MP News : भोपाल के कुशाभाऊ ठाकरे सभागार में मंगलवार को सूर्य मित्र कृषि फीडर योजना समिट का आयोजन हुआ। समिट में देश एवं प्रदेश के 350 से अधिक निवेशकों ने सहभागिता की। सभी के उत्साह का ही परिणाम है कि योजना में 20 हजार करोड़ से अधिक राशि का निवेश होना संभावित है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा देश में वर्ष 2030 तक 500 गीगावॉट तक सौर ऊर्जा उत्पादन के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने के स्वप्न को साकार करने में मध्य प्रदेश शत-प्रतिशत योगदान देगा। इस मौके पर मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने ग्लोबल एक्सपर्ट एवं जेआईजेड के प्रोजेक्ट डायरेक्टर बर्नार्ड क्रूजबर को तकनीकी सहयोग के लिए सम्मानित किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि ऊर्जा उत्पादन के क्षेत्र में अभूतपूर्व प्रगति हुई है। निकट भविष्य में पड़ोसी राज्यों के साथ मिलकर 6-6 महीने बिजली उपलब्धता के लिए सोलर प्रोजेक्ट शुरू किए जाएंगे।
7 वर्ष तक 3 प्रतिशत ब्याज में छूट मिलेगी
नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा मंत्री राकेश शुक्ला ने कहा कि प्रदेश में इस योजना में 1900 सब-स्टेशनों पर 100 प्रतिशत क्षमता तक की परियोजनाओं का क्रियान्वयन मिशन मोड में किया जाएगा। योजना में निवेशकों को अपनी परियोजनाओं के लिये 1.5 करोड़ रूपये प्रति मेगावॉट का केन्द्रीय अनुदान चुनने की स्वतंत्रता दी गई है।
शुक्ला ने कहा कि ‘सूर्य मित्र कृषि फीडर’ योजना में परियोजनाओं को भारत सरकार द्वारा कृषि अवसंरचना निधि (एआईएफ) में 7 वर्ष तक 3 प्रतिशत ब्याज में छूट मिलेगी। मंत्री ने कहा कि परियोजनाओं के लिये सुगम एवं व्यवस्थित वित्त पोषण को सुनिश्चित करने के लिये स्टेट बैंक, सेंट्रल बैंक और एयू स्मॉल बैंक इत्यादि से एमओयू हुआ है। निवेशकों को इन बैंकों के मार्फत फाइनेंस सुविधा उपलब्ध कराई जायेगी। ऊर्जा मंत्री प्रद्युम सिंह तोमर ने कहा कि सोलर पंप लगने से किसानों को लाभ मिलेगा। सरकार किसानों से अतिरिक्त बिजली भी खरीदेगी।
25 साल के लिए आय के अवसर सृजित होंगे
शुरूआत में मध्य प्रदेश ऊर्जा विकास निगम के एमडी अमनबीर सिंह बैंस ने ‘सूर्य मित्र कृषि फीडर’ योजना और इसके क्रियान्वयन संबंधी जानकारी निवेशकों को दी। उन्होंने बताया कि वृहद स्तर पर लागू की जा रही योजना की एक इकाई की क्षमता औसतन 5 मेगावॉट की है इसमें कुल 20 करोड़ रुपये के निवेश की आवश्यकता है।
प्रत्येक जिले में चुने गये सब-स्टेशन पर स्थानीय उद्योगपति, निवेशक, विकासक और कृषक निवेश कर राज्य के विकास में सहभागी बन सकेंगे। इससे 25 वर्ष के लिये व्यापार और आय के अवसर सृजित होंगे। साथ ही सस्ती बिजली भी मिल सकेगी। समय-सीमा में परिेयोजनाओं को पूर्ण करने के लिए प्रभावी निवेशकों और विकासकों को सहजता एवं सुलभतापूर्वक न्यूनतम दस्तावेजीकरण के साथ उपयुक्त अनुमति प्रदाय करने सिंगल विंडो सिस्टम से योजना को क्रियान्वित करने पर कार्य चल रहा है।
कुसुम योजना का विस्तार है सूर्य मित्र कृषि फीडर योजना
प्रधानमंत्री कुसुम योजना का विस्तार करते हुए सूर्य मित्र कृषि फीडर योजना ग्रिड से जुड़े हुए कृषि पंपों को सौर ऊर्जा से बिजली देने के लिए फीडर पर सौर ऊर्जा संयंत्रों की स्थापना की जा रही है। कृषि क्षेत्र में देश में मध्य प्रदेश अग्रणी राज्य है, जहां पर सिंचाई सुविधाओं के लिए लगभग 8 हजार पृथक कृषि फीडर्स स्थापित किये गए हैं। लगभग 35 लाख कृषि पम्प हैं। प्रधानमंत्री कुसुम योजना का विस्तार करते हुए सूर्य मित्र कृषि फीडर योजना के अंतर्गत लक्ष्यों से अधिक सौर ऊर्जा संयंत्रों की स्थापना की जाएगी।