देश के कई शहरों में आसमानी आफत बरस रही है, शहर-शहर सैलाब उमड़ा है. क्या पहाड़, क्या मैदान, हर जगह तबाही का मंजर है. उत्तर प्रदेश में यमुना और गंगा उफनाई हुई हैं, मथुरा में तो हालात ऐसे हैं कि सड़कों पर नाव चल रही है, प्रयागराज और वाराणसी में गंगा का जलस्तर बढ़ रहा है, हरियाणा के भी कई शहरों में सैलाब का कहर है.
अमूमन राजस्थान में हमेशा पानी की किल्लत रहती है, लेकिन इस बार बादलों ने राजस्थान में भी बसेरा डाल रखा है, राजस्थान के कई शहरों में जोरदार बरसात हो रही है, उदयपुर और धौलपुर में सड़कों पर सैलाब है, जहां-तहां लोग पानी में फंसे हुए हैं, शहरों में मानो समंदर घुस आया हो.
गुजरात के भी कई शहर पानी-पानी हैं, बनासकांठा और वलसाड जैसे शहरों में पानी घुस आया है, इतनी बरसात हुई है कि शहरों में बाढ़ के हालात हैं, रास्ते तालाब में तब्दील हो गए हैं और मैदान मानो झील बन गए हैं. यही नहीं, यहां अभी और बारिश का अलर्ट है.
पंजाब में भी कुदरत का कहर बरपा है, पंजाब के सभी सभी 23 जिले भीषण बाढ़ की चपेट में हैं. करीब दो हजार गांव बाढ़ में डूबे हुए हैं. पंजाब में बाढ़ से अब तक 46 लोगों की जान जा चुकी है जबकि एक लाख 75 हजार हेक्टेयर फसल बर्बाद हो चुकी है. इस तबाही और त्रासदी के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 9 सितंबर को पंजाब के गुरदासपुर का दौरा करेंगे और बाढ़ पीड़ितों से मुलाकात करेंगे.
मौसम विभाग के मुताबिक, उत्तरी गुजरात और उससे सटे दक्षिण-पश्चिम राजस्थान पर दबाव के प्रभाव के कारण राजस्थान और गुजरात राज्य में 8 सितंबर तक भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना है. राजस्थान और दक्षिण गुजरात में अलग-अलग स्थानों पर अत्यधिक भारी बारिश की संभावना है. वहीं, उत्तराखंड, ओडिशा, मध्य प्रदेश और मेघालय और तमिलनाडू में भी आज भारी बारिश का अलर्ट है.