Nemawar : शनिचरी अमावस्या के पावन अवसर पर देवास जिले के नेमावर में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। नर्मदा नदी में पवित्र स्नान के लिए दोपहर 12 बजे तक 50 हज़ार से अधिक श्रद्धालु पहुंचे, जिनमें मध्य प्रदेश के अलावा राजस्थान, महाराष्ट्र और गुजरात से भी बड़ी संख्या में लोग शामिल थे। इस धार्मिक आयोजन में आस्था का अद्भुत संगम देखने को मिला।
नर्मदा स्नान के लिए श्रद्धालुओं का तांता
नागर घाट, सिद्धनाथ घाट, पेढ़ी घाट और बाबा आत्माराम घाट पर सुबह से ही नर्मदा स्नान का क्रम जारी है। श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं। लगभग 250 पुलिस और होमगार्ड के जवान चप्पे-चप्पे पर तैनात हैं। सुरक्षा व्यवस्था की निगरानी के लिए 2 एडिशनल एसपी, 10 टीआई और 3 डीएसपी भी मौके पर मौजूद थे।
कंट्रोल रूम से दी गई थी जरूरी सूचनाएं
सिद्धनाथ मंदिर के पास बनाए गए कंट्रोल रूम से लाउडस्पीकर के माध्यम से श्रद्धालुओं को आवश्यक सूचनाएं लगातार दी जा रही। नगर परिषद ने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए पेयजल टैंकर उपलब्ध कराए। इसके अतिरिक्त, विश्राम के लिए सरकारी भवनों और निजी धर्मशालाओं में भी व्यवस्था की गई है।
ट्रैफिक व्यवस्था हुई बेहाल, घंटों जाम में फंसे श्रद्धालु
हालांकि, श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के आगे ट्रैफिक व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई। नेमावर से 4-5 किलोमीटर पहले दुलवां फाटा पर लगभग 2 घंटे तक भीषण जाम लगा रहा। इस जाम के कारण हजारों श्रद्धालु और उनके वाहन फंसे रहे, जिससे उन्हें काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।
शनिचरी अमावस्या पर नेमावर में नर्मदा स्नान के लिए श्रद्धालुओं का उत्साह देखते ही बनता था। हालांकि, ट्रैफिक व्यवस्था में खामियों के कारण श्रद्धालुओं को असुविधा हुई। भविष्य में ऐसे बड़े धार्मिक आयोजनों के दौरान बेहतर ट्रैफिक प्रबंधन की आवश्यकता है ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े।