How To Open a Petrol Pump : पेट्रोल पंप (Petrol Pump) के बिजनेस में तगड़ी कमाई है. हर लीटर पेट्रोल-डीजल पर फ्यूल पंप (Fuel Pump) ऑनर को कमीशन मिलता है. ये शहर से लेकर कस्बों तक चलने वाला बिजनेस है. आप भी पेट्रोल पंप खोलकर मोटी कमाई कर सकते हैं. लेकिन क्या इतना आसान है पेट्रोल पंप खोलना. आज हम आपको बताएंगे कि कहां से पेट्रोल पंप का लाइसेंस मिलता है? कैसे अप्लाई कर सकते हैं और कितना खर्च आता है?
दरअसल, देश में गाड़ियों की संख्या साल-दर-साल बढ़ती जा रही है, जिससे पेट्रोल-डीजल की डिमांड भी तेजी से बढ़ रही है. अभी भी देश में 90% से ज्यादा पेट्रोल और डीजल के वाहन बिकते हैं. उसी हिसाब से पेट्रोल पंप के मालिकों की कमाई भी बढ़ रही है. हालांकि ये सच है कि पेट्रोल पंप खोलना एक आकर्षक बिजनेस मॉडल है. लेकिन इसमें जटिल लाइसेंसिंग प्रक्रिया और मोटा निवेश करना होता है.
एक अनुमान के मुताबिक ग्रामीण इलाकों में पेट्रोल पंप खोलने के लिए कम से कम 20 लाख रुपये की जरूरत होती है, जबकि शहरों में 40 से 50 लाख रुपये तक का निवेश आम बात है. इसमें लाइसेंस, टैंक, डिस्पेंसर और बुनियादी ढांचों की लागत शामिल हैं. जमीन की कीमत शहर के हिसाब ज्यादा-कम हो सकती है, जिससे लागत बढ़ भी सकती है. पेट्रोल पंप ओपन के लिए आप बैंकों से 2 करोड़ रुपये तक लोन ले सकते हैं.
कैसे कर सकते हैं पेट्रोल पंप शुरू?
– पेट्रोल पंप आवेदक भारतीय नागरिक होना अनिवार्य है. आवेदक की आयु 21-60 साल होनी चाहिए. पेट्रोल पंप खुद की या किराये की जमीन पर खोल सकते हैं, अगर किराये पर जमीन है तो लीज पेपर देना होता है. जमीन की लीज 15 से 25 साल के लिए होनी चाहिए. अगर खुद की जमीन है तो रजिस्ट्री की कॉपी अप्लीकेशन के साथ लगाना होता है.
पेट्रोल पंप के लिए कितनी जमीन जरूरी
– शहरी इलाके में पेट्रोल पंप खोलने के लिए 800-1200 वर्ग मीटर और ग्रामीण इलाकों में 1200-1600 वर्ग मीटर जमीन होनी चाहिए. जमीन मुख्य सड़क के पास और अच्छी यातायात वाली जगह पर होनी चाहिए.
ऑयल मार्केटिंग कंपनी (OMC) से डीलरशिप यानी लाइसेंस की जरूरत
पेट्रोल पंप खोलने के लिए सार्वजनिक या प्राइवेट ऑयल मार्केटिंग कंपनियों जैसे इंडियन ऑयल (IOCL), भारत पेट्रोलियम (BPCL), हिंदुस्तान पेट्रोलियम (HPCL), या रिलायंस पेट्रोलियम से डीलरशिप लेनी होती है. ये कंपनियां समय-समय पर न्यूज पेपर्स या अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर डीलरशिप के लिए विज्ञापन जारी करती हैं. इसके अलावा OMC भी डीलरशिप को लेकर अखबार और अपनी वेबसाइट www.petrolpumpdealerchayan.in जानकारी देती है.
अप्लीकेशन के लिए ये दस्तावेज जरूरी
आवेदक को ऑनलाइन आवेदन करना होता है, जिसमें व्यक्तिगत जानकारी, जमीन के दस्तावेज और वित्तीय विवरण जमा किए जाते हैं. आवेदन के लिए OMC की वेबसाइट पर रजिस्टर करना होता है. लाइसेंस के आवेदन शुल्क (सामान्य वर्ग के लिए 8000 रुपये, SC/ST के लिए 2000 रुपये) जमा करना पड़ता है. आवेदन फॉर्म में जमीन के दस्तावेज, आधार कार्ड, पैन कार्ड, बैंक स्टेटमेंट और जन्म प्रमाण पत्र (10वीं मार्कशीट या पासपोर्ट) जैसे दस्तावेज अपलोड करने होते हैं. अगर एक ही स्थान के लिए कई आवेदन आते हैं, तो लॉटरी या बोली प्रक्रिया के माध्यम से चयन होता है.
चयन के बाद आवेदक को स्थानीय प्रशासन से NOC, फायर सेफ्टी सर्टिफिकेट और नगर निगम से अनुमति लेनी होती है. इसके अलावा, GST नंबर और बैंक में करंट अकाउंट खोलना जरूरी है. अगर जमीन कृषि भूमि है, तो उसे गैर-कृषि में परिवर्तित करना होगा.
एक साल लग सकता है लाइसेंस मिलने में
लाइसेंस मिलने में औसतन 6 से 12 महीने का वक्त लग सकता है. शहरी इलाकों में पेट्रोल पंप खोलने को लेकर ज्यादा कम्पीटिशन है. लाइसेंस मिलने के बाद OMC के दिशानिर्देशों के अनुसार पेट्रोल पंप का निर्माण करना होता है, जिसमें टैंक, डिस्पेंसर, और शौचालय जैसी सुविधाएं शामिल हैं. शुरुआत में 8-10 कर्मचारियों की जरूरत होती है.
बता दें, IOCL देश में सबसे बड़ी OMC है, जिसके पास 50 हजार से ज्यादा मार्केटिंग टच पॉइंट्स हैं. यह ग्रामीण और शहरी दोनों इलाकों में डीलरशिप देती हैं. IOCL पेट्रोल पंप डीलरशिप के लिए अपनी वेबसाइट (www.iocl.com) और न्यूज पेपर में विज्ञापन प्रकाशित करती है. BPCL की डीलरशिप प्रक्रिया के लिए आवेदन www.bharatpetroleum.in पर जमा किए जाते हैं. BPCL खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में पेट्रोल पंप खोलने के लिए प्रोत्साहित करती है. HPCL की डीलरशिप के लिए आवेदन www.hindustanpetroleum.com पर जमा किए जाते हैं.
निजी कंपनियां जैसे रिलायंस पेट्रोलियम और नायरा एनर्जी की भी डीलरशिप आप ले सकते हैं. इनके लिए आवेदन उनकी वेबसाइट्स (जैसे www.reliancepetroleum.com) के माध्यम से किए जाते हैं. निजी OMC में नियम सरकारी OMC की तुलना में थोड़ा आसान होता है. लेकिन निवेश ज्यादा करना पड़ता है.
अब आपको बताते हैं कि पेट्रोल-डीजल पर पंप ऑनर को कैसे कमाई होती है? आपको बता दें, सरकार ने हर लीटर पेट्रोल-डीजल पर पंप ऑनर के लिए कमीशन तय किया हुआ है. बता दें, बड़े वाहनों में खासकर कमर्शियल वाहनों में डीजल की खपत ज्यादा है, और हर लीटर पर पंप ऑनर को 3.02 रुपये मिलता है. एक अनुमान के मुताबिक अगर पंप 24 घंटे में 5000 लीटर डीजल बेचता है तो कमीशन के तौर पर उसे करीब 15,100 रुपये मिलेंगे, इसमें से आधा खर्च काट दें तो 7500 रुपये बचत संभव है, यानी पेट्रोल और डीजल दोनों के बिक्री के आंकड़ों को मिलाकर देखें तो एक घनी आबादी वाले इलाके में पेट्रोल पंप ऑनर आसानी से 15000 रुपये प्रति दिन कमाई कर सकता है.