Kalwar : इंदौर-बुधनी रेल लाइन परियोजना के तहत उपजाऊ भूमि अधिग्रहण के विरोध में देवास जिले के कलवार में किसानों का गुस्सा थमने का नाम नहीं ले रहा है। किसानों का अनिश्चितकालीन अनशन 17वें दिन भी जारी है। अन्नदाताओं के आंदोलन में आज पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह स्वयं कलवार पहुंचे और भूख हड़ताल पर बैठे किसानों से मुलाकात कर उन्हें अपना समर्थन दिया। इस दौरान भूख हड़ताल पर बैठे किसान रवि मीणा ने दिग्विजय सिंह को विस्तार से इस परिजोजना के बारे में बताया।
वरिष्ठ नेताओं का समर्थन
दिग्विजय सिंह से पहले, वरिष्ठ कांग्रेस नेता सत्यनारायण पटेल भी आंदोलन स्थल पर पहुंचे थे। उन्होंने किसानों को भरोसा दिलाया कि इस लड़ाई को न केवल प्रदेश स्तर पर, बल्कि राष्ट्रीय स्तर तक पहुंचाया जाएगा। पटेल ने किसानों से कहा कि यह केवल ज़मीन का सवाल नहीं है, बल्कि किसानों के अस्तित्व और उनकी आने वाली पीढ़ियों के भविष्य का सवाल है।
प्रशासन की चुप्पी से किसानों में गहरा रही नाराज़गी
धरना स्थल पर रोज़ाना आसपास के गांवों से बड़ी संख्या में महिला, पुरुष और युवा किसानों का जत्था पहुंच रहा है। कई महिलाएं भी क्रमिक भूख हड़ताल में शामिल हो चुकी हैं। इस किसान आंदोलन को कांग्रेस नेताओं, समाजसेवियों, भारतीय किसान यूनियन और जाट समाज के पदाधिकारियों का लगातार समर्थन मिल रहा है।
किसानों का स्पष्ट कहना है कि यह संघर्ष उनकी आजीविका से जुड़ा है और वे किसी भी हाल में पीछे नहीं हटेंगे। हालांकि, आंदोलन के 14 दिन बीत जाने के बावजूद भी स्थानीय प्रशासन या जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है, जिससे किसानों में गहरी नाराज़गी बनी हुई है।