Rashtriya Ekta News : मध्य प्रदेश बोर्ड ने हाल ही में एक अहम फैसला लेते हुए 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा के लिए आवेदन पत्र भरने की अंतिम तिथि बढ़ा दी है. पहले यह तिथि 30 सितंबर थी, जिसे अब बढ़ाकर 7 अक्टूबर कर दिया गया है. यह फैसला उन छात्रों के लिए बड़ी राहत है जो किसी कारणवश अब तक फॉर्म नहीं भर पाए थे. अब वे सामान्य शुल्क के साथ फॉर्म भर सकते हैं. छात्रों के हित को ध्यान में रखते हुए यह फैसला लिया गया है.एमपी बोर्ड ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिया है.
अब 10वीं और 12वीं के छात्र 7 अक्टूबर 2024 तक सामान्य फीस के साथ फॉर्म भर सकते हैं. पहले यह तारीख 30 सितंबर थी जिसे अब बढ़ाकर 7 अक्टूबर कर दिया गया है, इस फैसले से खासकर उन छात्रों को फायदा होगा जो अब तक परीक्षा फॉर्म नहीं भर पाए थे.
एमपी बोर्ड परीक्षा फॉर्म भरने वाले कमजोर वर्ग के विद्यार्थियों के लिए एक खुशखबरी है. जिन परिवारों के पास संबल कार्ड हैं उनसे परीक्षा शुल्क नहीं लिया जाएगा. इसके लिए एमपी बोर्ड की प्रवेश नीति में बदलाव किया जा रहा है. अधिकारियों के मुताबिक कमजोर वर्ग के जिन 10वीं और 12वीं के विद्यार्थियों के पास संबल कार्ड हैं उनमें से करीब ढाई लाख परीक्षार्थियों की परीक्षा फीस का कुल करीब 26 करोड़ रुपए मध्य प्रदेश सरकार एमपी बोर्ड को देगी.
बता दें कि हर साल एमपी बोर्ड की 10वीं और 12वीं की परीक्षाओं में 18 लाख से अधिक छात्र शामिल होते हैं, जिन्हें करीब 1200 रुपए परीक्षा शुल्क देना होता है. हालांकि एससी-एसटी वर्ग के विद्यार्थियों को परीक्षा शुल्क में छूट मिलती है. शासन के निर्देशानुसार 2018 से संबल योजना कार्डधारी परिवारों के बच्चों को भी शुल्क में छूट दी जा रही थी. इस योजना के तहत संगठित क्षेत्र के श्रमिकों के करीब ढाई लाख बच्चे हर साल परीक्षा में शामिल होते हैं. लेकिन इस बार बोर्ड ने इन विद्यार्थियों की परीक्षा शुल्क में छूट खत्म कर दी थी.