MP: आरक्षक ने फांसी लगाकर की आत्महत्या, सरकारी क्वार्टर में फंदे पर झूलता मिला शव, पुलिस विभाग में मचा हड़कंप
By Ashish Meena
दिसम्बर 14, 2025
MP News : मध्यप्रदेश के ग्वालियर पुलिस विभाग में उस समय हड़कंप मच गया जब बहोड़ापुर थाना क्षेत्र स्थित पुलिस लाइन में पदस्थ प्रधान आरक्षक दीपक श्रीवास ने अपने सरकारी क्वार्टर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। वह वर्तमान में थाटीपुर थाने में पदस्थ थे और अपने परिवार के साथ पुलिस लाइन के क्वार्टर में रहते थे। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस विभाग में शोक की लहर दौड़ गई, लेकिन आत्महत्या के कारणों का खुलासा अभी तक नहीं हो सका है।
ड्यूटी से लौटने के बाद उठाया खौफनाक कदम
पुलिस की प्राथमिक जांच से पता चला है कि शनिवार को ड्यूटी से लौटने के बाद दीपक श्रीवास अपने कमरे में गए। जब काफी देर तक वह वापस नहीं लौटे, तो उनकी पत्नी मेघा ने दरवाजा खटखटाया। दरवाजा अंदर से बंद था। पड़ोसियों की मदद से दरवाजा तोड़ा गया, तो दीपक को छत के पंखे से फंदे पर लटका पाया गया।

उन्हें तत्काल अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। घटना के वक्त उनकी पत्नी मेघा ही घर पर थीं, जबकि उनकी दो छोटी बेटियां परी (9 वर्ष) और पूर्वी (6 वर्ष) दादी के घर गई हुई थीं, जिसने घटना को और भी मार्मिक बना दिया है।
विभागीय और पारिवारिक कोण से जांच जारी
सीएसपी अतुल सोनी ने इस मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि घटनास्थल से कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है। पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है और शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है।
पुलिस अधिकारी अब यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि आखिर इस युवा प्रधान आरक्षक ने इतना कठोर कदम क्यों उठाया। विभागीय तनाव, पारिवारिक दबाव, या किसी अन्य निजी कारण जैसे सभी पहलुओं को ध्यान में रखकर गहनता से जांच की जा रही है। मृतक के भाई शिवम श्रीवास ने भी घर में “कुछ बातों को लेकर उलझन” की बात कही है, लेकिन कारण स्पष्ट नहीं हो सका है।
पिता की मौत के बाद मिली थी अनुकंपा नियुक्ति
जानकारी के अनुसार, प्रधान आरक्षक दीपक श्रीवास को यह नौकरी अनुकंपा नियुक्ति के तहत मिली थी। उनके पिता की मृत्यु ड्यूटी के दौरान एक सड़क हादसे में हो गई थी, जिसके बाद उन्हें पुलिस विभाग में सेवा का मौका मिला था।
