हरदा के इतिहास में अब तक का सबसे बड़ा आंदोलन, 50 हजार से ज्यादा लोग जुटे, करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा- मांगों को नहीं सुना तो भोपाल और दिल्ली कूच करेंगे

By Ashish Meena
दिसम्बर 21, 2025

Harda News : हरदा के नेहरू स्टेडियम में 21 सूत्रीय मांगों को लेकर करणी सेना का जनक्रांति आंदोलन जारी है। बताया जा रहा है कि 50 हजार से ज्यादा लोग आंदोलन में पहुँच चुके है। रविवार सुबह तक करीब 20 हजार से ज्यादा किसान शहर में मौजूद हैं। बड़ी संख्या में लोगों की मौजूदगी को देखते हुए प्रशासन पूरी तरह अलर्ट मोड में है। इसे हरदा के इतिहास में अब तक का सबसे बड़ा आंदोलन बताया जा रहा है।

HARDA KARNI SENA AANDOLAN

जिले में पांच स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था लागू की गई है। प्रदर्शन स्थल से लेकर जिले के सभी प्रवेश और निकास मार्गों तक कड़ी निगरानी रखी जा रही है, जबकि बाहर से आए पुलिस बल के ठहराव के लिए शहर के करीब 30 होटल और धर्मशालाओं को प्रशासन ने अपने नियंत्रण में लिया है।

HARDA KARNI SENA AANDOLAN

करणी सेना परिवार की 21 सूत्री मांगें हैं। इनमें न्यायिक जांच, केस की वापसी, आरक्षण और भर्ती प्रक्रिया में सुधार, आर्थिक आधार पर आरक्षण, किसानों की समस्याएं, बिजली बिल, स्मार्ट मीटर, शिक्षा, रोजगार, महिला सुरक्षा, गो-संरक्षण, पूर्व सैनिकों और मीडिया कर्मियों से जुड़े मुद्दे शामिल हैं।

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कई जिलों से कार्यकर्ता हरदा में जमा हुए हैं। करणी सेना प्रमुख जीवन सिंह शेरपुर आयोजन स्थल के मंच पर पहुंच गए हैं। आंदोलन मे राजपूत समाज की महिलाएं भी बड़ी संख्या में शामिल हो रही हैं।

Karni Sena s historic Jankranti movement in Harda over 20 000 people on the streets demanding 21 points

आंदोलन में सर्व समाज के लोग भी शामिल
करणी सेना के इस आंदोलन में सर्व समाज के लोग भी शामिल हो रहे हैं। हरदा में पहली बार किसी आंदोलन मे इतने लोग शामिल हो रहे हैं। शहर के नेहरू स्टेडियम मे हो रहे इस आंदोलन मे लोगों को बैठने की भी जगह नहीं मिल रही है। लगभग 50 हजार लोग स्टेडियम में मौजूद हैं। आंदोलन में मध्य प्रदेश के लगभग सभी जिलों के अलावा अन्य राज्यों से भी लोग पहुंच रहे हैं।

भोपाल और दिल्ली कूच करेंगे
राजपूत करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष महिपाल सिह मकराना का कहना है कि हम आधा घंटे का समय प्रशासन को देते हैं। यदि हमारी मांगों को नहीं सुना गया तो हम स्टेडियम के बाहर आकर सड़क पर प्रदर्शन करेंगे। इसके बाद भोपाल और दिल्ली कूच करेंगे। उन्होंने कहा- 10 घंटे से हम अनुशासन में रहकर आंदोलन कर रहे हैं। इसे प्रशासन हमारी कमजोरी ना समझे। हम तो लोकतंत्र में सभी का साथ चाहते हैं, लेकिन राजपूत के ऊपर अत्याचार कर काम नहीं होने देंगे। उन्होंने कहा कि मंच पर सर्व समाज मौजूद है, जो हमें हर तरफ से मदद करने को तैयार है।

करणी सेना प्रमुख भूख हड़ताल पर
करणी सेना ने 21 सूत्रीय मांगों के लेकर ये आंदोलन शुरू किया है। करणी सेना प्रमुख जीवन सिंह शेरपुर 14 दिसंबर से ही भूख हड़ताल पर है। आंदोलन मे भूख हड़ताल पर बैठने वाले लोगों की संख्या बढ़ सकती है। जिला प्रशासन के अनुसार आंदोलन के लिए मात्र एक दिन की परमिशन दी है लेकिन जीवन सिंह शेरपुर का कहना है “सरकार ने हमारी मांगें नहीं मानी तो आंदोलन आगे भी जारी रहेगा।” अब जिला प्रसासन क्या कदम उठाएगा, इस पर लोगों की निगाहें हैं।

5 माह पहले हुए लाठीचार्ज से गुस्से में करणी सेना
मामले के अनुसार राजपूत समाज के एक युवक ने हीरा खरीदा था। आरोप है कि एक व्यापारी द्वारा असली हीरा बदल कर नकली हीरा थमा दिया गया। थाने मे शिकायत भी की गई लेकिन करणी सेना के लोगों ने कार्रवाई नहीं होने का आरोप लगाया और 12 और 13 जुलाई को थाने का घेराव किया। इस दौरान पुलिस ने लाठीचार्ज किया था। करणी सेना प्रमुख जीवन सिंह शेरपुर पर भी लाठीचार्ज किया गया था।

पुलिस ने किए सुरक्षा के व्यापक इंतजाम
वहीं, करणी सेना के जनक्रांति आंदोलन को लेकर प्रशासन ने व्यापक सुरक्षा इंतजाम किए हैं। कानून व्यवस्था बनाए रखने के उद्देश्य से पूरे शहर में कड़ी निगरानी रखी जा रही है। प्रदर्शन स्थल से लेकर जिले के सभी प्रवेश और निकास मार्गों तक पुलिस की कड़ी नजर है। एक दिन पहले पुलिस ने फ्लैग मार्च निकाला, इसमें 3 जिलों की पुलिस के साथ ही 10 कंपनियां शामिल रहीं।

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आशीष मीणा हिंदी पत्रकार हैं और राष्ट्रीय तथा सामाजिक मुद्दों पर लिखते हैं। उन्होंने पत्रकारिता की पढ़ाई की है और वह तथ्यात्मक व निष्पक्ष रिपोर्टिंग पर ध्यान केंद्रित करते हैं।