Rashtriya Ekta News : मध्य प्रदेश में सोयाबीन के समर्थन मूल्य की मांग तेज हो गयी है. खंडवा में आज भारतीय किसान संघ के बैनर तले हजारों किसान सड़क पर उतरे. हजारों की संख्या में जुटे किसानों ने कृषि उपज मंडी से कलेक्टर कार्यालय तक रैली निकाली. रैली में हजार से ज्यादा ट्रैक्टर ट्रॉली भी शामिल थे. भारतीय किसान संघ के सुभाष पटेल ने कहा कि पानी से भी कम भाव किसानों की फसलों का दिया जा रहा है. उन्होंने सोयाबीन का सही दाम नहीं मिलने पर नाराजगी जताई.
भारतीय किसान संघ ने कहा कि इस साल मंडी तभी खुलेंगे जब किसानों को सोयाबीन के दाम अच्छे मिलेंगे. किसानों ने सोयाबीन के तय समर्थन मूल्य 4, 892 रुपये का विरोध किया. उन्होंने कहा कि महंगाई बढ़ने से सोयाबीन की लागत भी बढ़ गयी है. प्रदर्शनकारियों के मुताबिक, सोयाबीन के भाव में कई सालों से बढ़ोतरी भी नहीं हुई है.
किसानों ने सोयाबीन का समर्थन मूल्य 6 हजार रुपये से ज्यादा करने की मांग की है. उन्होंने मांग पूरी नहीं होने पर रेलवे ट्रैक जाम करने की चेतावनी दी. भारतीय किसान संघ के सुभाष पटेल ने कहा कि मक्का, कपास और गेहूं के दाम भी बढ़ने चाहिए. उन्होंने कहा कि पानी की एक बोतल का भाव 20 रुपये है. लेकिन किसानों की सोयाबीन, मक्का की फसल 12 से 15 किलो बिकती है. प्रदर्शनकारियों ने कहा कि सोयाबीन की खेती से लागत भी नहीं निकल रही है.
सोयाबीन के किसान काफी परेशान हैं. सरकार को खेती लाभ में बदलना है तो सोयाबीन के दाम किसानों को बढ़ाकर देना पड़ेगा. सोयाबीन की फसल मंडी में आने वाली है. ऐसे में सरकार को किसानों की मांग पर ध्यान देना होगा. भारतीय किसान संघ ने प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन दिया. किसानों ने चेतावनी दी कि सोयाबीन का भाव नहीं बढ़ने पर उग्र आंदोलन होगा.