Deepak Joshi : पूर्व मुख्यमंत्री कैलाश जोशी के पुत्र पूर्व मंत्री दीपक जोशी की भाजपा में वापसी हो गई है। वह केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान के सामने बुधनी विधानसभा क्षेत्र के नांदनेर में भाजपा में शामिल हो गए। लगभग डेढ़ साल पहले विधानसभा चुनाव के दौरान दीपक जोशी ने भाजपा से रिश्ते खत्म कर कांग्रेस की तरफ रुख किया था। उस समय खुद कांग्रेस के मुख्यमंत्री पद के दावेदार कमलनाथ ने उसको सदस्यता दिलाई थी।
पूर्व मंत्री दीपक जोशी ने चार नवंबर को भाजपा में शामिल होने का ऐलान किया था, जबकि उससे चार दिन पहले उन्होंने कांग्रेस के पक्ष में बुधनी विधानसभा क्षेत्र में एक सभा को संबोधित किया था। इस दौरान उन्होंने उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी राजकुमार पटेल के लिए वोट मांगते हुए कहा था कि इनको भारी बहुमत से जीताएं।
कांग्रेस में हार और भाजपा में वापसी
आठ महीने पहले दीपक जोशी की भाजपा में वापसी का कार्यक्रम लगभग तय था, लेकिन अंत में वह टल गया था। पार्टी में उनकी वापसी को लेकर सहमति नहीं बन पाई थी। चुनाव से पहले दीपक जोशी कांग्रेस में शामिल हुए थे। कांग्रेस के टिकट पर खातेगांव सीट से विधानसभा चुनाव लड़ा था। हालांकि वह 12,542 वोटों से हार गए थे।
2023 में छोड़ दी थी बीजेपी
2023 में हुए विधानसभा चुनाव में दीपक जोशी देवास की हाटपिपल्या सीट से टिकट मांग रहे थे, लेकिन बीजेपी ने कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल होने वाले मनोज चौधरी को उम्मीदवार बनाया था, जिससे नाराज दीपक जोशी ने बीजेपी को छोड़कर कांग्रेस ज्वाइन की थी, इधर कांग्रेस ने उन्हें खातेगांव से टिकट दिया था. इस चुनाव में दीपक जोशी को हार का सामना करना पड़ा था, करीब 12 हजार वोटों से दीपक जोशी चुनाव हार गए थे.
2013 में रह चुके मंत्री
दीपक जोशी 2013 में मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार में स्कूल, उच्च शिक्षा और स्किल डेवलपमेंट मंत्री थी. साल 2018 के विधानसभा के विधानसभा में कांग्रेस के मनोज चौधरी ने बीजेपी के दीपक जोशी को हरा दिया था. 2020 में सत्ता का उलटफेर हुआ तो मनोज चौधरी भी ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ कांग्रेस छोड़कर बीजेपी आ गए थे. बाद में मनोज चौधरी उपचुनाव जीतकर विधायक बने थे. इधर अब एक बार फिर से दीपक जोशी ने घर वापसी करते हुए बीजेपी ज्वाइन की है.