लाड़ली बहनों को कब मिलेंगे 3 हजार रुपए? कांग्रेस ने मोहन यादव को याद दिलाया शिवराज का वादा

By Ashish Meena
अक्टूबर 23, 2024

MP Hindi News : मध्यप्रदेश की लाड़ली बहना योजना की राशि बढ़ाने की बात एक बार फिर उठी है। पिछले साल विधानसभा चुनाव के पूर्व तत्कालीन सीएम शिवराज सिंह चौहान ने लाड़ली बहनों को 3 हजार रुपए देने की बात कही थी। बीजेपी के संकल्प पत्र में भी लाड़ली बहना योजना की राशि बढ़ाने की बात कही गई थी। योजना के कारण महिलाओं ने बीजेपी के पक्ष में जमकर वोटिंग की जिससे पार्टी की सरकार भी बन गई लेकिन लाड़ली बहनों के लिए राशि अभी तक नहीं बढ़ाई गई है। यह मुद्दा अब फिर गरमा गया है।

कांग्रेस ने शिवराज सिंह चौहान का महिलाओं से किया गया वादा याद दिलाते हुए सीएम मोहन यादव से लाड़ली बहना योजना की राशि नहीं बढ़ाने पर सवाल पूछा है। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष जीतू पटवारी ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाकर सीएम मोहन यादव की बीजेपी सरकार के 10 माह पूरे होने पर 10 सवाल पूछे। पीसीसी चीफ ने सबसे पहला सवाल लाड़ली बहना योजना की राशि नहीं बढ़ाने पर ही दागा।

पटवारी ने कहा कि तत्कालीन सीएम शिवराजसिंह चौहान ने विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान लाड़ली बहनों को हर महीने 3000 रुपए देने का वादा किया था। बीजेपी के वचन पत्र में भी यह बात कही गई थी। सरकार बनने के बाद भी बीजेपी ने बहनों को 3000 रुपए क्यों नहीं दिए? प्रदेश में सरकार बने 10 माह हो चुके हैं लेकिन अभी तक वादा पूरा क्यों नहीं किया!

पटवारी बोले कि आपने (CM मोहन यादव ने) भी लाड़ली बहनों को 5000 रुपए तक देने की बात कही है। 450 रुपए में गैस सिलेंडर देने का क्या हुआ? कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष जीतू पटवारी महिलाओं और किसानों के मुद्दे पर मुखर बने रहे। उन्होंने कहा कि एमपी देश की रेप केपिटल बन गई है। प्रदेश की बेटियों के साथ दुष्कर्म हो रहे हैं। राज्य सरकार बेटियों की सुरक्षा नहीं कर पा रही है।

केंद्रीय कृषि मंत्री ​शिवराजसिंह चौहान पर भी जीतू पटवारी ने जबर्दस्त हमला किया। उन्होंने कहा कि किसानों की समस्या बताने मैं कृषि मंत्री से समय मांग रहा हूं पर 5 मंगलवार गुजर गए। मैं मध्यप्रदेश के किसानों के हित में बात करना चाहता हूं, कृपया समय दीजिए। पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने आरोप लगाया कि शिवराजसिंह चौहान की 33 योजनाएं मोहन यादव सरकार ने बंद कर दी हैं। उन्होंने सरकार से सवाल किया कि कल्याणकारी योजनाओं को फंड क्यों नहीं दिया जा रहा है?

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आशीष मीणा पत्रकारिता में पाँच वर्षों का अनुभव रखते हैं। DAVV इंदौर से पत्रकारिता की पढ़ाई के बाद उन्होंने अग्निबाण सहित कई प्रतिष्ठित मीडिया संस्थानों में कार्य किया। उन्होंने जमीनी मुद्दों से लेकर बड़े घटनाक्रमों तक कई महत्वपूर्ण खबरें कवर की हैं।