
मध्यप्रदेश में झमाझम बारिश, बरगी डैम के 9, तवा बांध के 3 गेट खुले, उफान पर कई नदियां, नर्मदापुरम के गांवों में अलर्ट जारी
By Ashish Meena
August 26, 2025
MP Weather Update : मध्यप्रदेश में इन दिनों मानसून टर्फ और साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम का असर है। मंगलवार सुबह जलस्तर बढ़ने की वजह से जबलपुर के बरगी बांध के 9 गेट खोल दिए गए। इनसे 1097 क्यूमेक पानी नर्मदा नदी में छोड़ा गया। मंडला, नरसिंहपुर और नर्मदापुरम में नदी किनारे के गांवों में अलर्ट जारी किया गया है।
नर्मदापुरम में तवा डैम के तीन गेट दो-दो फीट की ऊंचाई तक खोलकर 10 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। रतलाम में सुबह करीब साढ़े 7 बजे से एक घंटे तक तेज बारिश हुई। दो बत्ती, फ्री गंज चौराहे पर पानी भर गया। मंदसौर में शिवना नदी, नाहरगढ़ बिल्लोद पुलिया के ऊपर से बह रही है। भानपुरा में बड़ा महादेव स्थित झरना बहने लगा है।
नीमच और मंदसौर में भारी बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग के मुताबिक, आज उज्जैन संभाग के 2 जिले- नीमच और मंदसौर में भारी बारिश का अलर्ट है। भोपाल समेत अन्य जिलों में हल्की बारिश का दौर बना रहेगा। यहां यलो अलर्ट जारी किया गया है। सीनियर मौसम वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन ने बताया कि अगले 3 दिन के लिए कुछ जिलों में ही भारी बारिश की चेतावनी दी गई है। बाकी में हल्की बारिश होगी।
24 घंटे में 15 से ज्यादा जिलों में गिरा पानी
मध्यप्रदेश में कहीं तेज तो कहीं हल्की बारिश का दौर जारी है। पिछले 24 घंटे के दौरान 15 से अधिक जिलों में बारिश हुई। भोपाल, मंदसौर, रतलाम, नर्मदापुरम, श्योपुर, इंदौर, ग्वालियर, उज्जैन, छिंदवाड़ा, मंडला, सागर, सतना, बैतूल, दतिया, गुना और रायसेन में पानी गिरा।
एमपी में अब तक 35.5 इंच बारिश
एमपी में 16 जून को मानसून ने आमद दी थी। तब से अब तक औसत 35.5 इंच बारिश हो चुकी है। अब तक 28.6 इंच पानी गिरना था। इस हिसाब से 6.9 इंच पानी ज्यादा गिर चुका है।
प्रदेश की सामान्य बारिश औसत 37 इंच है। इस हिसाब से कोटे की 96 प्रतिशत तक बारिश हो चुकी है। डेढ़ इंच पानी गिरते ही एमपी में बारिश का कोटा भी फुल हो जाएगा।
ग्वालियर, चंबल-सागर की स्थिति सबसे बेहतर
एमपी में जब से मानसून एंटर हुआ, तब से पूर्वी हिस्से यानी जबलपुर, रीवा, सागर और शहडोल संभाग में तेज बारिश हुई है। छतरपुर, मंडला, टीकमगढ़, उमरिया समेत कई जिलों में बाढ़ आ गई।
इसके अलावा ग्वालियर-चंबल में भी मानसून जमकर बरसा है। यहां के 8 जिलों में से 7 में कोटे से ज्यादा पानी गिर चुका है। इनमें ग्वालियर, शिवपुरी, गुना, अशोकनगर, भिंड, मुरैना और श्योपुर शामिल हैं। दतिया में भी 96 प्रतिशत से अधिक बारिश हो चुकी है।
सबसे ज्यादा बारिश वाले टॉप-5 जिलों की बात करें तो गुना नंबर 1 पर है। यहां 53.3 इंच, मंडला में 52.7 इंच, अशोकनगर में 50.3 इंच, रायसेन में 49.7 इंच और श्योपुर में 49.5 इंच बारिश हुई है। वहीं, इंदौर, धार, बड़वानी, बुरहानपुर, खंडवा, खरगोन और शाजापुर में आंकड़ा 20 इंच तक भी नहीं पहुंचा है।
भोपाल में अगस्त 2006 में 35 इंच बारिश हुई थी
भोपाल में अगस्त में मानसून जमकर बरसता है। इस महीने राजधानी में औसत साढ़े 35 इंच तक बारिश हो चुकी है, जो साल 2006 में हुई थी। 24 घंटे में सर्वाधिक बारिश करीब 12 इंच, 14 अगस्त 2006 को हुई थी। पिछले सालों की बात करें तो 2015 और 2022 में 30 इंच से ज्यादा पानी गिर चुका है। भोपाल में इस महीने औसत 14 दिन बारिश होती है। इस दौरान 13 दिन तक पानी गिर जाता है।
इंदौर में 1944 में गिरा था 28 इंच पानी
इंदौर में अगस्त महीने में औसत 28 इंच बारिश का रिकॉर्ड है, जो साल 1944 में दर्ज किया गया था। 24 घंटे में सबसे ज्यादा बारिश का रिकॉर्ड 22 अगस्त 2020 को बना था। इस दिन साढ़े 10 इंच पानी गिरा था। पिछले 10 साल में दो बार 17 इंच से ज्यादा बारिश हो चुकी है। इंदौर में अगस्त महीने की औसत बारिश 10 से 11 इंच है। महीने में 12 से 13 दिन तक बारिश होती है।
ग्वालियर में 24 घंटे में साढ़े 8 इंच बारिश का रिकॉर्ड
ग्वालियर में 24 घंटे में साढ़े 8 इंच बारिश होने का रिकॉर्ड है, जो 10 अगस्त 1927 को बना था। सर्वाधिक मासिक बारिश वर्ष 1916 में 28 इंच हुई थी। इस महीने की औसत बारिश साढ़े 9 इंच है। एवरेज 12 दिन बारिश होती है।
जबलपुर में 102 साल पहले गिरा था 44 इंच पानी
जबलपुर में एक महीने में 44 इंच बारिश का रिकॉर्ड है। 102 साल पहले यानी वर्ष 1923 में अगस्त महीने में बारिश ने रिकॉर्ड तोड़ दिया था। इस साल 20 अगस्त को 24 घंटे में ही 13 इंच बारिश हुई थी। यहां बादल फटने जैसी स्थिति बनी थी। जबलपुर में इस महीने की औसत बारिश 18 इंच है। करीब 16 दिन तक पानी गिरता है। पिछले 10 साल की बात करें तो साल 2019 में यहां 30.61 इंच बारिश हुई थी।
उज्जैन में अगस्त में जमकर होती है बारिश
उज्जैन में साल 2006 में सर्वाधिक बारिश का रिकॉर्ड बना था। इस साल अगस्त महीने में करीब 35 इंच बारिश हुई थी। इसी साल 24 घंटे में सर्वाधिक 12 इंच बारिश का रिकॉर्ड 10 अगस्त को बना था। उज्जैन में अगस्त की औसत बारिश 10 इंच है। 10 से 11 दिन यहां बारिश होती है।