Khategaon Band : मध्य प्रदेश के किसान पिछले कई दिनों से सोयाबीन के भाव ₹6000 करने की मांग कर रहे हैं। किसानों के द्वारा सभी जिलों में अलग-अलग तरह से प्रदर्शन भी किया जा रहे हैं। कहीं ट्रैक्टर रैली निकाली जा रही है तो कहीं चक्का जाम किया जा रहा है।
इसी कड़ी में भारतीय किसान यूनियन ने सोयाबीन के दाम 6 हजार रुपए क्विंटल करने की मांग को लेकर शनिवार को खातेगांव नगर बंद का आह्वान किया गया है। आज देवास जिले के खातेगांव को बंद (Khategaon Band) रखा गया है। आज पूरा खातेगांव नगर बंद है।
सभी दुकानों पर ताले लगे हुए हैं। यहां तक की आज कृषि उपज मंडी भी बंद रखी गई है। किसानों के समर्थन में खातेगांव नगर को बंद किया गया है। जानकारी के मुताबिक आज खातेगांव नगर बंद (Khategaon Market Closed) होने के साथ-साथ शाम 7:00 बजे मसाल जुलूस भी निकाला जाएगा। साथ ही नेमावर में जल सत्याग्रह भी है।
किसानों से आग्रह किया गया है कि जल सत्याग्रह और मसाल जुलूस में ज्यादा से ज्यादा संख्या में शामिल हो। भारतीय किसान यूनियन के जिला अध्यक्ष ओम तिवारी ने बताया कि खातेगांव बद के आवाह्न के साथ 11:00 से शाम 5:00 तक नेमावर पहुंचकर किसान नर्मदा नदी में जल सत्याग्रह करेंगे। और अपनी मांग को लेकर सरकार के नुमाइंदों को मांग पत्र को सौंपेंगे। शाम 7:00 बजे खातेगांव नगर के प्रमुख मार्गो से किसान हाथों में मशाल लेकर मशाल जुलूस निकालेंगे।
किसान नेता तिवारी ने यह भी बताया कि यह मशाल यात्रा ग्रामीण क्षेत्रों में अब लगातार 30 सितंबर तक सभी गांवो के किसान अपने अपने गांव में मशाल जुलूस निकाल कर सरकार को जगाने का काम करेंगे। शुक्रवार को किसान नगर के प्रमुख व्यापारिक प्रतिष्ठानों पर पहुंचे और उन्होंने नगर बंद के आह्वान पर किसानों को अपना समर्थन देने का निवेदन किया।
गौरतलब है कि बीते एक महीने से क्षेत्र के किसान सोयाबीन फसल के दाम छह हजार रुपए प्रति क्विंटल करने की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे हैं। इसी कड़ी में किसानों ने शनिवार को खातेगांव नगर बंद नेमावर नर्मदा नदी में जल सत्याग्रह एवं शाम को मसाल जुलूस निकालने का निर्णय लिया है जिसका सभी किसानों ने समर्थन किया है।
जानकारी के लिए आपको बता दे की हाल ही में सरकार द्वारा समर्थन मूल्य घोषित किया गया है जो 4892 रुपए प्रति कुंटल है लेकिन किसानों द्वारा सोयाबीन के भाव ₹6000 प्रति कुंटल करने की मांग की जा रही है। अब देखना यह होगा कि किसानों की यह मांग पूरी होती है या नहीं।