Indore News : मध्य प्रदेश के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल महाराजा यशवंत राव हॉस्पिटल (MY Hospital) के आईसीयू में चूहे के काटने के बाद एक बच्चे की मौत हो गई. MGM मेडिकल कॉलेज के डीन ने ड्यूटी नर्स को निलंबित कर दिया. HOD और एमवाय अधीक्षक को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है. नर्सिंग अधीक्षक को भी हटाया गया. 5 डॉक्टरों की टीम मामले की जांच करेगी. चूहों ने दो बच्चों को कटा था, दूसरे बच्चे की स्थिति गंभीर है. पेस्ट कंट्रोल करने वाली कंपनी पर एक लाख का जुर्माना भी लगाया गया है.
पेडियाट्रिक सर्जरी वार्ड में भर्ती इन दो बच्चों को रविवार और सोमवार को चूहों ने काटा था जिसमें उनके हाथ पैर और कंधों में घाव हो गए थे. इस मामले में अस्पताल प्रबंधन ने जांच कमेटी बनाई दो नर्सों को सस्पेंड किया. डीन अरविंद घनघोरिया का कहना है कि दोनों बच्चे पहले से आंतरिक विकसित नहीं थे, उन्हें इलाज के लिए एमवाय अस्पताल में भर्ती करवाया गया था. इलाज चल ही रहा था इस दौरान उन्हें चूहों ने काटा जिसमें से एक बच्चे की मौत हो गई.
इस मामले में एमवाय अस्पताल अधीक्षक जांच कर रहे हैं, एक कमेटी बनाई है जिसकी रिपोर्ट आने के बाद दोषियों पर आगे कार्रवाई की जाएगी. अस्पताल प्रबंधन अब तक 12 हजार से ज्यादा चूहों को मारने का दावा कर चुका है और इसके लिए 10 हजार से अधिक का बिल भी पास किया गया. इसके बावजूद अस्पताल परिसर में चूहों की भरमार लगातार बनी हुई है.
घटना के बाद परिजनों में गुस्सा और आक्रोश का माहौल है. सोशल मीडिया पर सामने आए एक वीडियो ने भी अस्पताल प्रबंधन की पोल खोल दी है, जिसमें नवजातों के बॉक्स में चूहे घूमते साफ नजर आ रहे हैं. मामला सामने आने के बाद एमजीएम मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. अरविंद घनघोरिया ने जांच समिति गठित की है और दोषियों पर कार्रवाई का आश्वासन दिया है. हालांकि, यह घटना फिर साबित करती है कि अब तक उठाए गए कदम नाकाफी रहे हैं. सवाल यह है कि जब नवजात बच्चों तक की जिंदगी खतरे में है तो आखिर जिम्मेदार अधिकारी कब तक आंख मूंदे रहेंगे?