Indore-Budhni Rail Line : इंदौर-बुधनी रेल लाइन के विरोध में आंदोलन कर रहे किसानों ने आज काली दीपावली मनाने का फैसला लिया है। इन किसानों द्वारा शगुन के लिए केवल दो दीपक लगाए जाएंगे। इंदौर-बुधनी रेलवे लाइन संघर्ष समिति ने इस बार दिवाली नहीं मनाने का निर्णय लेते हुए कहा कि हमारे किसान भाई एक महीने से भी ज्यादा भूख हड़ताल पर बैठे हैं। संघर्ष समिति की घोषणा है कि अबकी बार काली दिवाली मनाई जाएगी। मात्र एक दीपक तुलसी माता को और दूसरा दीपक मंदिर में जलाया जाएगा। छोटे-छोटे बच्चों ने भी कहा कि सरकार हमारा भविष्य अंधकार में कर रही है। हम भी पटाखे नहीं फोड़ेंगे।
अन्नदाताओं ने सरकार में बैठे नेताओं और अधिकारियों को श्राप दिया कि जैसी हमारी काली दिवाली मन रही है ऐसी इनकी भी काली दिवाली हो। किसान नेता हंसराज मंडलोई ने बताया कि इंदौर-बुधनी रेलवे लाइन के प्रभावित किसान रवि मीणा, संतोष छानवाल, मुंशी खां पठान लगातार 1 महीने से भूख हड़ताल कर रहे हैं।
अभी तक सरकार ने उनकी मांगों को नहीं सुना है। इससे इंदौर-बुधनी रेलवे लाइन के प्रभावित गांवों में सरकार के प्रति लगातार आक्रोश बढ़ रहा है। अन्नदाता आर-पार की लड़ाई पर आमादा हैं। मंडलोई ने बताया कि आज अनशन स्थल पर पहुंचे किसानों ने सामूहिक रूप से निर्णय लिया कि सरकार हमारे साथ में अन्याय कर रही है। यह रेलवे लाइन जो तीन जिलों की सीमा में से गुजरती है, इससे लगभग 100 गांव प्रभावित हो रहे हैं। इन सभी गांवों के प्रभावित किसानों ने निर्णय लिया है कि हम काली दिवाली मनाएंगे। उसके लिए न तो हमारे घरों के बच्चे पटाखे फोड़ेंगे, न ही घरों को रोशन किया जाएगा। सिर्फ दो दीपक लगाए जाएंगे।