Donald Trump : अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप की जीत को जहां भारतीय और अमेरिकी शेयर बाजारों ने हाथो हाथ लिया. वहीं दूसरी ओर गोल्ड मार्केट पूरी तरह से क्लीन बोल्ड होता दिखाई दिया. इसका अंदाजा आप सभी इसी बात से लगा सकते हैं कि भारत के वायदा बाजार में गोल्ड के दाम 1850 रुपए से ज्यादा टूट गए. वहीं दूसरी ओर चांदी की कीमत में भी 3800 रुपए से ज्यादा की गिरावट देखने को मिली. विदेशी बाजारों में भी यही हालात देखने को मिले. न्यूयॉर्क के कॉमेक्स बाजार में गोल्ड स्पॉट के दाम 80 डॉलर प्रति ओंस से ज्यादा टूट गए. वहीं दूसरी ओर सिल्वर स्पॉट की कीमतों में करीब 4.50 फीसदी की गिरावट देखने को मिली.
जानकारों के अनुसार डोनाल्ड ट्रंप की जीत के बाद डॉलर इंडेक्स में काफी उछाल देखने को मिला है. जिसकी वजह से गोल्ड की कीमतों में तेजी देखने को मिल रही है. वहीं कुछ दूसरे कारण भी है, जिसकी वजह से गोल्ड की कीमत में गिरावट देखने को मिल रही है. गोल्ड की कीमत में तीन महीने की तेजी के बाद प्रॉफिट बुकिंग का माहौल शुरू हो गया है. यूएस फेड की मीटिंग में इस बार ब्याज दरों में कटौती या तो नहीं देखने को मिलेगी या उम्मीद से कम देखी जा सकती है. इसके अलावा लोकल लेवल पर गोल्ड की डिमांड में काफी गिरावट देखने को मिल रही है. जिसकी वजह से गोल्ड की कीमतों में गिरावट देखने को मिल रही है.
अब सबसे बड़ा सवाल ये है कि आखिर आने वाले महीनों में गोल्ड की कीमतों में और कितनी गिरावट देखने को मिल सकती है. इसका जवाब देते हुए जानकारों का कहना है कि साल के अंत तक गोल्ड की कीमतों में 3 से 5 फीसदी की तक की गिरावट देखने को मिल सकती है. इसका मतलब है कि सोने के दाम एमसीएक्स पर 73 से 75 हजार रुपए के लेवल पर जा सकते हैं. आइए आपको भी विस्तार से जानकारी देते हैं कि आखिर ट्रंप की जीत के बाद गोल्ड के दाम भारत से अमेरिका तक कितने हो गए हैं और आने वाले दिनों में किस लेवल पर जा सकते हैं?
गोल्ड में गिरावट के प्रमुख कारण
टेक्नीकल प्रॉफिट बुकिंग: बीते तीन महीने में गोल्ड की कीमतों में 9 फीसदी से ज्यादा यानी 6500 रुपए प्रति दस 10 से ज्यादा की तेजी देखने को मिल चुकी है. जिसकी वजह से गोल्ड की कीमतों में टेक्नीकल प्रॉफिट बुकिंग देखने को मिल रही है. 8 अगस्त को गोल्ड के दाम 70,134 रुपए प्रति दस ग्राम थे. जो 6 अगस्त को 76,600 रुपए से ज्यादा पर बंद हुए हैं. कुछ ऐसे ही हालात विदेशी बाजारों में भी देखने को मिले हैं.
फेड रिजर्व की बैठक से पहले की अस्थिरता : वहीं दूसरी ओर 7 नवंबर को अमेरिकी सेंट्रल बैंक ब्याज दरों में का ऐलान करेगा. उससे गोल्ड की कीमतों में अस्थिरता देखने को मिल रही है. जानकारों के अनुसार अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप की जीत के बाद फेड या तो ब्याज दरों को जस का तस रख सकता है या फिर उम्मीद से कम 0.25 फीसदी की कटौती कर सकता है. जबकि पहले अनुमान 0.50 फीसदी का लगाया गया था. जिसकी वजह से गोल्ड की कीमतों में गिरावट देखी जा रही है.
डोनाल्ड ट्रंप की जीत : वहीं दूसरी ओर गोल्ड में कटौती की बड़ी वजह डोनाल्ड ट्रंप की जीत को भी माना जा रहा है. जानकारों के अनुसार डोनाल्ड ट्रंप अपने चुनावी कैंपेन में फेड की ओर से की जाने वाली अग्रेसिव कटौती की मुखालफत यानी विरोध कर चुके हैं. ऐसे में निवेशकों में सेंटीमेंट बन चुका है कि आने वाले दिनों में फेड रेट में कटौती ना के बराबर होने जा रही है. इसका मतलब है कि जो वायदे फेड की ओर से पहले किए गए थे, वैसी कटौती आने वाले दिनों में नहीं होने जा रही है. जिसका असर गोल्ड की कीमतों में देखने को मिल रहा है.
डॉलर इंडेक्स में गिरावट : वहीं दूसरी ओर डोनाल्ड ट्रंप हमेशा से डॉलर की स्ट्रेंथ के हिमायती रहे हैं. ऐसे में जब डोनाल्ड ट्रंप की जीत पर मुहर लगी तो डॉलर इंडेक्स में डेढ़ फीसदी से ज्यादा की तेजी देखने को मिली और इंडेक्स 105.14 के लेवल पर पहुंच गया. जिसकी वजह से अमेरिकी बॉन्ड यील्ड में इजाफा देखने को मिलेगा. यही वजह से गोल्ड के दाम में भारत से लेकर अमेरिका तक में गोल्ड की कीमतों में गिरावट देखने को मिल रही है.
लोकल गोल्ड डिमांड में कमी : इसके अलावा दिवाली जैसा बड़ा त्योहार बीत चुका है. वेडिंग सीजन के लिए खरीदारी करीब—करीब पूरी हो चुकी है. लोकल लेवल पर गोल्ड डिमांड ना होना भी गोल्ड की कीमतों में बड़ा फैक्टर माना जा रहा है. जानकारों की मानें तो सेलर्स गोल्ड डिमांड की तलाश है. लेकिन लोकल लेवल पर अभी कोई ऐसा ट्रिगर देखने को नहीं मिल रहा है, जिसकी वजह से गोल्ड की डिमांड में इजाफा हो सके. दूसरा ये कि लोकल लेवल पर दुकानदारों के पास पुराने गोल्ड आ रहे हैं. ऐसे में दुकानदारों के पास गोल्ड स्टॉक जमा हो रहा है.
73 से 75 हजार पर आ सकते हैं दाम
जानकारों की मानें तो भारत से अमेरिका तक गोल्ड की कीमतों में बड़ी गिरावट देखने को मिल सकती है. केडिया एडवाइजरी के डायरेक्टर अजय केडिया ने टीवी9 भारतवर्ष डिजिटल से बातचीत हुए कहा कि अनुसार साल के अंत तक गोल्ड की कीमतों में 3 से 5 फीसदी तक की गिरावट देखने को मिल सकती है. उन्होंने कहा कि इसका मतलब है कि सोने की कीमत 75 हजार रुपए और उससे नीचे भी जा सकती है. वहीं उन्होंने विदेशी बाजारों में गोल्ड की कीमतों को लेकर कहा कि कॉमेक्स पर सोना 2,600 डॉलर और उससे नीचे भी कारोबार करता हुआ दिखाई दे सकता है. उन्होंने डॉलर की मजबूती का असर आने वाले दिनों और भी दिखाई देगा. साथ ही टेक्नीकल प्रॉफिट बुकिंग दौर आने वाले दिनों जारी रह सकता है.
गोल्ड की कीमतों में बड़ी गिरावट
बुधवार को देश के वायदा बाजार मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज पर गोल्ड की कीमत में बड़ी गिरावट देखने को मिली है. बाजार बंद होने के बाद गोल्ड के दाम 1,852 रुपए की गिरावट के साथ 76,655 रुपए प्रति दस ग्राम थे. जबकि कारोबारी सत्र के दौरान गोल्ड की कीमत में 2,140 रुपए की गिरावट देखने को मिल चुकी थी. कारोबारी सत्र के दौरान गोल्ड की कीमत 76,367 रुपए तक पहुंच गई थी. वैसे एक दिन पहले गोल्ड की कीमत 78,507 रुपए पर थी. वहीं दूसरी ओर चांदी के दाम 3,828 रुपए की गिरावट के साथ 90,820 रुपए पर बंद हुई. जबकि कारोबारी सत्र के दौरान चांदी के दाम 4,628 रुपए प्रति किलोग्राम की गिरावट 90,020 रुपए प्रति किलोग्राम तक पहुंच गए थे. जबकि एक दिन पहले चांदी के दाम 94,648 रुपए प्रति किलोग्राम पर थे.
विदेशी में बाजारों में भी सोना और चांदी क्रैश
दूसरी ओर विदेशी बाजारों में भी सोना और चांदी में बड़ी गिरावट देखने को मिल रही है. न्यूयॉर्क के कॉमेक्स मार्केट में गोल्ड फ्यूचर में करीब 3 फीसदी यानी 81 डॉलर प्रति ओंस से ज्यादा की की गिरावट देखने को मिल रही है और दाम 2,668.70 डॉलर प्रति ओंस पहुंच गए हैं. जबकि गोल्ड स्पॉट के दाम 3 फीसदी से ज्यादा यानी 85 डॉलर प्रति ओंस की गिरावट देखने को मिली और दाम 2,659.40 डॉलर प्रति ओंस पर पहुंच गए हैं. ब्रिटिश और यूरोपियन बाजारों गोल्ड के दाम में क्रमश: 1.87 फीसदी और 1.24 फीसदी की गिरावट देखने को मिल रही है.
अगर बात चांदी की करें तो कॉमेक्स पर सिल्वर फ्यूचर के दाम 4.55 फीसदी की गिरावट देखने को मिली और दाम 31.29 डॉलर प्रति ओंस पर थे. वहीं सिल्वर स्पॉट के दाम में भी 4.57 फीसदी की गिरावट के साथ 31.17 डॉलर प्रति ओंस पर कारोबार कर रहे थे. ब्रिटिश बाजारों में चांदी 3.38 फीसदी की गिरावट के साथ 24.19 पाउंड प्रति ओंस पर कारोबार कर रही है. जबकि यूरोपीय मार्केट में चांदी 2.80 फीसदी की गिरावट के साथ 29.05 यूरो पर्रति ओंस पर कारोबार करती हुई दिखाई दे रही.