Premananda Maharaj : वृंदावन के संत प्रेमानंद महाराज के स्वास्थ्य को लेकर चिंता बनी हुई है. दुआओं का दौर जारी है. आश्रम ने पुष्टि की है कि वह ठीक हैं और अपनी दिनचर्या जारी रख रहे हैं. महाराज ने अपने किडनी की स्थिति के बारे में खुद बताया. वह डायलिसिस करवा रहे हैं.
प्रेमानंद महाराज के स्वास्थ्य के बारे में अफवाहें न फैलाएं
श्री हिट राधा केली कुंज परिवार श्रीधाम वृंदावन ने आधिकारिक बयान जारी किया है. इसमें स्पष्ट किया गया है कि प्रेमानंद महाराज स्वस्थ हैं और अपनी रोजमर्रा की दिनचर्या जारी रख रहे हैं. हालांकि उनकी नियमित सुबह की सैर को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई है. प्रशासन ने सभी से आग्रह किया है कि संत के स्वास्थ्य के बारे में अफवाहें न फैलाएं. भक्तों से भी विनती की गई है कि वे केवल सही जानकारी शेयर करें. महाराज के स्वास्थ्य के प्रति चिंता फैलाने वाले मैसेज को शेयर करने से बचें.
प्रेमानंद महाराज ने अपने स्वास्थ्य के बारे में क्या बताया?
प्रेमानंद महाराज ने बताया कि वह डायलिसिस करा रहे हैं और अपनी दिनचर्या के अनुसार जीवन जी रहे हैं. उन्होंने भक्तों से यह भी कहा कि उनकी स्थिति स्थिर है और अफवाहों पर ध्यान न दें. उन्होंने कई भक्तों के किडनी दान के प्रस्तावों को अस्वीकार किया है.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, महाराज जी पॉलीसिस्टिक किडनी डिजीज (PKD) नामक रोग से जूझ रहे हैं। यह बीमारी किडनी की कार्यप्रणाली को प्रभावित करती है और समय के साथ उसकी कार्यक्षमता को कमजोर कर सकती है।इस लेख में हम जानेंगे कि आखिर PKD क्या है, इसके लक्षण क्या होते हैं, और इससे कैसे बचाव या इलाज संभव है।
PKD रोग क्या है
पॉलीसिस्टिक किडनी डिजीज (PKD) एक वंशानुगत बीमारी है जिसमें किडनी में तरल से भरे सिस्ट बन जाते हैं, जो समय के साथ किडनी की कार्यक्षमता को प्रभावित करते हैं। यह सिस्ट लिवर और अन्य अंगों में भी हो सकते हैं और हाई ब्लड प्रेशर और किडनी फेलियर का कारण बन सकते हैं। सही जीवनशैली और इलाज से इसकी प्रगति को धीमा किया जा सकता है।
प्रेमानंद महाराज कौन हैं?
प्रेमानंद महाराज का जन्म अनिरुद्ध कुमार पांडेय के रूप में सरसौल ब्लॉक कानपुर में हुआ था. वे 13 साल की उम्र में घर छोड़कर अपने दादा की तरह संन्यास की राह में चले. ‘शरणागति मंत्र’ प्राप्त करने के बाद उन्हें राधावल्लभ सम्प्रदाय में दीक्षा मिली. समय के साथ वे दुनिया के सबसे लोकप्रिय आध्यात्मिक नेताओं में से एक बन गए हैं. उनके वृंदावन आश्रम में विराट कोहली, अनुष्का शर्मा, ग्रेट खली, हेमा मालिनी और मोहन भागवत जैसे प्रमुख लोग दर्शन करने आ चुके हैं. भक्त उनके ज्ञान और आशीर्वाद के लिए दूर-दूर से आते हैं.