Dewas News : मध्य प्रदेश के देवास जिले के धोपघटा गांव में एक दुखद घटना सामने आई है। यहां एक आदिवासी परिवार के 4 सदस्यों ने सामूहिक आत्महत्या कर ली। इस घटना ने पूरे क्षेत्र में सनसनी मचा दी है। परिवार के सदस्य जहरीला पदार्थ खाकर गंभीर स्थिति में अस्पताल पहुंचे। लेकिन दुर्भाग्यवश पति-पत्नी और एक बेटी की इलाज के दौरान मौत हो गई। वहीं दूसरी बेटी की हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है।’
जानें क्या है पूरा मामला…
यह दुखद घटना उदयनगर थाना क्षेत्र के धोपघटा गांव में रविवार रात को हुई। परिवार के मुखिया राधेश्याम (50), उनकी पत्नी रंगु बाई (48), और उनकी दोनों बेटियाँ आशा (23) और रेखा ने एक ही समय में जहरीला पदार्थ खा लिया। सबसे पहले राधेश्याम ने जहर खाया था। इसके बाद पत्नी रंगु बाई ने भी वही कदम उठाया। फिर उनकी दोनों बेटियों ने भी अपने माता-पिता को देखकर यह खौफनाक कदम उठाया।
पड़ोसियों ने अस्पताल में कराया भर्ती
पड़ोसियों ने तुरंत परिवार को इंदौर के एक अस्पताल में भर्ती कराया। वहीं डॉक्टरों ने पति-पत्नी को मृत घोषित कर दिया। बाद में सोमवार को बेटी आशा ने भी दम तोड़ दिया। वहीं, दूसरी बेटी रेखा की हालत गंभीर बनी हुई है। उसका इलाज चल रहा है। यह घटना गांव में हड़कंप मचा गई और सभी गांववाले स्तब्ध रह गए।
बेटे का प्रेम प्रसंग आत्महत्या की वजह!
स्थानीय सूत्रों के अनुसार, इस सामूहिक आत्महत्या के पीछे परिवार के बेटे पप्पू का प्रेम प्रसंग को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है। जानकारी के मुताबिक, पप्पू का एक युवती के साथ प्रेम संबंध था। वह अपनी प्रेमिका के साथ कहीं चला गया था। इसके बाद समाज के कुछ लोगों ने पूरे परिवार का सामाजिक बहिष्कार कर दिया। यह मानसिक तनाव और सामाजिक बहिष्कार परिवार के लिए भारी साबित हुआ। इसके बाद परिवार ने यह दर्दनाक कदम उठाया। हालांकि, पुलिस ने अभी तक इस बात की आधिकारिक पुष्टि नहीं की है।
पुलिस को देर से मिली जानकारी
पुलिस को घटना के बारे में जानकारी मिलने में थोड़ी देर से मिली। उदयनगर थाना प्रभारी सुनिता कटारे के नेतृत्व में पुलिस मामले की जांच कर रही है। पुलिस ने अब तक परिवार के बयान और आसपास के लोगों से जानकारी जुटाना शुरू कर दिया है। यह मामला अभी भी जाँच के अधीन है और पुलिस हर पहलू की जांच कर रही है।