MP News: मध्यप्रदेश में अब एटीएम के माध्यम से खाद वितरण करने का निर्णय लिया गया है। किसान कार्ड से तय कोटे के अनुसार खाद ले सकेंगे। कार्ड में जमीन के रकबे के आधार पर खाद की मात्रा पहले से तय होगी। कालाबाजारी भी रुकेगी। साथ ही सहकारिता विभाग और को-ऑपरेटिव बैंकों को इस संबंध में निर्देश जारी कर दिए गए हैं।
किसानों को खाद वितरण की अव्यवस्था व लंबी कतारों से जल्द राहत मिलने वाली है। सरकार ने को-ऑपरेटिव बैंक व सहकारी समितियों के जरिए खाद एटीएम (डेबिट कार्ड) व्यवस्था शुरू करने का निर्णय लिया है। पहली बार हो रही इस व्यवस्था में किसानों को खाद के लिए कतार में लगने की जरूरत नहीं होगी।
वे अपने कार्ड से तय कोटे के अनुसार खाद ले सकेंगे। कार्ड में जमीन के रकबे के आधार पर खाद की मात्रा पहले से तय होगी। कालाबाजारी भी रुकेगी। कृषि विशेषज्ञ संजय दुबे की मानें तो योजना किसानों को राहत तो देगी, लेकिन खाद की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित करना भी जरूरी है।
क्रेडिट पर मिलेगी खाद
किसानों को खाद खरीदने के लिए तुरंत पैसे नहीं चुकाने होंगे। वे क्रेडिट पर खाद ले सकेंगे। फसल आने पर बिना ब्याज भुगतान कर पाएंगे। पूरी प्रक्रिया डिजिटल होगी। हर लेन-देन का रेकॉर्ड ऑनलाइन दर्ज रहेगा। किसानों को मोबाइल पर मैसेज भी मिलेगा। अभी किसानों को खाद लेने के लिए पीओएस मशीन के सामने कतार में खड़ा होना पड़ता है।
पर्याप्त आपूर्ति जरूरी
किसानों को समय पर खाद मिले, इसलिए व्यवस्था की जा रही है। अभी को-ऑपरेटिव बैंकों की वित्तीय स्थिति ठीक नहीं है। पहले कैश में खाद देने का सिस्टम शुरू होगा, फिर एटीएम व्यवस्था लागू होगी। -राज यशवर्धन कुरील सहायक आयुक्त, सहकारिता
कटनी और जबलपुर से शुरुआत
कटनी और जबलपुर जिले में सहकारी समितियों व बैंकों की स्थिति को देखते हुए पहले कैश में खाद वितरण की सुविधा शुरू की जाएगी।