MP Weather Update : मध्य प्रदेश से मानसून की आधिकारिक विदाई हो चुकी है, लेकिन बारिश का दौर जारी है। ग्वालियर में पिछले 24 घंटे से रुक-रुककर पानी गिर रहा है। मंगलवार सुबह तक दो इंच से ज्यादा बारिश हो चुकी है। जिसके चलते आज दोपहर 12 बजे के बाद तिघरा डैम के गेट खोलकर पानी निकाला गया है।
अरब सागर में बन रहे दो एक्टिव सिस्टम की वजह से प्रदेश में कई जिलों में तेज बारिश हो रही है। अगले चार दिन तक आंधी, बिजली और बारिश का सिलसिला जारी रह सकता है। मौसम विभाग ने 29 और 30 और 31 अक्टूबर को प्रदेश के उत्तर-पूर्वी इलाकों के 18 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है।
अरब सागर से दो मौसमीय सिस्टम सक्रिय
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, अरब सागर में एक डिप्रेशन सिस्टम बना है, जिससे जुड़ा ट्रफ मध्यप्रदेश के बीचोंबीच तक पहुंच रहा है। साथ ही, एक और साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम अरब सागर में एक्टिव है, जो एमपी की ओर बढ़ रहा है। इन्हीं कारणों से प्रदेश में अगले चार दिन तक मौसम का मूड बदला रहेगा।
सोमवार को कई जिलों में हुई झमाझम बरसात
सोमवार को भी कई जिलों में बारिश का दौर जारी रहा। श्योपुर में लगातार दूसरे दिन 2.2 इंच बरसात दर्ज की गई। दतिया में करीब 1 इंच और ग्वालियर, रतलाम, सीधी में आधा इंच से ज्यादा पानी गिरा।टीकमगढ़ में आधा इंच बारिश हुई, जबकि गुना, उज्जैन, छतरपुर (खजुराहो-नौगांव), रीवा, मुरैना, विदिशा, मंदसौर में भी हल्की फुहारें पड़ीं। गातार हो रही बारिश से तवा डैम का जलस्तर बढ़ने पर प्रशासन ने सोमवार सुबह 11 बजे से तीन गेट खोल दिए।गेट 3-3 फीट की ऊंचाई तक खोले गए, जिससे 16,070 क्यूसेक पानी छोड़ा गया।
6 नवंबर से बढ़ेगी ठंड
एक वेस्टर्न डिस्टर्बेंस उत्तर भारत में सक्रिय है, जिससे इन इलाकों में बारिश और बर्फबारी के आसार हैं। सिस्टम के गुजरने के बाद ठंडी हवाओं का असर मध्यप्रदेश में भी महसूस होगा। 6 नवंबर के बाद से प्रदेश में सर्दी का असर बढ़ने की संभावना है।
तीन दिन का मौसम अलर्ट
मौसम विभाग की वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन के मुताबिक, अगले 24 घंटे में भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर, जबलपुर समेत लगभग सभी जिलों में यलो अलर्ट जारी किया गया है। 29 अक्टूबर को उत्तर और पूर्वी जिलों में तेज बारिश, जबकि 30 अक्टूबर को भी पूर्वी हिस्से में भारी बारिश के संकेत हैं।