खिवनी से रविवार को आदिवासी बचाओ, अधिकार दिलाओ, न्याय पदयात्रा रविवार को शुरू हुई। इसमें लगभग 250 आदिवासी शामिल हैं। इनमें 100 से अधिक महिलाएं और बच्चे भी हैं। ये सभी लोग अपनी पांच मांगों को लेकर 150 किमी भोपाल जाएंगे।
खातेगांव विधानसभा के कांग्रेस नेता राहुल इनानिया के नेतृत्व में पहले दिन यह पदयात्रा निवारदी, पटरानी, मचवास और हरणगांव होते हुए 30 किलोमीटर का सफर तय कर जियागांव पहुंची। यात्रा मार्ग पर पड़ने वाले गांवों में नुक्कड़ सभाएं की गईं। स्थानीय लोगों ने भी इसमें भागीदारी की और समर्थन दिया। रात्रि विश्राम जियागांव में ही रहेगा।
राहुल इनानिया ने कहा कि यह पदयात्रा आदिवासी समुदाय की आवाज सरकार तक पहुंचाने का शांति पूर्ण प्रयास है। भोपाल पहुंचने तक कई अन्य गांवों और कस्बों में सभाएं और संवाद होंगे।
प्रमुख पांच मांगें
खिवनी अभयारण्य के प्रस्तावित विस्तार को तुरंत रोका जाए।
वर्षों से रह रहे आदिवासियों को भूमि के पट्टे दिए जाएं।
वनाधिकार अधिनियम के तहत सभी योग्य लोगों को अधिकार-पत्र मिलें।
खिवनी की घटना में शामिल वन विभाग के अधिकारियों पर कार्रवाई हो।
आवासहीन आदिवासी परिवारों को प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ मिले। खिवनी नदी पर पुल का निर्माण किया जाए।
इस मामले की पृष्ठ भूमि यह है कि 23 जून को वन विभाग ने खिवनी अभयारण्य में अतिक्रमण बताकर आदिवासियों के 50 से अधिक कच्चे मकानों को जेसीबी से गिरा दिया था। इसका वीडियो सामने आने के बाद सरकार और वन विभाग की काफी आलोचना हुई थी। इसके बाद केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान और मंत्री विजय शाह पीड़ित आदिवासियों से मिले थे और हरसंभव मदद का आश्वासन दिया था।