इंदौर RTO में भ्रष्टाचार दिखाना पड़ा भारी, लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर हुआ हमला, रिपोर्टर और कैमरामैन को पीटा, दलालों की इतनी हिम्मत कैसे?
By Ashish Meena
November 28, 2025
Indore News : मध्य प्रदेश के व्यावसायिक हब इंदौर से लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर एक भयावह हमले की खबर सामने आई है। इंदौर RTO (क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय) में चल रहे खुलेआम भ्रष्टाचार और दलाली की सच्चाई उजागर करने की कीमत न्यूज़ 24 के पत्रकार हेमंत शर्मा और उनके कैमरामैन राजा शर्मा को चुकानी पड़ी है। RTO परिसर में मौजूद दलालों के गिरोह ने दोनों को बंधक बनाकर बेरहमी से पीटा, जिसके बाद उन्हें घायल अवस्था में अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा है।
दलालों की इतनी हिम्मत कैसे?
घटना शुक्रवार को उस समय हुई जब संवाददाता हेमंत शर्मा पिछले कुछ दिनों से RTO में वाहन रजिस्ट्रेशन और फिटनेस के नाम पर हो रही दलाली को लेकर एक बड़ी ग्राउंड रिपोर्ट तैयार कर रहे थे। जैसे ही रिपोर्टिंग शुरू हुई, वहाँ मौजूद दलालों ने अपने 50 से ज़्यादा गुर्गों को बुला लिया। पत्रकार हेमंत शर्मा और कैमरामैन राजा शर्मा को पहले धमकाया गया, फिर बंधक बनाया गया और उनके साथ बुरी तरह मारपीट की गई।
हमलावरों ने उनके कैमरे, माइक और मोबाइल भी छीन लिए। फिलहाल, दोनों घायल पत्रकारों को इंदौर के जुपिटर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। यह घटना कई गंभीर सवाल खड़े करती है। आखिर RTO जैसी सरकारी और संवेदनशील जगह पर दलालों की इतनी हिम्मत कैसे हो गई?
विपक्ष हमलावर- ‘यह लोकतंत्र पर सीधा प्रहार’
इस घटना को लेकर मध्य प्रदेश की राजनीति गरमा गई है। विपक्ष ने इसे लोकतांत्रिक मूल्यों पर सीधा प्रहार बताते हुए सरकार पर तीखा हमला किया है।
पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने कहा, “मध्य प्रदेश में सच बोलना और दिखाना अपराध हो गया है। इंदौर में पत्रकार हेमंत शर्मा पर हुआ हमला लोकतंत्र पर सीधा प्रहार है। मुख्यमंत्री जी, परिवहन विभाग में दलाली और भ्रष्टाचार का फैलता साम्राज्य अब बेकाबू हो चुका है।” उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार में जनता और पत्रकार को निशाना बनाया जा रहा है, जबकि माफिया निर्भीक होकर पनप रहे हैं।
नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा कि प्रदेश में सच दिखाना अब किसी युद्ध से कम नहीं। “पत्रकार कलम चलाएँ तो भाजपा के गुंडे डंडे चलाते हैं। भ्रष्टाचारियों के मुँह में घी–चीनी, और सच दिखाने वालों पे लाठी यही है भाजपा का शासन मॉडल।”
पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण सुभाष यादव ने सवाल किया कि “RTO अधिकारियों ने अपने ही दलालों से पत्रकार पर हमला करवाया। सरकार पत्रकार सुरक्षा कानून कब लाएगी? लोकतंत्र का चौथा स्तंभ अगर असुरक्षित रहेगा, तो भ्रष्टाचार का चेहरा कौन उजागर करेगा?”
उपनेता प्रतिपक्ष हेमंत सत्यदेव कटारे ने उन्होंने इस हमले को गुंडों और माफियाओं का राज बताया और कहा कि यह सिर्फ मीडिया पर नहीं, बल्कि कानून-व्यवस्था पर हमला है।
इंदौर RTO ऑफिस में मारपीट का मामला परिवहन मुख्यालय ग्वालियर के संज्ञान में आया है। मामले को लेकर जॉइंट ट्रांसपोर्ट कमिश्नर विनोद भार्गव ने बड़ा बयान दिया है। विनोद भार्गव ने कहा कि यह घटना उनके संज्ञान में आ गई है। सभी तथ्यों की जानकारी ली जा रही है। ट्रांसपोर्ट कमिश्नर महोदय के संज्ञान में पूरा मामले कि जानकारी लेकर लाया जा रहा है। इसकी पूरी जांच कराई जाएगी।
यदि कोई विभागीय व्यक्ति इसमें संलिप्त या दोषी पाया जाता है तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। मीडिया लोकतंत्र का चौथा महत्वपूर्ण स्तंभ है। इसकी हमेशा स्वतंत्रता और रक्षा की जाएगी। जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ निश्चित रूप से कार्रवाई होगी।
