MP News : मध्यप्रदेश के कैबिनेट मंत्री विजय शाह के बयान ने पीएम नरेंद्र मोदी के सारे किए धरे पर पानी फेरने का काम किया है। पीएम और सेना ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत इसकी ब्रीफिंग के लिए मप्र की ही कर्नल सोफिया कुरैशी को उनकी देशभक्ति और काबिलियत के चलते चुना।
कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिकां सिंह के सामने आने से देश में जबरदस्त देशभक्ति, हिंदू-मुस्लिम एकता और महिला सशक्तीकरण का संदेश गया। लेकिन इन सभी बातों पर मंत्री विजय शाह की एक मिनट की तीखी और बिगड़ी जुबान ने कबाड़ा कर दिया। बीजेपी को समझ नहीं आ रहा है कि वह देश में उठ रही देशभक्ति के जज्बों को देखते हुए शाह पर कड़ा फैसला ले या फिर आदिवासी वोट बैंक को संभाले।
इस पूरे मामले को लेकर मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है। जिसमें उन्होंने कहा कि विजय शाह का बयान घृणित और राष्ट्र-विरोधी होने के साथ-साथ गंभीर अपराध है। विजय शाह के इस बयान से भारतीय सेना की गरिमा, देश की एकता और सामाजिक सद्भाव पर भी हमला हुआ है।
जीतू पटवारी ने की ये मांग- मंत्री विजय शाह को मंत्रिमंडल से तत्काल बर्खास्त किया जाए और उनके खिलाफ देशद्रोह सहित कठोर कानूनी कार्रवाई की जाए। मंत्री विजय शाह और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव कर्नल सोफिया कुरैशी से सार्वजनिक माफी मांगें। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव बयान के प्रति अपनी स्थिति स्पष्ट करें और इस अपराध के लिए व्यक्तिगत जिम्मेदारी भी लें। पीएमओ इस तरह के बयानों को रोकने के लिए नीतिगत व्यवस्था सुनिश्चित करते हुए इन्हें गंभीर अपराध की श्रेणी में सूचीबद्ध करे।
आदिवासी नेता के कारण चल रहे मंत्री शाह
वैसे मंत्री शाह अभी से नहीं शुरू से ही ऐसे हैं, उनके बयान और कार्यशैली हमेशा विवादित रही है। लेकिन पार्टी उन्हें मालवा-निमाड़ में सबसे बड़े आदिवासी नेता होने के चलते ढो रही है। वह साल 2003 में बीजेपी सरकार बनने के बाद हर सरकार में लगातार मंत्री रहे हैं।
उनके इसी तरह के विवादित बयान के कारण उन्हें तत्कालीन सीएम शिवराज सिंह के कार्यकाल में हटाया था लेकिन तब फिर अगले चुनाव में आदिवासी वोट बैंक के चलते फिर कैबिनेट में वापसी हो गई थी और चौहान अपनी पत्नी को लेकर दिए गए शाह के विवादित बयान को भी हंसी-मजाक बोलकर आगे निकल गए।
राष्ट्रीय मुद्दा बन गया, बीजेपी की चुप्पी बन रही परेशानी
इस पूरे मामले में राष्ट्रीय स्तर पर हड़कंप मच चुका है। कांग्रेस से लेकर बसपा नेता मायावती व अन्य दलों के नेता भी विरोध में आ चुके हैं। कांग्रेस इस्तीफा मांग रही है।
वहीं बीजेपी की चुप्पी भी लोगों को हैरान कर रही है। भले ही बीजेपी संगठन ने शाह को बुलाकर फटकार लगा दी और उन्होंने बाद में माफी भी मांगी लेकिन इससे भी डेमेज कंट्रोल होते नहीं दिख रहा है। बीजेपी पदाधिकारी कुरैशी के मप्र स्थित निवास पर भी मिलने चले गए हैं। लेकिन मामला ठंडा होते नहीं दिख रहा है।
शाह के इन विवादित और भद्दे बयानों को देखिए
साल 2013 में तत्कालीन सीएम शिवराज सिंह की पत्नी साधना सिंह को लेकर बेहूदा टिप्पणी की थी, जिसके बाद उनका इस्तीफा हुआ लेकिन फिर आदिवासी वोट बैंक के चलते वापस आ गए। एक कार्यक्रम में लड़कियों को टी-शर्ट बांटते हुए बयान दिया था कि इन्हें दो-दो दे दो, मुझे नहीं पता यह नीचे क्या पहनती है।
नर्मदापुरम के सतपुड़ा टाइगर रिजर्व (एसटीआर) के कोर एरिया में पूर्व वन मंत्री और विधायक विजय शाह ने चिकन पार्टी की थी। इस पर बाद में तूल पकड़ा तो सफाई दी कि – यहां पर स्टाफ रुकता है और यही पर वॉच टावर भी बन रहा है। इसे देखने के लिए मैं वहां गया था। वहां जो स्टाफ रहता है, वह खुद के लिए खाना बनाता और खाता है। मैं चिकन नहीं खाता और न ही बनवाया है। इंदौर नगर निगम का भी उन पर करोड़ों का संपत्तिकर बकाया था इसके लिए उनकी जमीन पर नोटिस भी लगा था।
मंत्री ने क्या कहा था
मध्यप्रदेश सरकार में मंत्री विजय शाह ने भारतीय सेना की कर्नल सोफिया कुरैशी पर आपत्तिजनक बयान दिया था। उन्होंने कहा- जिन लोगों ने हमारी बेटियों का सिंदूर उजाड़ा था, मोदी जी ने उन्हीं की बहन भेजकर उनकी ऐसी की तैसी करा दी।
यह बयान शाह ने रविवार को इंदौर के महू के रायकुंडा गांव में आयोजित हलमा कार्यक्रम में दिया था। इसका वीडियो मंगलवार को वायरल हुआ। इसमें वह ये भी कह रहे हैं कि मोदी समाज के लिए जी रहे हैं और समाज के लिए काम कर रहे हैं। बयान सामने आने के बाद शाह को पार्टी ने भोपाल तलब किया। संगठन महामंत्री ने फटकार लगाई जिसके बाद मंत्री शाह के सुर बदल गए।