लगाकर आत्महत्या की।
बेटे की गुमशुदगी बना कारण
प्रारंभिक जांच में आत्महत्या की वजह पारिवारिक तनाव और बेटे की गुमशुदगी मानी जा रही है। दंपति का बेटा कुछ समय पहले लापता हो गया था, जिससे वे मानसिक रूप से परेशान थे। परिजन ने बताया कि दोनों पति-पत्नी ने घर से नेमावर जाकर नर्मदा स्नान करने की बात कही थी और बस से रवाना हुए थे।
बाद में फोन संपर्क टूट जाने पर परिजनों ने इंदौर पुलिस को सूचना दी। मोबाइल लोकेशन ट्रेस कर परिजन और पुलिस घटनास्थल तक पहुंचे।
पोस्टमार्टम के लिए भेजे गए शव
पुलिस ने शवों को बागली अस्पताल पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मर्ग कायम कर मामले की जांच शुरू कर दी है। स्थानीय ग्रामीणों और परिजनों के मुताबिक, दोनों बहुत शांत स्वभाव के थे, लेकिन बेटे की गुमशुदगी के बाद वे अक्सर चुपचाप रहते थे।