मध्यप्रदेश में सर्दी बढ़ते ही अलर्ट मोड पर अस्पताल, केंद्र की तरफ से जारी हुई एडवायजरी
By Ashish Meena
दिसम्बर 18, 2025
Cold Weather in MP : मध्य प्रदेश में बढ़ते ठंड के असर के बाद अब स्वास्थ्य विभाग भी अलर्ट मोड पर है, क्योंकि दिसंबर के महीने में शीतलहर का प्रभाव सबसे ज्यादा दिख रहा है. ऐसे में केंद्र सरकार ने भी राज्यों के स्वास्थ्य विभागों को सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं. क्योंकि तापमान में लगातार 6 से 7 डिग्री की गिरावट होने से अब अस्पतालों में मरीजों की संख्या भी बढ़ने लगी है, जिसमें सबसे ज्यादा मरीज सर्दी जुखाम के देखे जा रहे हैं. ऐसे में सरकारी और निजी मेडिकल कॉलेजों के साथ-साथ अस्पतालों को भी अलर्ट पर रहने के लिए कहा गया है.
सरकार की तरफ से यह स्पष्ट किया गया है कि इलाज में किसी भी तरह की लापरवाही नहीं होनी चाहिए. मेडिकल कॉलेजों के डीन, सीएमएचओ के साथ-साथ सिविल सर्जन को भी निर्देश दिए गए हैं कि मरीजों का इलाज तुरंत होना चाहिए. जबकि स्वास्थ्य विभाग की तरफ से जारी गाइडलाइन का सख्ती से पालन किया जाना चाहिए. केंद्र सरकार ने मौसम के हिसाब से काम करने के लिए कहा है.निर्देश राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन नियंत्रण प्राधिकरण और राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र यानि भारत सरकार की तरफ से राज्यों के स्वास्थ्य विभागों को दिए गए हैं.
दरअसल, शीतलहर का प्रभाव बढ़ने की वजह से हाइपोथर्मिया और फ्रॉस्टबाइट यानि लोगों में सुन्न और छाले होने जैसी बीमारियां तेजी से आती हैं. जिनमें तुरंत इलाज मिलना जरूरी है क्योंकि इस स्थिति में सुन्नता भी आ सकती है. ऐसे में मौसम विभाग और स्वास्थ्य विभाग ने इलाज के साथ-साथ लोगों को जागरुक करने के निर्देश भी सरकार को दिए हैं. ताकि किसी तरह की स्थिति न बने.
हाइपोथर्मिया में इंसान का शरीर तेजी से ठंडा होने लगता है. खास बात यह है कि हाइपोथर्मिया में शरीर का तापमान सामान्य स्तर से नीचे जाकर 350 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है. यह स्थिति तब बन जाती है जब शरीर तेजी से ठंडा होता है. ऐसे में लोगों को ठंड से बचने के स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं. यही वजह है कि अस्पतालों में अलर्ट जारी किया गया है.
