Vice Presidential Election : उपराष्ट्रपति चुनाव को लेकर बड़ा अपडेट आया है। आज NDA संसदीय दल की अहम बैठक दिल्ली में संसद भवन में हुई, जिसकी अध्यक्षता रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने की। बैठक में सर्वसम्मति से फैसला लेकर प्रधानमंत्री मोदी और जेपी नड्डा को उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार पर फैसला लेने के लिए अधिकृत किया गया। एक प्रस्ताव पारित करके तय किया गया कि उपराष्ट्रपति चुनाव उम्मीदवार का चयन जेपी नड्डा करेंगे और फाइनल PM मोदी करेंगे। वहीं अब NDA आगामी 12 अगस्त को अपने उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार की घोषणा कर सकता है।
NDA मीटिंग में किस-किस ने लिया हिस्सा?
बता दें कि उपराष्ट्रपति चुनाव को लेकर आज हुई NDA की मीटिंग में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, BJP के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, NDA के घटक दलों के प्रमुख नेता उपेंद्र कुशवाहा, जयंत चौधरी, प्रफुल्ल महंता, लल्लन सिंह, श्रीकांत शिंदे, प्रफुल पटेल, राम मोहन नायडू, चिराग पासवान, दिलेश्वर कामत, मिलिंद देवड़ा, GK वासन (तमिल मनीला कांग्रेस-मूपनार), TDP नेता लावू कृष्णा, अनुप्रिया पटेल, राम दास आठवले, संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू, अर्जुन राम मेघवाल समेत कई नेता मौजूद रहे।
चुनाव की तारीख और कार्यक्रम
बता दें कि उपराष्ट्रपति चुनाव 9 सितंबर 2025 को सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक संसद भवन के कमरा संख्या F-101 (वसुधा) में होगा। चुनाव की अधिसूचना 7 अगस्त 2025 को जारी की गई थी। नामांकन भरने की आखिरी तारीख 21 अगस्त है और नामांकन पत्रों की जांच 22 अगस्त को होगी। 25 अगस्त तक नामांकन वापस लिए जा सकते हैं। चुनाव परिणाम 9 सितंबर की शाम को ही आ जाएगा।
क्यों खाली हुआ था पद?
बता दें कि वर्तमान उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने गत 21 जुलाई 2025 को स्वास्थ्य कारणों से पद से इस्तीफा दे दिया था, जिसे राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 22 जुलाई 2025 को स्वीकार किया। उनका कार्यकाल 10 अगस्त 2027 तक था। वहीं अब 17वें उपराष्ट्रपति का कार्यकाल 5 वर्ष का होगा, जो पद ग्रहण की तारीख से शुरू होगा। अगर विपक्ष उपराष्ट्रपति उम्मीदवार को चुनावी रण में नहीं उतारता है तो NDA का उम्मीदवार निर्विरोध चुना जा सकता है।
उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए निर्वाचक मंडल
बता दें कि उपराष्ट्रपति का चुनाव एक निर्वाचक मंडल द्वारा किया जाता है, जिसमें लोकसभा के 543 सदस्य और राज्यसभा के 233 निर्वाचित और 12 मनोनीत सदस्य शामिल होते हैं। वर्तमान में जम्मू-कश्मीर की सभी 4 राज्यसभा सीटें और त्रिपुरा की एकमात्र राज्यसभा सीट खाली है। वहीं लोकसभा की भी एक सीट खाली है। इसलिए कुल 782 सदस्य निर्वाचक मंडल का हिस्सा होंगे। चुनाव में जीत के लिए 391 सांसदों (50%+1) का समर्थन आवश्यक है।
क्या है उपराष्ट्रपति चुनाव प्रक्रिया?
बता दें कि उपराष्ट्रपति का चुनाव गुप्त मतदान के जरिए किया जाता है। उपराष्ट्रपति बनने के लिए उम्मीदवार को कम से कम 20 सांसदों द्वारा प्रस्तावित किया जाना अनिवार्य है। साथ ही 20 सांसदों द्वारा अनुमोदक के रूप में समर्थन दिया जाना अनिवार्य है। 15000 रुपये की जमानत राशि भी जमा करानी होगी। राज्यसभा के महासचिव को उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए रिटर्निंग अधिकारी और गरिमा जैन (राज्यसभा सचिवालय की संयुक्त सचिव) और विजय कुमार (निदेशक) को सहायक रिटर्निंग अधिकारी नियुक्त किया गया है।
संभावित उम्मीदवार कौन-कौन?
NDA की तरफ से कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गहलोत और सिक्किम के राज्यपाल ओम माथुर को उम्मीदवार बनाया जा सकता है। INDIA गठबंधन और कांग्रेस संयुक्त उम्मीदवार को चुनावी रण में उतार सकते हैं, लेकिन अभी कोई नाम सामने नहीं आया है। सोशल मीडिया पर BJP के कुछ संभावित नाम भी चर्चित हैं, जिनमें रामनाथ ठाकुर, जेपी नड्डा, आरिफ मोहम्मद खान, मुख्तार अब्बास नकवी, हरिवंश नारायण सिंह, वसुंधरा राजे, नितीश कुमार, मनोज सिन्हा और राजनाथ सिंह शामिल हैं।
क्या कहते हैं राजनीतिक समीकरण?
बता दें कि BJP के नेतृत्व वाले NDA के पास वर्तमान में 422 सांसदों का समर्थन है, जो बहुमत (394) से अधिक है। साल 2022 के उपराष्ट्रपति चुनाव में जगदीप धनखड़ को BJD, YSR कांग्रेस और BSP जैसे गैर-NDA दलों का समर्थन मिला था, लेकिन साल 2025 में समीकरण बदल गए हैं, क्योंकि गुप्त मतदान के कारण क्रॉस वोटिंग की संभावना बनी रहती है, इसलिए उपराष्ट्रपति चुनाव रोचक हो सकता है।