Weather Update: देशभर में बारिश का कहर देखने को मिल रहा है। उत्तर प्रदेश में तेज बारिश के चलते 10 जिलों में बाढ़ जैसे हालात हैं। अमेठी में SP ऑफिस में पानी भर गया। अंदर फंसे लोगों के रेस्क्यू के लिए फायर ब्रिगेड को बुलाना पड़ा। गोंडा, अंबेडकरनगर, बहराइच, अमेठी, बुलंदशह, जौनपुर, सुल्तानुपर, अयोध्या में 8वीं तक के स्कूल बंद हैं।
बिहार के 13 जिलों में बाढ़ की चेतावनी, 5 जिलों में रेड अलर्ट
उधर, बिहार में भी तेज बारिश का दौर जारी है। मौसम विभाग ने पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण, अररिया, किशनगंज, गोपालगंज में रेड अलर्ट जारी किया है। वहीं, आपदा प्रबंधन विभाग ने 13 जिलों में बाढ़ की चेतावनी जारी की है। कटिहार में गंगा और कोसी नदी लगातार दूसरे दिन भी उफान पर हैं। मौसम विभाग ने बिहार के 5 जिलों में भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। इन जिलों में पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण, अररिया, किशनगंज, गोपालगंज शामिल है। वहीं, 7 जिलों में यलो अलर्ट जारी किया गया है। 13 जिलों में फ्लैश फ्लड की चेतावनी जारी की गई है।
हिमाचल प्रदेश में 33 सड़कें बंद
इधर, हिमाचल प्रदेश में तेज बारिश के कारण 33 सड़कें बंद हो गईं। इनमें सिरमौर 12, कांगड़ा में 10, मंडी में 8, कुल्लू में 2 और शिमला में 1 सड़क बंद है। आपदा प्रबंधन विभाग ने बताया कि अब तक मानसून सीजन में बारिश संबंधित घटनाओं में 186 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, 28 लोग लापता हैं।
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मानसून की वापसी में देरी
29 सितंबर को मध्य प्रदेश, नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, तमिलनाडु, पुडुचेरी, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक में 30-40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार के साथ बारिश गिरने का अलर्ट है। मानसून की वापसी में देरी मौसम विभाग (IMD) ने बताया कि 17 सितंबर को राजस्थान से दक्षिण-पश्चिम मानसून की विदाई शुरू होती है। इस बार 23 सितंबर यानी एक हफ्ते की देरी से हुआ। इसके कारण पुणे और मुंबई में 10-12 अक्टूबर से पहले मानसून खत्म होने की संभावना नहीं है। आमतौर पर महाराष्ट्र से मानसून की वापसी 5 अक्टूबर के आसपास होती है।
मध्यप्रदेश में बारिश का अलर्ट
मध्यप्रदेश के शिवपुरी, गुना और निवाड़ी में अगले 24 घंटे में तेज बारिश का अलर्ट है। वहीं, भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर-जबलपुर में बूंदाबांदी के आसार हैं। इसके बाद मौजूदा सिस्टम कमजोर हो जाएगा और बारिश का दौर थम जाएगा। भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर, उज्जैन समेत प्रदेश के अन्य जिलों में हल्की बारिश और गरज-चमक की स्थिति बनी रहेगी।
मध्य प्रदेश में बीते महीनों से तेज बारिश हो रही है। बारिश की वजह से चारों तरफ पानी ही पानी नजर आ रहा है। खेत खलिहान पूरी तरह से भर- चुके हैं। लोगों का रहन- सहन, जन- जीवन काफी ज्यादा प्रभावित हुआ है। कई जगह पर बाढ़ की भी स्थिति देखी जा रही है। ये आलम सितंबर के आखिरी सप्ताह में भी देखा जा रहा है। मौसम विभाग ने आज बड़वानी,अलीराजपुर, झाबुआ सहित कई जिलों में तेज बारिश का येलो और ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
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मौसम विभाग ने आज प्रदेश के बड़वानी,अलीराजपुर, झाबुआ, धार जिलों में तेज बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, विभाग के मुताबिक यहां पर गरज- चमक के साथ तेज बारिश होगी। इसके अलावा हवाएं भी चलने का आशंका जताई जा रही है। वहीं राजगढ़, बुरहानपुर, खरगौन, रतलाम, उज्जैन, देवास, आगर, मंदसौर, गुना, शिवपुरी, सिंगरौली, मऊगंज, सतना, अनुपपुर, शहडोल, छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी, मैहर इन जिलों में मौसम विभाग ने येलो अलर्ट जारी किया है, जबकि भोपाल विदिशा, रायसेन, सीहोर, नर्मदापुरम, बैतूल, हरदा, खंडवा, इंदौर, शाजापुर, नीमच, अशोकनगर, ग्वालियर, दतिया, मुरैना,श्योपुरकलां, सीधी, रीवा, उमरिया, डिंडोरी, कटनी, जबलपुर, नरिसंहपुर, छिंदवाड़ा, सिवनीमंडला, बालाघाट, दमोह, सागर, पांढुर्णा इन जिलों में हल्की बारिश की संभावना है।
अगले दो दिन तक ऐसा ही बना रहेगा मौसम
मौसम विभाग के सीनियर वैज्ञानिक वेद प्रकाश ने बताया कि सायसर और मानसून ट्रफ की एक्टिविटी की वजह से बारिश हो रही है। ऐसा मौसम अगले 2 दिन और बना रहेगा। फिर सिस्टम कमजोर हो जाएगा। इस दौरान प्रदेश के मालवा-निमाड़ (इंदौर-उज्जैन संभाग) में अगले 2 दिन तेज बारिश होगी। जबलपुर-ग्वालियर संभाग में भी बारिश होगी। इसके बाद मौसम खुलेगा और धूप निकलेगी। अक्टूबर के पहले सप्ताह में मानसून की विदाई भी हो सकती है। मध्य प्रदेश में अब तक औसतन 42.6 इंच बारिश हो चुकी है। मंडला में सबसे ज्यादा 59.5 इंच पानी गिरा।
जाने MP में अभी तक बारिश की स्थिति
मौसम विभाग के आंकड़े को देखें तो मध्य प्रदेश में अभी तक भोपाल, निवाड़ी, सीधी और सागर में 50 इंच से ज्यादा बारिश दर्ज हो चुकी है। श्योपुर में सामान्य से दोगुनी बारिश हुई है। सबसे ज्यादा बारिश वाले टॉप-10 जिलों में राजगढ़, डिंडौरी, रायसेन और छिंदवाड़ा भी शामिल हैं। जबकि मंडला-सिवनी अव्वल इस साल मानसूनी बारिश के मामले में जबलपुर संभाग सबसे आगे है। मंडला जिले में सबसे ज्यादा बारिश हुई है। यहां 59.5 इंच पानी गिर चुका है। सिवनी में करीब 56 इंच पानी गिर चुका है। श्योपुर में 52 इंच के करीब पानी गिरा है।
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राजस्थान में मानसून का आखिरी दौर
राजस्थान में मानसून का आखिरी दौर जारी है। शुक्रवार को उदयपुर, बांसवाड़ा, डूंगरपुर, प्रतापगढ़ समेत 7 से ज्यादा जिलों में 2 इंच तक बरसात हुई। दूसरी तरफ पश्चिमी जिलों (जैसलमेर और फलोदी) में गर्मी का सितम बरकरार है। यहां तापमान 40 डिग्री सेल्सियस बरकरार है।
उत्तर प्रदेश में SP और CMO ऑफिस में पानी भर गया
उत्तर प्रदेश में लौटता मानसून जमकर बरस रहा है। अमेठी में बारिश से SP और CMO ऑफिस में पानी भर गया। स्थिति इतनी गंभीर हो गई कि फायर ब्रिगेड की टीम को मौके पर बुलाना पड़ा। सुल्तानपुर में 1000 घरों में बारिश का पानी घुस गया है। राजकीय मेडिकल कॉलेज की छत टपकने लगी।